रायपुर: केंद्र सरकार गर्भवती महिलाओं को कोरोना वैक्सीन लगाने के संबंध में गाइडलाइन जारी कर चुकी है. जिसके बाद छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य विभाग गर्भवती महिलाओं को वैक्सीन लगाने के लिए मितानिन और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को ट्रेनिंग दे रहा है. राज्य सरकार केंद्र की गाइडलाइन जारी होने के बाद से ही महिलाओं को जागरूक करने के लिए काम कर रहा है, लेकिन अब भी काफी कम मात्रा में गर्भवती महिलाएं टीका लगाने के लिए टीकाकरण केंद्रों पर पहुंच रही हैं. गर्भवती महिलाएं अभी भी वैक्सीन लगाने से झिझक रही हैं.
रायपुर में वैक्सीनेशन की स्थिति
छत्तीसगढ़ के रायपुर में 60 हजार गर्भवती महिलाएं हैं, जिन्हें वैक्सीन लगनी हैं. हालांकि कुछ गर्भवती महिलाएं टीकाकरण केंद्र पहुंचकर अपना वैक्सीनेशन करवा रही हैं, लेकिन इन लोगों की संख्या काफी कम है. इसके अलावा मितानिन और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता जिले के अलग-अलग इलाकों में जाकर गर्भवती महिलाओं को टीकाकरण के प्रति जागरूक करने का काम भी कर रही हैं. वहीं, बिलासपुर जिले में भी 25 हजार गर्भवती महिलाएं हैं, जो वैक्सीन लगाने में झिझक रही हैं.
इंतजाम पूरे फिर कहां कमी
गर्भवती महिलाओं के वैक्सीनेशन को लेकर सामने आ रही समस्या पर राजधानी के शहीद स्मारक केंद्र के टीकाकरण प्रभारी शरद कुमार ने बताया कि उनके यहां गर्भवती महिलाओं के वैक्सीनेशन की पूरी व्यवस्था है. दोनों कंपनियों की वैक्सीन केंद्र में उपलब्ध है. जो गर्भवती महिलाएं वैक्सीन लगाने के लिए आती हैं, उनको प्राथमिकता देते हुए वह पहले वैक्सीन लगाते हैं. उन्होंने आगे कहा कि जिस मात्रा में गर्भवती महिलाओं को टीकाकरण केंद्र आकर वैक्सीन लगाना चाहिए उतनी मात्रा में वह नहीं आ पा रही हैं. कहीं न कहीं उनके मन में वैक्सीन को लेकर अभी भी डर है.
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टीकाकरण केंद्र के प्रभारी ने कहा कि उन्हें परिवार के सदस्य जो गर्भवती हैं, उन्होंने वैक्सीन लगा ली है. जिनको वह जानते हैं उनको पर्सनली कॉल कर वैक्सीनेशन के लिए बुला रहे हैं. उन्होंने कहा कि वैक्सीन लगाने के बाद किसी को भी कोई समस्या देखने को नहीं मिली है.
समझिए वैक्सीनेशन प्रकिया
रायपुर के टीकाकरण केंद्रों में गर्भवती महिलाओं को वैक्सीन लगाने के लिए पूरी व्यवस्था है. गर्भवती महिलाएं जब भी टीकाकरण केंद्र आती हैं, उनको प्राथमिकता देते हुए वैक्सीन लगाई जाती है. जिसके बाद आधे घंटे उन्हें रेस्ट करने के लिए कहा जाता है. आधे घंटे बाद उनसे यह भी पूछा जाता है कि वह ठीक महसूस कर रही हैं या नहीं. उसके बाद ही उन्हें घर जाने को कहा जाता है.
गर्भवती ने साझा किया वैक्सीनेशन का अनुभव
टीकाकरण को लेकर गर्भवती पारुल सौरज ने बताया, 'मैं 7 महीने की गर्भवती हूं और डॉक्टर ने मुझे सुझाव दिया कि मैं दोनों वैक्सीन में से जो भी लगाना चाहू जल्दी लगा लूं. आईसीएमआर (ICMR) ने भी वैक्सीन लगाने के लिए कह दिया था. रायपुर आने के बाद मुझे शहीद स्मारक में सेंटर मिला था. जिसके बाद मैं वहां पर गई वैक्सीनेशन के लिए वहां पर मुझे अलग रूम में बैठाया गया. 1-2 मिनट में मुझे वैक्सीन भी लगा दिया गया. उसके बाद मुझे आधे घंटे तक आराम करने के लिए कहा गया. आराम करने के बाद में घर आ गई.'
रायपुर सीएमएचओ ने दी जानकारी
रायपुर सीएमएचओ डॉक्टर मीरा बघेल ने बताया कि गर्भवती महिलाओं को वैक्सीन लगाने के लिए उन्होंने मितानिन और आंगनबाड़ी महिला कार्यकर्ताओं को ट्रेनिंग दे दी है. अभी भी काफी कम गर्भवती महिलाएं वैक्सीनेशन केंद्र आकर वैक्सीन लगा रही हैं. इस वजह से वह मितानिन और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को गर्भवती महिलाओं के घर जाकर उन्हें जागरूक करने के लिए भी कह रहे हैं. रायपुर में लगभग 60 हजार गर्भवती महिलाएं हैं, जिनको वैक्सीन लगाना है. कुछ गर्भवती महिलाएं वैक्सीनेशन केंद्र जा कर वैक्सीन तो लगवा रही है, लेकिन अधिकांश में अभी जागरूकता की कमी है.