रायपुर: गर्मी की शुरुआत होते ही कूलर मार्केट सज गया है. लेकिन कूलर मार्केट से रौनक गायब है. पिछले साल लॉकडाउन की वजह से कूलर का बाजार पूरी तरह से फीका रहा. इस साल की बात करें तो कूलर मार्केट में ग्राहकी कम दिख रही है. पिछले साल की तरह इस साल भी कूलर का बाजार ठंडा रहने की चिंता व्यापारियों को अभी से सता रही है.
प्रदेश की राजधानी रायपुर में अकेले कूलर मार्केट की बात करें तो छोटी-बड़ी मिलाकर यहां करीब 200 दुकानें होंगी. गर्मी के सीजन में छत्तीसगढ़ में कूलर का बाजार करीब 50 करोड रुपये का होता है. जहां पर फाइबर और आयरन बॉडी के अलग-अलग कंपनियों के छोटे बड़े कई तरह के कूलर बाजार में उपलब्ध है. ग्राहक अपनी सुविधा के हिसाब से कूलर की खरीदते हैं. लेकिन ग्राहकी की बात करें तो कूलर के दुकान में ग्राहकी नहीं के बराबर है.
बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर कारीगर भी चिंतित
पिछले साल की तरह इस साल भी कूलर बनाने वाले कुछ कारीगर दूसरे राज्य से रायपुर पहुंचे हैं. जो पिछले कई सालों से रायपुर में आकर अपनी रोजी-रोटी चला रहे हैं. बाहर से आए ये कारीगर असेंबल्ड कूलर में इलेक्ट्रिक से संबंधित काम जैसे वायरिंग, स्विच और मोटर की फिटिंग का काम करते हैं. जिनको अपने परिवार और रोजी-रोटी की चिंता अभी से सताने लगी है.
बिलासपुर : बढ़ती गर्मी के बीच वाटर एटीएम पर लटका है ताला
पिछले साल व्यापारियों का आधे से ज्यादा माल हुआ था जाम
बढ़ते कोरोना संक्रमण के चलते व्यापारियों में एक तरह खौफ का माहौल भी दिखाई दे रहा है. पिछले साल भी व्यापारियों ने गर्मी के मौसम को देखते हुए कूलर मार्केट में लाए थे. लेकिन कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन की वजह से इन व्यापारियों का आधे से ज्यादा माल जाम हो चुका था. फिर उसी तरह के हालात बन सकते हैं. ऐसी आशंका व्यापारी जता रहे हैं.
कूलर के दामों में हुई बढ़ोतरी
पिछले साल की तुलना में इस साल फाइबर और आयरन से बने कूलर बाजार में सजे हुए हैं. कूलर मार्केट में एक कूलर की कीमत 2 हजार रुपये से लेकर 20 हजार रुपये तक है. लेकिन इस बार कूलर की कीमत पिछले साल की तुलना में एक कूलर में 500 रुपये से लेकर 700 रुपये तक की बढ़ोतरी हुई है.
लॉकडाउन का डर
गर्मी के इस मौसम में कूलर में लगने वाले खस लगाने का काम करने वाले कारीगर भी मानते हैं कि पिछले साल कोरोना की वजह से उनका धंधा पूरी तरह से चौपट हो गया था. लेकिन इस साल उनको अच्छे धंधे की उम्मीद है. लेकिन उन्हें भी एक तरह का डर सता रहा है कि आने वाले समय में फिर एक बार लॉकडाउन न हो जाए.