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कुंभ राशि में देव गुरु बृहस्पति की एंट्री, किस राशि पर कैसा रहेगा प्रभाव?

देव गुरु बृहस्पति (Dev Guru Brihaspati) का कुंभ में आगमन एक सकारात्मक घटना है. मकर और कुंभ दोनों के ही स्वामी शनि है. कुंभ में शनि अधिक शक्तिशाली माने गए हैं. अतः उनके मित्र देव गुरु बृहस्पति का आगमन कुंभ में होना एक सकारात्मक घटना है.

Dev Guru Brihaspati entry in Aquarius
कुंभ राशि में देव गुरु बृहस्पति की एंट्री
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Published : Nov 20, 2021, 9:37 AM IST

Updated : Nov 20, 2021, 10:23 AM IST

रायपुर: देव गुरु बृहस्पति (Dev Guru Brihaspati) 20 नवंबर को मध्य रात्रि में कुंभ राशि (Aquarius) में प्रवेश कर जाएंगे. इसके पूर्व देव गुरु बृहस्पति (Dev Guru Brihaspati) मकर राशि में संचरण कर रहे हैं. जोकि देव गुरु की नीच राशि मानी जाती है. देव गुरु बृहस्पति (Dev Guru Brihaspati) का कुंभ में आगमन एक सकारात्मक घटना है. मकर और कुंभ दोनों के ही स्वामी शनि है. कुंभ में शनि अधिक शक्तिशाली माने गए हैं. अतः उनके मित्र देव गुरु बृहस्पति का आगमन कुंभ में होना एक सकारात्मक घटना है.

कुंभ राशि में देव गुरु बृहस्पति की एंट्री

कुंभ राशि:

इस राशि में दे वगुरु अपनी ही राशि में पधार रहे हैं. यह एक सकारात्मक चिन्ह है. कुंभ राशि के जातकों को जीवन में सफलता आदि के योग हैं. पुरुषार्थ मेहनत और श्रम से आपके कार्य सिद्ध होंगे. संतान पक्ष से संबंध आपके सुदृढ़ होंगे.

मेष राशि:

इस राशि में गुरु आय के भाव में आ रहे हैं. मेहनत लगन और निष्ठा से आपके कार्य के प्रति समर्पण बढ़ेगा और कि गई मेहनत सफल होगी.

वृषभ राशि:

वृषभ राशि के जातकों के लिए गुरु का आगमन दशम भाव में हो रहा है मातृ पक्ष से संबंध सुधार के योग बन रहे हैं यात्रा के योग हैं मेहनत लगन व निष्ठा से कार्य सिद्ध होंगे.

मिथुन राशि:

मिथुन राशि के जातकों के लिए भाग्य साथ देगा पुराने प्रयास का फल मिलेगा नवीन यात्रा नवीन संबंध और कार्य में नवीन आचरण आप को बल प्रदान करेगा.

कर्क राशि:

कर्क राशि के जातकों के लिए यह गुरु परिवर्तन मिश्रित फल कार्य हैं. कुछ कार्य बनेंगे भी और कुछ कार्यों में बाधा आ सकती है. वृद्ध व्यक्तियों के स्वास्थ्य का ध्यान देना उचित होगा.

सिंह राशि:

मित्रों का सहयोग प्राप्त होगा, योगी मदद कर पाएंगे कार्य में संतुलन बनाकर रखें. अप्रैल के बाद कर्ज लेने से बचें.

कन्या राशि:

स्वास्थ्य का ध्यान देना उचित होगा ऋण आदि से बचने का प्रयास करें स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहना होगा. विरोधियों के साथ मैत्री संबंध स्थापित करें.

तुला राशि:

विद्या अध्ययन में मन लगेगा नई चीज सीखने से आपको लाभ हैं. नवीन संबंध आपको सफल बनाएंगे मित्रता से लाभ.

वृश्चिक राशि:

गुरु का आगमन आपके लिए चतुर्थ भाव में हुआ है. यात्रा आदि के योग हैं. मातृ पक्ष का ध्यान रखें सुख के साधन बढ़ेंगे मेहनत और पूर्व प्रयासों का लाभ मिलता रहेगा.

धनु राशि:

धनु राशि के जातकों का आत्मविश्वास शिखर पर रहेगा. आपके पुरुषार्थ प्रयास और सक्रियता का लाभ मिलेगा. नवीन अनुबंध होने के योग हैं. गृहस्थ जीवन में सामंजस्य बढ़ेगा.

मकर राशि:

मकर राशि के जातकों के लिए गुरु धन भाव में आए हैं. इसे कुटुंब भाव भी कहते हैं कुटुंब के प्रति आपको समय देना होगा. धन के स्रोत बढ़ेंगे यात्रा आदि के भी योग हैं वाणी का सजगता से प्रयोग करें.

मीन राशि:

राशि वालों के लिए बृहस्पति का आगमन कुंभ में होना मिश्रित फलकारी है. आय के साथ-साथ व्यय के भी मार्ग खुलेंगे. आपको आय तो होगी ही साथ में खर्च के भी लगातार योग बनते रहेंगे. पारिवारिक संबंधों को महत्व दें सम्मान दें व्यर्थ के विवादों से दूर रहने का प्रयास करें. 22 अप्रैल 2022 को गुरु अतिचारी होकर मीन राशि में आएंगे यह सकारात्मक घटना होगी.

रायपुर: देव गुरु बृहस्पति (Dev Guru Brihaspati) 20 नवंबर को मध्य रात्रि में कुंभ राशि (Aquarius) में प्रवेश कर जाएंगे. इसके पूर्व देव गुरु बृहस्पति (Dev Guru Brihaspati) मकर राशि में संचरण कर रहे हैं. जोकि देव गुरु की नीच राशि मानी जाती है. देव गुरु बृहस्पति (Dev Guru Brihaspati) का कुंभ में आगमन एक सकारात्मक घटना है. मकर और कुंभ दोनों के ही स्वामी शनि है. कुंभ में शनि अधिक शक्तिशाली माने गए हैं. अतः उनके मित्र देव गुरु बृहस्पति का आगमन कुंभ में होना एक सकारात्मक घटना है.

कुंभ राशि में देव गुरु बृहस्पति की एंट्री

कुंभ राशि:

इस राशि में दे वगुरु अपनी ही राशि में पधार रहे हैं. यह एक सकारात्मक चिन्ह है. कुंभ राशि के जातकों को जीवन में सफलता आदि के योग हैं. पुरुषार्थ मेहनत और श्रम से आपके कार्य सिद्ध होंगे. संतान पक्ष से संबंध आपके सुदृढ़ होंगे.

मेष राशि:

इस राशि में गुरु आय के भाव में आ रहे हैं. मेहनत लगन और निष्ठा से आपके कार्य के प्रति समर्पण बढ़ेगा और कि गई मेहनत सफल होगी.

वृषभ राशि:

वृषभ राशि के जातकों के लिए गुरु का आगमन दशम भाव में हो रहा है मातृ पक्ष से संबंध सुधार के योग बन रहे हैं यात्रा के योग हैं मेहनत लगन व निष्ठा से कार्य सिद्ध होंगे.

मिथुन राशि:

मिथुन राशि के जातकों के लिए भाग्य साथ देगा पुराने प्रयास का फल मिलेगा नवीन यात्रा नवीन संबंध और कार्य में नवीन आचरण आप को बल प्रदान करेगा.

कर्क राशि:

कर्क राशि के जातकों के लिए यह गुरु परिवर्तन मिश्रित फल कार्य हैं. कुछ कार्य बनेंगे भी और कुछ कार्यों में बाधा आ सकती है. वृद्ध व्यक्तियों के स्वास्थ्य का ध्यान देना उचित होगा.

सिंह राशि:

मित्रों का सहयोग प्राप्त होगा, योगी मदद कर पाएंगे कार्य में संतुलन बनाकर रखें. अप्रैल के बाद कर्ज लेने से बचें.

कन्या राशि:

स्वास्थ्य का ध्यान देना उचित होगा ऋण आदि से बचने का प्रयास करें स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहना होगा. विरोधियों के साथ मैत्री संबंध स्थापित करें.

तुला राशि:

विद्या अध्ययन में मन लगेगा नई चीज सीखने से आपको लाभ हैं. नवीन संबंध आपको सफल बनाएंगे मित्रता से लाभ.

वृश्चिक राशि:

गुरु का आगमन आपके लिए चतुर्थ भाव में हुआ है. यात्रा आदि के योग हैं. मातृ पक्ष का ध्यान रखें सुख के साधन बढ़ेंगे मेहनत और पूर्व प्रयासों का लाभ मिलता रहेगा.

धनु राशि:

धनु राशि के जातकों का आत्मविश्वास शिखर पर रहेगा. आपके पुरुषार्थ प्रयास और सक्रियता का लाभ मिलेगा. नवीन अनुबंध होने के योग हैं. गृहस्थ जीवन में सामंजस्य बढ़ेगा.

मकर राशि:

मकर राशि के जातकों के लिए गुरु धन भाव में आए हैं. इसे कुटुंब भाव भी कहते हैं कुटुंब के प्रति आपको समय देना होगा. धन के स्रोत बढ़ेंगे यात्रा आदि के भी योग हैं वाणी का सजगता से प्रयोग करें.

मीन राशि:

राशि वालों के लिए बृहस्पति का आगमन कुंभ में होना मिश्रित फलकारी है. आय के साथ-साथ व्यय के भी मार्ग खुलेंगे. आपको आय तो होगी ही साथ में खर्च के भी लगातार योग बनते रहेंगे. पारिवारिक संबंधों को महत्व दें सम्मान दें व्यर्थ के विवादों से दूर रहने का प्रयास करें. 22 अप्रैल 2022 को गुरु अतिचारी होकर मीन राशि में आएंगे यह सकारात्मक घटना होगी.

Last Updated : Nov 20, 2021, 10:23 AM IST
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