रायपुर : 25 मई झीरम श्रद्धांजलि दिवस के अवसर पर प्रदेश के सभी शासकीय-अर्धशासकीय कार्यालय में झीरम घाटी में शहीद हुए जनप्रतिनिधियों, सुरक्षाबलों के जवानों को याद किया जाएगा. नक्सल हिंसा में वर्तमान और पिछले वर्षों में शहीद हुए सभी लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी. राज्य शासन ने 25 मई को झीरम श्रद्धांजलि दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया है.
सामान्य प्रशासन विभाग ने जारी किया पत्र : हर साल की तरह इस साल भी झीरम घाटी श्रद्धांजलि दिवस के दिन शहीदों की स्मृति में सभी शासकीय और अर्द्धशासकीय कार्यालयों में दो मिनट का मौन रखा जाएगा. श्रद्धांजलि कार्यक्रम में अधिकारियों-कर्मचारियों को राज्य को पुनः शांति का टापू बनाने के लिए शपथ भी दिलाई जाएगी.झीरम श्रद्धांजलि दिवस मनाए जाने के संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग छत्तीसगढ़ शासन ने प्रदेश के सभी विभाग, राजस्व मंडल के अध्यक्ष, समस्त विभागाध्यक्ष, संभागायुक्त और कलेक्टरों को पत्र जारी किया है.
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कब हुआ था झीरम हमला : 25 मई 2013 को छत्तीसगढ़ के बस्तर में नक्सलियों ने कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा के काफिले पर हमला कर दिया था. इस नरसंहार में कांग्रेस के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार पटेल, पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल, बस्तर टाइगर महेंद्र कर्मा और सुरक्षाबलों सहित 29 लोगों की शहादत हो गई थी. इसमें कांग्रेस के 20 से ज्यादा नेता मारे गए थे. बताया जाता है कि बस्तर में रैली खत्म होने के बाद कांग्रेस नेताओं का काफिला सुकमा से जगदलपुर जा रहा था. काफिले में करीब 25 गाड़ियां थीं. जिनमें लगभग 200 नेता सवार थे. तभी नक्सलियों ने घात लगाकर हमला कर दिया.