रायपुर: छत्तीसगढ़ में कोरोना की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है. हालात ये हैं कि मुर्दाघर फुल हैं, शवों को श्मशान में जगह तक नसीब नहीं हो रही है. अस्पतालों में बिस्तर और ऑक्सीजन नसीब हो जाए तो मरीज और उनके परिजन खुद को खुशनसीब मान रहे हैं. स्थिति ये है कि टेस्ट रिपोर्ट के लिए भी तीन से चार दिन का इंतजार करना पड़ रहा है. प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव का कहना है कि सबके सहयोग से स्थिति कंट्रोल में कर लेंगे.
हेल्थ मिनिस्टर ने कहा कि हालात चिंताजनक हैं, हर रोज मरीजों का आंकड़ा बढ़ रहा है. लेकिन स्थिति को काबू में कर लेंगे. श्मशान घाट में जगह की कमी को लेकर स्वास्थ्य मंत्री का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी मरीजों की देखरेख तक सीमित हो जाती है. उसके आगे की व्यवस्था नगरीय प्रशासन विभाग को करनी होती है. रायपुर, दुर्ग से ऐसी तस्वीरें सामने आ रही हैं जहां मर्च्युरी में शवों को रखने की और श्मशान घाट में अंतिम संस्कार के लिए जगह नहीं है.
'छत्तीसगढ़ में कोरोना की स्थिति खतरनाक, कड़े कदम उठाने ही होंगे'
बढ़ाई गई है श्मशानों की संख्या : सिंहदेव
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि श्मशान में जगह की कमी को लेकर उन्होंने नगरीय प्रशासन मंत्री शिव डहरिया से बात की है. इसके अलावा उन्होंने रायपुर और दुर्ग नगर निगम के महापौर से भी बात की है. अधिकारियों से भी लगातार संपर्क बना हुआ है. सिंहदेव ने बताया कि अधिकारियों का कहना है कि स्थिति को देखते हुए शवदाह के स्थान की संख्या को बढ़ाया है. नागरिकों को किसी तरह की तकलीफ न हो ये प्रयास स्वास्थ्य विभाग कर रहा है.
प्रदेश के हालात चिंता जनक : सिंहदेव
प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर कहा कि अभी प्रदेश में फिलहाल स्थिति बेकाबू तो नहीं हुई है. लेकिन चिंता की स्थिति है. प्रदेश में हालात गंभीर है. केस लगातार बढ़ रहे हैं. टेस्टिंग के हिसाब से भी मरीजों की संख्या बढ़ रही है. सिंहदेव ने कहा कि हमें उम्मीद है लोगों के सहयोग से और शासन-प्रशासन के जिम्मेदार कार्य के निष्पादन से हम कोरोना पर काबू पा लेंगे.