रायपुर: नगर निगम क्षेत्र में अब तक करीब 100 डेंगू के मरीज पाए गए हैं. इसमें अधिकांश मरीज स्वस्थ हो चुके हैं और कई मरीजों का इलाज अब भी अस्पतालों में चल रहा हैं. रायपुर नगर निगम के सरदार वल्लभभाई पटेल वार्ड, संत रामदास वार्ड के रामनगर छोटा रामनगर और भरत नगर समेत निगम के कुछ और वार्डों में डेंगू के मरीज पाए गए हैं. हालांकि नगर निगम की टीम इसके रोकथाम के लिए लगातार प्रयास कर रही है.
नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग की टीम संयुक्त रूप से शिविर लगाकर डेंगू प्रभावित इलाकों में मरीजों का टेस्ट कर रही हैं. साथ ही डेंगू के लक्षण पाए जाने पर उन्हें बचाव के लिए आवश्यक निर्देश और दवाइयां भी दी जा रही हैं. ताकि नगर के लोग डेंगू संक्रमित होने से बच सकें. वहीं, अब तक स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम ने डेंगू से संक्रमित किसी भी मरीज की मौत की पुष्टि नहीं की है.
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डेंगू के लक्षण
आमतौर पर डेंगू के लक्षणों में साधारण बुखार होता है. किशोरों और बच्चों में इसकी आसानी से पहचान नहीं की जा सकती है. डेंगू में 104 फारेनहाइट डिग्री का बुखार होता है. इसके साथ ही इनमें से कम से कम 2 लक्षण होते हैं. इसमें सिर दर्द, मांसपेशियों हड्डियों और जोड़ों में दर्द, जी मिचलाना, उल्टी आना, आंखों के पीछे दर्द होना आदि इसके प्रमुख लक्षण हैं.
डेंगू का कोई खास उपचार नहीं है क्योंकि डेंगू एक वायरस है. ऐसे समय में देखभाल से मदद मिल सकती है जो कि इस बात पर निर्भर करता है कि बीमारी कितनी गंभीर है इसका उपचार इस तरह से हो सकता है.
- त्वचा को खुला न छोड़े.
- अपनी त्वचा की सतहों को ढकने और मच्छर के दंश की संभावना को कम करने के लिए लंबी पेंट और फुल शर्ट पहनने की कोशिश करें.
- डेंगू के मच्छर सुबह या शाम के समय अधिक सक्रिय होते हैं इसलिए ऐसे समय में बाहर निकलने से बचने की कोशिश करें.
ठहरे हुए पानी को कीटाणु रहित करें. एडीज मच्छर साफ और स्थिर पानी में पनपता है इसलिए पानी के बर्तन या टंकी को हर समय ढककर रखें. आवश्यक हो तो उचित कीटाणु नाशक दवाई का उपयोग करें.