रायपुर: राजधानी में इन दिनों अन्य सब्जियों की तुलना में प्याज के दाम काफी बढ़ गए हैं. घरेलू गैस सिलेंडर के दाम पहले से बढ़ चुके हैं, इससे रसोई के बजट पर दोहरा असर पड़ रहा है. वैसे तो प्याज लाल और सफेद रंग का मिलता है. लेकिन ज्यादातर घरों में लाल रंग का प्याज इस्तेमाल किया जाता है. लाल रंग का प्याज तेज होता है और सफेद रंग का प्याज मीठा होता है. न्यूट्रिशियनिस्ट भी मानते हैं कि लाल रंग के प्याज में भारी मात्रा में पोषक तत्व होने के साथ ही कैंसर से लड़ने की भी क्षमता होती है.
प्याज की लगातार बढ़ती कीमतों को लेकर ETV भारत ने कुछ गृहणियों से बात की. तो उनका कहना है कि प्याज के दाम 1 महीने से लगातार बढ़ रहे हैं. वर्तमान में लाल प्याज मार्केट में 45 से 50 रुपये किलो तक बिक रहा है. बात अगर सफेद प्याज की करें तो सफेद प्याज की कीमत 30 से लेकर 35 रुपये तक है. ज्यादातर घरों में लाल प्याज ही इस्तेमाल किया जाता है. क्योंकि यह तेज होता है. इसलिए लोग ज्यादातर इसी का इस्तेमाल करते हैं. गृहणियों का कहना है कि प्याज के दाम बढ़ने से किचन का बजट बिगड़ गया है.
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आवक कम होने से प्याज के दामों में बढ़ोतरी
मार्केट में प्याज के दाम एक महीने पहले 30 रुपये किलो था, आज 45 से 50 रुपये तक हो गया है. जिस तरह से प्याज के दामों में बढ़ोतरी हुई है, ऐसे में दुकानदार भी मानते हैं कि इससे ग्राहकी भी कमजोर हुई है. दुकानदार बताते हैं कि आवक कम होने की वजह से प्याज के दाम बढ़े हैं.
लाल प्याज के फायदे
प्याज को लेकर न्यूट्रिशियनिस्ट सारिका श्रीवास्तव ने बताया कि लाल और सफेद प्याज में काफी अंतर होता है. उन्होंने बताया कि वैसे तो सेहत के लिए प्याज अच्छा होता है. लेकिन कैलोरी की बात करें तो लाल प्याज में 37 प्रतिशत और सफेद प्याज में 42 प्रतिशत कैलोरी पाई जाती है. लेकिन लाल प्याज बीपी को कंट्रोल करने और कैंसर जैसी बीमारी से लड़ने में सहायक होता है. लाल प्याज में और भी कई तरह के न्यूट्रिशियन पाए जाते हैं जो सेहत के लिए अच्छे होते है.