रायपुर: प्रदेश की लाइफ लाइन कही जाने वाली संजीवनी 108 के संचालन के लिए अनुबंधित कंपनी जय अंबे इमरजेंसी सर्विसेस के विरुद्ध सरकार ने जांच बैठाई है. कंपनी के विरुद्ध शिकायत है कि कंपनी ने वार्षिक टर्नओवर के दस्तावेज लगाए हैं. वे दरअसल कंपनी की दूसरी फर्मों के हैं, जिनका मुख्य काम कोयले का परिवहन करना है.
पढ़ें- रायपुर :सीएम बघेल ने राष्ट्रीय पर्यटन दिवस पर प्रदेशवासियों को दी शुभकामनाएं
बता दें कि स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के पास लिखित शिकायत की गई है. कंपनी के खिलाफ और दस्तावेज भी उपलब्ध कराए गए हैं. दस्तावेजों में खुद कंपनी ने रोड लाइंस का उल्लेख करते हुए लिखा है. कंपनी ने गुजरात के सम्मान फाउंडेशन का अनुभव प्रमाण पत्र लगाया है जबकि सम्मान फाउंडेशन के पास पर्याप्त अनुभव ही नहीं है. सूत्र बताते हैं कि जय अंबे इमरजेंसी सर्विसेस के निवेदिता संबंधी दस्तावेजों की जांच में स्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने लापरवाही बरती है. साथ ही एक IAS अफसर भी जांच के दायरे में है.