रायपुर: लोक अभियोजक आदित्य कुमार झा Public Prosecutor Aditya Kumar Jha ने बताया कि "होली के दूसरे दिन शाम चार युवक योगेश यादव, दीपक विश्वकर्मा, अरूण ध्रुव और संजय ध्रुव क्लीनिक में डॉक्टर जलक्षत्री Doctor Jalkshatri को रंग लगाने के बहाने घुसे. क्लिनिक के अंदर जाकर उन्होंने डॉक्टर को रंग लगाने की बात कही तो उन्होंने मना किया. इस पर योगेश ने डॉक्टर से कहा कि तुम हमेशा नाटक करते हो, हर बात में मना करते हो कहते हुए गालियां देना शुरू किया. इसी के साथ उन्होंने टेबल पर पड़े कैंची और अपने साथ लाए चाकू से डॉक्टर के पीठ और जांघ पर कई बार हमला किया. खून से लथपथ होकर डॉ. जलक्षत्री वहीं गिर पड़े. Doctor Jalkshatri murder case
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कोर्ट ने सुनाई दोषियों को आजीवन कारावास की सजा: लोक अभियोजक आदित्य कुमार झा कहा कि "डॉक्टर के दोस्तों को क्लीनिक आते देख चारों युवक वहां से भाग निकले. डॉक्टर को पास के अस्पताल में ले जाया गया. डॉक्टरों ने उन्हें दूसरे अस्पताल रेफर कर दिया. घायल डॉक्टर को रास्ते में ले जाते समय उनकी मौत हो गई. पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया. मामले में चारों युवकों को कोर्ट ने डॉक्टर की हत्या का दोषी माना और उन्हें आजीवन कारावास की सजा सुनाई."Raipur crime news
पुरानी रंजिश में की गई हत्या : पुलिस के अनुसार चारों आरोपी दीपक विश्वकर्मा, योगेश यादव, संजय ध्रुव और अरुण ध्रुव का घर भाठागांव में डॉक्टर जलक्षत्री के निवास के आस पास रहते हैं. हत्याकांड का खुलासा करते हुए आरोपियों ने बताया कि इन्हीं में शामिल अरुण का करीब एक साल पहले डॉक्टर के साथ विवाद हुआ था. नाराज होकर डॉक्टर ने उसे तमाचे जड़ दिए थे. अरुण उसी दिन से डॉक्टर से खुन्नस पालकर रखा था. वह किसी न किसी तरह अपना बदला लेने की फिराक में था. होली के कुछ दिनों पहले ही अरुण को एक व्यक्ति ने डॉक्टर के बारे में कुछ आपत्तिजनक बातें बताई थीं. उसकी बातें सुनकर अरुण नाराज हो गया. उसने अपने दोस्तों के साथ मिलकर डॉक्टर की हत्या की साजिश रची. Doctor Jalkshatri murdered case