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धान खरीदी केंद्र के निर्माण में धांधली, भ्रष्टाचार की भेंट चढ़े जनता के लाखों रुपये

किसानों को कृषि से संबंधित जरूरी सामान समय पर उपलब्ध हो सके, इसके लिए विभाग द्वारा किसान फंड से लाखों रुपये निकाले गए, लेकिन किसानों को धान खरीदी केंद्र नहीं मिला.

सहकारी समिति
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Published : Jul 3, 2019, 12:22 PM IST

Updated : Jul 3, 2019, 3:10 PM IST

रायपुर: कृषि साख सहकारी समिति की ओर से धान खरीदी केंद्र बनाए जाने के लिए किसान समिति फंड से 15 लाख की राशि स्वीकृति की गई थी, लेकिन किसानों के फंड से निकाली गई राशि डूबती हुई नजर आ रही है. इस मामले में पीड़ित किसानों ने जिम्मेदारों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है.

वीडियो

बता दें कि किसानों को कृषि से संबंधित जरूरी सामान समय पर उपलब्ध हो सके, इसके लिए विभाग द्वारा किसान फंड से लाखों रुपये निकाले गए, लेकिन किसानों को न भवन मिला न ही खाद और न ही रासायनिक दवाइयां उपलब्ध हो रही हैं, जिससे किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें हैं. किसानों का कहना है कि 'विभाग के जनप्रतिनिधि और अधिकारियी जमा की गई धन राशि को डकार गए'.

पानी में गए किसान फंड के पैसे
किसानों ने बताया कि 'अधिकारियों ने रकम निकालकर काम तो शुरू करा दिया और मौके पर मुरम और गिट्टी भी गिराई गई, लेकिन अभी तक धान खरीदी केंद्र का काम शुरू ही नहीं हो सका है. समिति के सदस्य और सोसायटी में कार्यरत अधिकारियों ने किसान फंड के पैसों को भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा दिया.

पढ़ें: बिलाईगढ़: बिना काम कराए ही सरपंच ने निकाल ली रकम, जांच से संतुष्ट नहीं है ग्रामीण

सरकारी राशि का बंदरबांट
संस्था के व्यवस्थापक नरसिंग साहू ने 15 लाख के निर्माण कार्य को पिछले जनप्रतिनिधियों के सिर मढ़ दिया, इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि ग्रामीण इलाकों में रहने वाले किसानों की जमा राशि की मिलीभगत से बंदरबांट जारी है.

रायपुर: कृषि साख सहकारी समिति की ओर से धान खरीदी केंद्र बनाए जाने के लिए किसान समिति फंड से 15 लाख की राशि स्वीकृति की गई थी, लेकिन किसानों के फंड से निकाली गई राशि डूबती हुई नजर आ रही है. इस मामले में पीड़ित किसानों ने जिम्मेदारों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है.

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बता दें कि किसानों को कृषि से संबंधित जरूरी सामान समय पर उपलब्ध हो सके, इसके लिए विभाग द्वारा किसान फंड से लाखों रुपये निकाले गए, लेकिन किसानों को न भवन मिला न ही खाद और न ही रासायनिक दवाइयां उपलब्ध हो रही हैं, जिससे किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें हैं. किसानों का कहना है कि 'विभाग के जनप्रतिनिधि और अधिकारियी जमा की गई धन राशि को डकार गए'.

पानी में गए किसान फंड के पैसे
किसानों ने बताया कि 'अधिकारियों ने रकम निकालकर काम तो शुरू करा दिया और मौके पर मुरम और गिट्टी भी गिराई गई, लेकिन अभी तक धान खरीदी केंद्र का काम शुरू ही नहीं हो सका है. समिति के सदस्य और सोसायटी में कार्यरत अधिकारियों ने किसान फंड के पैसों को भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा दिया.

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सरकारी राशि का बंदरबांट
संस्था के व्यवस्थापक नरसिंग साहू ने 15 लाख के निर्माण कार्य को पिछले जनप्रतिनिधियों के सिर मढ़ दिया, इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि ग्रामीण इलाकों में रहने वाले किसानों की जमा राशि की मिलीभगत से बंदरबांट जारी है.

Intro:दीपक वर्मा अभनपुर
स्लग – भ्रष्टाचार
सरकार द्वारा विभिन्न योजनाये संचालित कर ग्रामीणों के उत्थान के लिए कई कार्य करती है और साथ ही जिले में ग्रामीणों द्वारा सहकारी संस्था द्वारा किसानों को सहज ही कृषि से सम्बंधित खाद,रासायनिक दवाई साथ ही ऋण की बुनियादी सुविधाएं भी भी मिल सके इसके लिए गांवो में ग्रामीण सहकारी संस्था बनाया गया है पर इन्ही के जनप्रतिनिधियों एवम अधिकारियों के जमा किये धन राशि को बंदरबाट करे तो जांच कर कार्यवाही कौन करेगाBody:
यही मामला रायपुर जिले के अभनपुर तहसील के ग्राम पोंड में किसानो का बैंक ....प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति पोंड द्वारा धान खरीदी केंद्र बनाये जाने के लिए समिति के फंड द्वारा पन्द्रह लाख की स्वीकृति किये ..और कार्य चालू किये ..पर मौके स्थल में मात्र मुरम और गिट्टी डाला गया ...किसानो ने आरोप लगाया की समिति के जनप्रतिनिधि और सोसायटी में कार्यरत अधिकारियो द्वारा पन्द्रह लाख रूपये का बंदरबाट कर दिया गया ...मौके स्थल पर न तो कोई बोर्ड लगाया गया है .....और न ही बौंडरीवाल तैयार किया और न ही कोई भवन ...मात्र मुरम और गिट्टी डालकर पन्द्रह लाख रूपये फुक दिये गये .....इससे साफ जाहिर होता है की समिति में जुड़े जनप्रतिनिधियों और अधिकारियो द्वारा मिलकर किसान के समिति के फंड के रकम को ऐसे ही उड़ा दिए ...इससे अंदाजा लगाया जा सकता है की किसानो के पैसे को सोसायटी समिति के,जनप्रतिनिधि और अधिकारी कर्मचारी द्वारा भ्रष्टाचार कर रूपये का बंदरबाट कर रहे है ....Conclusion:वही संस्था के व्यवस्थापक नरसिंग साहू ने.. किए गए 15 लाख की निर्माण कार्य को पिछले जनप्रतिनिधियों द्वारा किये गए कार्य कहा कर पल्ला झाड़ रहे है इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि ग्रामीणों में निवासरत भोले भाले किसानों के पाई पाई जमा हुए राशि को मिली भगत कर बंदरबांट किया जा रहा है
बाइट-01 टिकेन्द्र साहू किसान
बाइट-02 खगेश साहू किसान
बाइट-03 नरसिंग साहू व्यवस्थापक प्राथमिक साख सहकारी समिति पोंड
Last Updated : Jul 3, 2019, 3:10 PM IST
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