रायपुर: कोरोना महामारी के दौरान स्वास्थ्य विभाग और डॉक्टरों की अहमियत को हमने बेहतर ढंग से समझा है. कोरोना काल में डॉक्टरों को लोग भगवान का दर्जा दे रहे हैं. लेकिन कई ऐसी अमानवीय घटनाएं हो रही हैं, जिससे डॉक्टरों का नाम भी खराब हो रहा है. ऐसा ही एक मामला सामने आया है राजधानी के भनपुरी इलाके में. निजी हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने एक नवजात बच्ची (newborn baby) को मृत बताकर उसे कूड़ेदान में फेंक दिया. बाद में पता चला कि बच्ची जिंदा है. जिसके बाद बच्ची को दूसरे निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
फिलहाल बच्ची सुरक्षित
1 जून को रायपुर के भनपुरी स्थित निजी अस्पताल में एक प्रेग्नेंट महिला को भर्ती कराया गया था. 3 जून को महिला ने बच्ची को जन्म दिया. डॉक्टरों ने परीक्षण के बाद बच्ची को मृत घोषित कर दिया. नवजात को कूड़ेदान में फेंक दिया गया. नवजात के मृत होने की खबर जब मां को मिली तो वह नवजात को देखन पहुंची. महिला ने पाया कि लड़की जिंदा है. जिसके बाद महिला और उसके परिवार ने बच्ची को सिविल लाइन स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया. फिलहाल बच्ची सुरक्षित है. उसकी देखभाल हॉस्पिटल में किया जा रही है.
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स्वास्थ्य विभाग कार्रवाई की तैयारी में
मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने भी संज्ञान लिया है. स्वास्थ्य विभाग पूरी जानकारी जुटाने के बाद निजी अस्पताल पर कार्रवाई की तैयारी कर रहा है.