रायपुर: बुधवार को खैरागढ़ में केंद्रीय जलशक्ति मंत्री प्रह्लाद पटेल ने बघेल सरकार पर निशाना साधा था. प्रह्लाद पटेल ने कहा था कि अगर बघेल सरकार 2500 रुपये में प्रति क्विंटल धान खरीदेगी तो दिवालिया हो जाएगी. उन्होंने कांग्रेस सरकार पर कर्ज लेने का आरोप लगाया था. केन्द्रीय राज्य मंत्री प्रह्लाद पटेल ने धान खरीदी के मुद्दे पर कहा कि, कांग्रेस धान खरीदी की दर 2500 से 2800 रुपए प्रति क्विंटल कर रही है. पहले तो जो रुपए केंद्र ने भेजे हैं, उसका सही इस्तेमाल करें. उन्होंने कहा कि, छत्तीसगढ़ को कांग्रेस दिवालिया करने पर आमादा है. राज्य पर कर्ज का बोझ बढ़ता जा रहा है. लेकिन थाली खाली है. पटेल के इसी बयान का कांग्रेस विरोध कर रही है.
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रह्लाद पटेल का पुतला दहन किया: केंद्रीय जलशक्ति राज्य मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल के कर्ज लेने वाले बयान को लेकर कांग्रेस में काफी गुस्सा है. इस बयान के विरोध में कांग्रेस के द्वारा प्रदेश भर में प्रदर्शन किया गया. जिसके तहत सभी जिलों में स्थित कांग्रेस भवन के सामने प्रह्लाद पटेल का पुतला दहन कर जमकर नारेबाजी की गई. इस कड़ी में छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में भी जिला कांग्रेस भवन के सामने प्रह्लाद पटेल का पुतला दहन कर विरोध प्रदर्शन किया गया. इस बीच पुलिस और कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के बीच झूमा झपटी भी देखने को मिली.
Khairagarh assembly by election : केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल ने भूपेश बघेल सरकार को घेरा
कांग्रेस ने प्रह्लाद पटेल के बयान पर पीएम मोदी से पूछे सवाल: इस मुद्दे पर कांग्रेस ने प्रधानमंत्री मोदी से सवाल पूछा है कि वे अपने मंत्री के बयान से कितना सहमत हैं. कांग्रेस ने बीजेपी से प्रह्लाद पटेल के बयान पर माफी की मांग की है. कांग्रेस जिला अध्यक्ष गिरीश दुबे ने कहा कि प्रह्लाद पटेल भारतीय जनता पार्टी का एक और किसान विरोधी चेहरा है. एक साल तक किसानों के आंदोलन के बावजूद प्रधानमंत्री के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी. इनको किसानों की खुशहाली के बारे में जानकारी ही नहीं है. इनको केवल इनके राष्ट्रीय तीन मित्र के बारे में जानकारी है.
बघेल सरकार में छत्तीसगढ़ का किसान खुशहाल: गिरीश ने कहा कि छत्तीसगढ़ का किसान भूपेश सरकार के कार्यकाल में बहुत खुशहाल है. जिन का कर्ज माफ होता है. जिनका धान 2500 समर्थन मूल्य में खरीदा जाता है. विभिन्न प्रकार के जो रिपोर्ट आ रहे हैं उसे पता चलता है कि छत्तीसगढ़ का किसान कितना खुश है. गिरीश ने कहा कि GST दर का आंकड़ा, इनकम टैक्स का आंकड़ा, बेरोजगारी दर का आंकड़ा यह सब बताता है कि जब किसान के जेब में पैसा आ रहा है तो तभी छत्तीसगढ़ में खुशहाल हैं.