रायपुर : प्रदेश में कोरोना संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है. इससे बचाव और रोकथाम के लिए सरकार हर मुमकिन कोशिश कर रही है. इसी कड़ी में राज्य सरकार के निर्देशानुसार दूसरे राज्यों से रेल और बस से आने वाले यात्रियों का कोरोना टेस्ट और कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की जा रही है. रायपुर में रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर कोरोना टेस्ट और कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की व्यवस्था का जायजा लिया ईटीवी भारत ने..
रायपुर में जिंदगी की डोर थामने के लिए 24 घंटे काम कर रहा मेडिकल स्टाफ
24 घंटे में तीन शिफ्ट में होती है जांच
रेलवे स्टेशन में बैठे स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने बताया कि रोजाना 15 से 16 ट्रेनों के यात्री यहां उतरते हैं. दूसरे राज्यों से आने वाले यात्री ज्यादातर रायपुर में उतरते हैं, जहां उनका कोरोना टेस्ट किया जाता है. यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग कर कॉन्टैक्ट नोट किया जाता है. 24 घंटे में तीन शिफ्ट में कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग और जांच की जाती है. रायपुर रेलवे स्टेशन के बाद ईटीवी भारत की टीम पंडरी बस स्टैंड पहुंची. वहां भी जांच के लिए कैंप लगाया गया है. यहां रोजाना 40 से 50 टेस्ट होते हैं.
राजधानी में प्रवेश करने की जगहों पर जांच कैंप की आवश्यकता
ज्यादातर सड़क मार्ग और बस से आने वाले यात्री बस स्टैंड तक नहीं पहुंचते. बीच रास्ते में ही उतरकर अपने घर चले जाते हैं. ऐसे में ज्यादातर यात्रियों की जांच नहीं हो पाती है. जिला प्रशासन और राज्य सरकार को इस ओर ध्यान देने की आवश्यकता है कि वे राजधानी में प्रवेश करने की सीमा पर दूसरे राज्यों से आने वाले यात्रियों का टेस्ट कराएं और उनकी कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग करें. बसों से रायपुर आने वाले यात्रियों का पता लगाएं, ताकि कोरोना संक्रमण के फैलने से रोका जाए.