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रायपुर के मेकाहारा अस्पताल में ब्लैक फंगस से डॉक्टर की मौत

रायपुर के मेकाहारा अस्पताल (Mekahara Hospital ) में ब्लैक फंगस या म्यूकोरमाइकोसिस (mucormycosis) से पहली मौत का मामला सामने आया है. इलाज करा रहे पुलिस परिवार कल्याण चिकित्सालय के मेडिकल ऑफिसर की मौत हो गई है. कुछ दिनों पहले ही वे कोरोना से रिकवर हुए थे.

Doctor dies of mucormycosis at Mekahara Hospital in Raipur
म्यूकोरमाइकोसिस से डॉक्टर की मौत
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Published : Jun 3, 2021, 12:58 PM IST

Updated : Jun 3, 2021, 4:54 PM IST

रायपुर: प्रदेश में कोरोना के मामले कम हो रहे हैं लेकिन ब्लैक फंगस या म्यूकोरमाइकोसिस (mucormycosis) के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. राजधानी रायपुर के मेकाहारा अस्पताल (Mekahara Hospital ) में म्यूकोरमाइकोसिस (mucormycosis) या ब्लैक फंगस से एक डॉक्टर की मौत हो गई है. दरअसल शहर के पुलिस परिवार कल्याण चिकित्सालय के मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर बीपी सोनकर कुछ दिन पहले ही म्यूकोरमाइकोसिस बीमारी की वजह से अस्पताल में एडमिट हुए थे. जहां इलाज के दौरान बुधवार को उनकी मौत हो गई.

ब्लैक फंगस से डॉक्टर की मौत
ब्लैक फंगस से डॉक्टर की मौत

मेकाहारा अस्पताल में म्यूकोरमाइकोसिस से मौत का पहला मामला

मिली जानकारी के अनुसार डॉक्टर बीपी सोनकर कुछ समय पहले कोरोना संक्रमित हुए थे और स्वस्थ भी हो गए. जिसके बाद उन्हें म्यूकोरमाइकोसिस (mucormycosis) ने अपनी चपेट में ले लिया. जिसका इलाज वो रायपुर के मेकाहारा अस्पताल में करा रहे थे. इस दौरान उनकी हालत गंभीर हो गई जिसके बाद उन्हें वेंटिलेटर में शिफ्ट किया गया. जहां बुधवार को इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.

छत्तीसगढ़ में म्यूकोरमाइकोसिस (mucormycosis) के 167 से ज्यादा मरीज

प्रदेश में इस वक्त म्यूकोरमाइकोसिस के 167 से ज्यादा मरीज है. 53 मरीजों के ऑपरेशन अभी तक हो चुके हैं. रायपुर एम्स (AIIMS) की बात की जाए तो रायपुर एम्स में 138 से ज्यादा म्यूकोरमाइकोसिस (mucormycosis) के मरीज हैं, 45 लोगों का ऑपरेशन हो चुका है. प्रदेश के सभी जिला अस्पताल में म्यूकोरमाइकोसिस (mucormycosis) का इलाज किया जा रहा है. म्यूकोरमाइकोसिस (mucormycosis) की दवाइयां भी अस्पताल में मरीजों को एडमिट होने के बाद अस्पताल से ही दी जा रही है.

छत्तीसगढ़ में ब्लैक फंगस के 167 मरीज, 53 मरीजों का किया गया ऑपरेशन

पोस्ट कोविड डायबिटीज के मरीजों में ब्लैक फंगस के केस ज्यादा

बीते दिनों ETV भारत से खास बातचीत में कोरोना ICU डिपार्टमेंट हेड ओ पी सुंदरानी ने बताया कि पोस्ट कोविड में ब्लैक फंगस बढ़ने का सबसे बड़ा कारण है, इम्यूनिटी का कम होना. मरीज वेंटिलेटर या ऑक्सीजन में लंबे समय तक रहा है, स्टेरॉयड का इस्तेमाल ज्यादा हुआ है तो यह इम्यूनिटी को कम करता हैं. कोविड ब्लड में शुगर लेवल को बढ़ाता है. स्टेरॉयड देने से और लेवल और बढ़ जाता है.

'शुगर लेवल चेक कराते रहें'

डॉक्टर ओपी सुंदरानी ने बताया कि बिना डॉक्टर की सलाह के दवाई ना लें. यदि स्टेरॉयड किसी कारण से लेना पड़ रहा है तो ध्यान देने की जरूरत है कि जैसे ही डॉक्टर बोले इसको बंद कर दें. शुगर के मरीजों को अपना शुगर लेवल हमेशा चेक करते रहना चाहिए. आंख में सूजन है, एक आंख में विजन में प्रॉब्लम हो, चेहरे में दर्द हो या नाक बार-बार बंद हो रही हो तो तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए. चेकअप लेट कराने से बीमारी और ज्यादा तेजी से बढ़ती है. तब दिक्कतें और ज्यादा हो सकती है.

रायपुर: प्रदेश में कोरोना के मामले कम हो रहे हैं लेकिन ब्लैक फंगस या म्यूकोरमाइकोसिस (mucormycosis) के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. राजधानी रायपुर के मेकाहारा अस्पताल (Mekahara Hospital ) में म्यूकोरमाइकोसिस (mucormycosis) या ब्लैक फंगस से एक डॉक्टर की मौत हो गई है. दरअसल शहर के पुलिस परिवार कल्याण चिकित्सालय के मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर बीपी सोनकर कुछ दिन पहले ही म्यूकोरमाइकोसिस बीमारी की वजह से अस्पताल में एडमिट हुए थे. जहां इलाज के दौरान बुधवार को उनकी मौत हो गई.

ब्लैक फंगस से डॉक्टर की मौत
ब्लैक फंगस से डॉक्टर की मौत

मेकाहारा अस्पताल में म्यूकोरमाइकोसिस से मौत का पहला मामला

मिली जानकारी के अनुसार डॉक्टर बीपी सोनकर कुछ समय पहले कोरोना संक्रमित हुए थे और स्वस्थ भी हो गए. जिसके बाद उन्हें म्यूकोरमाइकोसिस (mucormycosis) ने अपनी चपेट में ले लिया. जिसका इलाज वो रायपुर के मेकाहारा अस्पताल में करा रहे थे. इस दौरान उनकी हालत गंभीर हो गई जिसके बाद उन्हें वेंटिलेटर में शिफ्ट किया गया. जहां बुधवार को इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.

छत्तीसगढ़ में म्यूकोरमाइकोसिस (mucormycosis) के 167 से ज्यादा मरीज

प्रदेश में इस वक्त म्यूकोरमाइकोसिस के 167 से ज्यादा मरीज है. 53 मरीजों के ऑपरेशन अभी तक हो चुके हैं. रायपुर एम्स (AIIMS) की बात की जाए तो रायपुर एम्स में 138 से ज्यादा म्यूकोरमाइकोसिस (mucormycosis) के मरीज हैं, 45 लोगों का ऑपरेशन हो चुका है. प्रदेश के सभी जिला अस्पताल में म्यूकोरमाइकोसिस (mucormycosis) का इलाज किया जा रहा है. म्यूकोरमाइकोसिस (mucormycosis) की दवाइयां भी अस्पताल में मरीजों को एडमिट होने के बाद अस्पताल से ही दी जा रही है.

छत्तीसगढ़ में ब्लैक फंगस के 167 मरीज, 53 मरीजों का किया गया ऑपरेशन

पोस्ट कोविड डायबिटीज के मरीजों में ब्लैक फंगस के केस ज्यादा

बीते दिनों ETV भारत से खास बातचीत में कोरोना ICU डिपार्टमेंट हेड ओ पी सुंदरानी ने बताया कि पोस्ट कोविड में ब्लैक फंगस बढ़ने का सबसे बड़ा कारण है, इम्यूनिटी का कम होना. मरीज वेंटिलेटर या ऑक्सीजन में लंबे समय तक रहा है, स्टेरॉयड का इस्तेमाल ज्यादा हुआ है तो यह इम्यूनिटी को कम करता हैं. कोविड ब्लड में शुगर लेवल को बढ़ाता है. स्टेरॉयड देने से और लेवल और बढ़ जाता है.

'शुगर लेवल चेक कराते रहें'

डॉक्टर ओपी सुंदरानी ने बताया कि बिना डॉक्टर की सलाह के दवाई ना लें. यदि स्टेरॉयड किसी कारण से लेना पड़ रहा है तो ध्यान देने की जरूरत है कि जैसे ही डॉक्टर बोले इसको बंद कर दें. शुगर के मरीजों को अपना शुगर लेवल हमेशा चेक करते रहना चाहिए. आंख में सूजन है, एक आंख में विजन में प्रॉब्लम हो, चेहरे में दर्द हो या नाक बार-बार बंद हो रही हो तो तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए. चेकअप लेट कराने से बीमारी और ज्यादा तेजी से बढ़ती है. तब दिक्कतें और ज्यादा हो सकती है.

Last Updated : Jun 3, 2021, 4:54 PM IST
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