रायपुर: छत्तीसगढ़ में कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर एक बार फिर से आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है. नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने भूपेश सरकार पर आरोप लगाया है कि छत्तीसगढ़ सरकार टीकाकरण को लेकर कभी भी गंभीर नहीं रही है. इसी का परिणाम रहा है कि शुरुआती दौर में टीके की उपलब्धता के बावजूद उनका इस्तेमाल नहीं हो पाया. जिसकी वजह से कई टीके खराब हो गए.
नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया है कि कोरोना के इस संकट काल में भी भूपेश सरकार सियासत में लगी रही. इसी कारण टीकाकरण के मामले में छत्तीसगढ़ अन्य राज्यों से पिछड़ गया है. नेता प्रतिपक्ष ने सरकार को सुझाव भी दिया कि चिन्हांकित कोरोना योद्धाओं के साथ ही पत्रकार भी कोरोना वॉरियर्स की तरह काम कर रहे हैं. इसलिए उन्हें भी टीकाकरण में प्राथमिकता देनी चाहिए. ताकि सभी एक साथ जुड़कर निर्भीकता के साथ काम कर सकें.
सीएम की जनता से अपील: 'वैक्सीन अवश्य लगवाएं, हम सब जल्द जीतेंगे जंग'
ज्यादा संक्रमित क्षेत्रों को दी जाए प्राथमिकता
धरमलाल कौशिक ने कहा कि जिन क्षेत्रो में कोरोना संक्रमितों की संख्या ज्यादा है, उन चिन्हांकित क्षेत्रों में सरकार को टीकाकरण में प्राथमिकता देना चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार सियासत छोड़कर टीकाकरण में तेजी लाए.
वैक्सीनेशन पर सियासत
प्रदेश में वैक्सीनेशन को लेकर लगातार सियासत देखने को मिल रही है. कांग्रेस हो या भाजपा इस संकटकाल में दोनों ही पार्टियों के नेता आरोप-प्रत्यारोप में लगे हए हैं. पिछले दिनों बीजेपी ने प्रदेश में वैक्सीनेशन कार्य में बदइंतजामी को लेकर धरना दिया. तो वहीं कांग्रेस ने कुछ दिनों पहले बीजेपी नेताओं को गुलाब देकर केंद्र की मोदी सरकार से कोरोना वैक्सीन की कीमतों को कम करने की अपील की थी. कुल मिलाकर दोनों ही पार्टियां वैक्सीनेशन को लेकर राजनीति करने में जुटी हुई है.