गौरेला पेंड्रा मरवाही: आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और आंगनबाड़ी सहायिका की भर्ती में घोटाले की आरोप अभ्यर्थियों ने लगाया है. अभ्यर्थियों का दावा है कि उनसे पैसों की डिमांड की गई. अभ्यर्थियों से जब पूछा गया कि आपसे किसने पैसों की मांग की है तो किसी का नाम नहीं बता पाए. दावा है कि भर्ती के नाम पर 50 हजार से लेकर 1 लाख तक की डिमांड की गई. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका के पद पर कुल 26 भर्तियां निकली थी. विभाग के अफसर का कहना कि अगर शिकायत आती है तो जांच की जाएगी.
भर्ती में भ्रष्टाचार का आरोप: जिन अभ्यर्थियों का चयन नहीं हो पाया उनका दावा है कि उनके नंबर बाकी लोगों से बेहतर थे. इसके बाद भी जब लिस्ट निकाली गई तो उसमें उनका नाम नहीं था. जिनके नंबर कम थे उनका चयन किए जाने का आरोप लगाया गया है. नाराज अभ्यर्थियों का दावा है कि लिस्ट में हेरा फेरी करके भ्रष्टाचार किया गया है. गौरतलब है कि महिला एवं बाल विकास विभाग में निकले इन पदों में भर्ती की प्राथमिकता विधवा, परित्यकता, तलाकशुदा महिला की ही होती है. इसके साथ ही जो लोग अत्यंत गरीब होते हैं और रोजी दिहाड़ी करके अपना जीवन चलाते हैं उनको मौका दिया जाता है.
मेरे नंबर काफी अच्छे थे. मुझे कहा गया था कि आप चिंता मत करिए आपको तो हो जाएगा. जब लिस्ट निकली तो उसमें मेरा नाम नहीं था. जिसके कम नंबर थे उसे चुन लिया गया. किस आधार पर दूसरे को लिया गया ये मुझे नहीं मालूम. - सीता, राठौर, अभ्यर्थी
मुझे पूरा विश्वास था की मेरा नाम लिस्ट में होगा लेकिन नहीं आया. मुझसे कहा गया कि आपके स्थानीय नहीं होने की वजह से आपको मौका नहीं मिला. जबकी मैं और मेरे पिता यहां रहते हैं. - जानकी रौतेल, अभ्यर्थी
नियुक्त की प्रक्रिया पर अगर किसी को शक है तो कलेक्टर मैडम के पास शिकायत कर सकता है. शिकायत मिलने के बाद आगे की जांच कराई जाएगी. जो भी दोषी होगा उसपर भी उचित कार्रवाई की जाएगी. - अमित सिन्हा, जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी
पैसे के लेनदेन का आरोप: जिन अभ्यर्थियों ने पैसे मांगे जाने का आरोप लगाया उनसे जब पैसे मांगने वाले का नाम पूछा गया तो वो नाम बताने में असमर्थ रहीं. जबकी एक चयनित महिला ने ऑफ द रिकार्ड ये बताया कि उनके घर से पैसा दिया गया है. पैसा किसको दिया गया है ये जानकारी महिला ने दे पाई.