रायपुर : छत्तीसगढ़ में टीकाकरण अभियान का असर दिखा.यहां कोविड के मामले तेजी से घटे.लेकिन फिर भी कई लोग ऐसे हैं जिन्होंने सिंगल डोज के बाद या तो दूसरा डोज नहीं लिया.वहीं कुछ लोगों ने बूस्टर डोज भी नहीं लगवाया. इस बारे में एपेडिमिक कंट्रोल के डायरेक्टर डॉ सुभाष मिश्रा का कहना है कि"कोविड का टीकाकरण कराने से बीमारी से बचने में सहायता मिलती है. अभी तक राज्य में 5 करोड़ 3 लाख 98 हजार 966 को डोजेज लग चुके हैं. इससे इम्यूनिटी बढ़ती है.साथ ही साथ ये शरीर में वायरस को बढ़ने से रोकता है.
बदलते मौसम में बढ़ता है संक्रमण : बदलते मौसम में भी संक्रमण बढ़ सकता है. डॉ सुभाष मिश्रा ने कहा कि"मौसम में बदलाव के कारण संक्रमण अवश्य ही बढ़ता है. राज्य में संक्रमण भी बढ़ते जा रहे हैं. कुछ लोगों को गंभीर बीमारियों की वजह से भी कोरोना संक्रमण का सामना करते हुए अस्पताल में भर्ती होने की नौबत आ रही है. बुजुर्ग व्यक्ति, डायबिटीज के पेशेंट, किडनी पेशेंट, टीबी, गर्भवती महिलाएं समेत बुजुर्गों को सावधान रहने की जरुरत है.
दो महीने में कितनी मौतें: मार्च और अप्रैल महीने में मृत्यु दर की बात करते हुए डॉ सुभाष मिश्रा ने कहा कि " अप्रैल महीने में 8 ऐसे व्यक्तियों की मृत्यु हुई है. जो अन्य बीमारियों से ग्रसित थे. इसमें रोड एक्सीडेंट का भी एक केस शामिल है.लेकिन जब इन्हें अस्पताल लाया गया तो जांच के दौरान पता चला कि यह कोविड पॉजिटिव भी हैं.इन सभी में एक व्यक्ति ऐसा था जिसे अन्य बीमारी तो नहीं थी लेकिन कोविड-19 था. जिस वजह से उसे निमोनिया हो गया था. अस्पताल में उसे देरी से भर्ती कराया गया. जिस वजह से उसकी मौत हो गई. इसलिए कोरोना से केवल एक ही मृत्यु मानी जा रही है. बाकियों को अन्य बीमारियों की वजह से मृत्यु का कारण बताया जा रहा है."
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अब तक कितना वैक्सीनेशन : जब प्रदेश में पहली बार कोविड टीकाकरण हुआ तो 2 करोड़ 98 लाख 69 हजार 603 लोगों का टीकाकरण किया गया. जानकारी के मुताबिक वर्तमान में प्रदेश में टीकाकरण अभी बंद है प्रदेश सरकार द्वारा भारत सरकार से वैक्सीनेशन करवाने की अनुमति मांगी गई है.नए आंकड़े अभी वैक्सीनेशन पर नहीं जुड़े हैं. अभी तक स्वास्थ्य विभाग ने कोई सर्वे नहीं कराया है कि किस व्यक्ति ने पहली डोज लगाई है या नहीं .इसके लिए स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि '' सरकार से टीकाकरण की अनुमति मिलने के बाद एक टीम बनाई जाएगी जो टीकाकरण को लेकर सर्वे करेगी.