रायपुरः नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने प्रदेश में कोरोना की डरावनी स्थिति के लिए राज्य के स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने आरोप लगाया कि स्वास्थ्य विभाग ने पहले कोरोना पर खर्च की गई राशि को छिपाया. वहीं अब कोरोना से होने वाले मौत के आंकड़े भी छुपा रही है. मौत के जो आंकड़े सरकार जारी कर रही है. वास्तव में वह आंकड़े कई गुना ज्यादा है. नेता प्रतिपक्ष के इस बयान पर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने पलटवार किया है.
सिंहदेव ने कहा कि अगर उनके पास कोई ऐसी जानकारी है तो बताएं. अगर उनके पास ऐसी सूचना है तो सरकार को सूचना दें. सिंहदेव ने कहा कि ऐसे मामलों में राजनीति नहीं करनी चाहिए. हेल्थ मिनिस्टर ने कहा कि हम पारदर्शी हैं.
हर दूसरे घंटे में एक मरीज की मौत
धरमलाल कौशिक ने कहा कि हर दूसरे घंटे में एक मरीज की कोरोना से मौत हो रही है. सरकारी आंकड़े पर ही गौर करें, तो एक साल में करीब 4 हजार 204 लोगों की मौत हुई है. मतलब हर दिन करीब 12 लोगों की मौत कोरोना से हुई है. जो बेहद ही चिंताजनक है.
'कोरोना से मौतें चिंता का विषय, रायपुर में लॉकडाउन पर फैसला कलेक्टर लेंगे'
कोरोना से होने वाले मौत पर डाला जा रहा पर्दा
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि यह तो सरकारी आंकड़े हैं. जबकि वास्तव में कोरोना से मौत के आंकड़े हर दिन करीब 150 से ऊपर हैं. जिस पर पर्दा डाला जा रहा है. कौशिक ने राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर निशाना साधा कि राज्य की जनता कोरोना की पीड़ा में तड़प रही है. अस्पतालों में न बेड मिल रहा है, न दवाईयां, अब तो वैक्सीन को लेकर मारामारी मची हुई है. आलम यह है कि नए वित्तीय वर्ष में एक रुपये भी अब तक विभाग को आवंटित नहीं किया गया है. जबकि कोरोना लगातार अपना कहर बरपा रहा है.
राज्य सरकार पर आरोप
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने आरोप लगाया कि कोरोना के नाम पर कांग्रेस सरकार केवल भ्रष्टाचार कर रही है. एक ही व्यक्ति सभी जिलों के सीएमओ को बजट आवंटित कर रहा है. जिसके खिलाफ दर्जनों शिकायतें आ रही है. इसी तरह एक जिले में तो पीपीई किट 15 हजार रुपये में खरीदी गई है. जबकि वहीं पीपीई किट खुले मार्केट में 750 रुपये में मिल रहा है. यह राज्य की कांग्रेस सरकार की कोरोना से लड़ाई को लेकर गंभीरता है. यहीं वजह है कि प्रदेश की जनता का मोह इस सरकार से भंग हो चुका है.