रायपुर: छत्तीसगढ़ में एक बार फिर ईडी की कार्रवाई ने जोर पकड़ा है. इस कार्रवाई के बारे में अब सीएम भूपेश का बयान भी सामने आया है. सीएम भूपेश से पूछा गया कि क्या ईडी कार्रवाई सरकार को परेशान करने के लिए की जा रही है. इस सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा " मैं शुरू से कह रहा हूं कि भाजपा छत्तीसगढ़ में लड़ नहीं पा रही है. लगातार बैठक कर रहे हैं. प्रभारी बदल रहे हैं. नेता प्रतिपक्ष बदल रहे हैं. सब बदल के देखलिए एक यही हथियार है जिसके माध्यम से भाजपा ईडी, आईटी के माध्यम से लोगों के बीच में प्रचार प्रसार करना, बदनाम करना, परेशान करना यही करना इनका मोटो है. होना जाना कुछ भी नहीं है केवल परेशान करना है.''
जहां चुनाव वहीं सेंट्रल एजेंसी की दबिश: पिछले दिनों आपने कहा था कि शनि की वक्र दृष्टि है आपको क्या लगता है विधानसभा इलेक्शन है इसलिए यह सब हो रहा है, इस सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा " क्या महाराष्ट्र में अब सेंट्रल एजेंसी की दबिश होती है जैसे सरकार बदली वहां जितने भी सेंट्रल एजेंसी थे. सब बोरिया बिस्तर बांध के निकल लिए. क्योंकि छत्तीसगढ़ में चुनाव है. इसलिए इस प्रकार से कर रहे हैं. उनका तो उद्देश्य ही वही है जहां-जहां चुनाव होते हैं. पश्चिम बंगाल में पहले खूब चला था चुनाव से पहले उसके बाद महाराष्ट्र में चला. उसके पहले कर्नाटक में चला. अब यहां चल रहा है. कुल मिलाकर जो स्थिर सरकार है उसको अस्थिर करना बदनाम करना और अधिकारियों व्यापारियों राजनेताओं को डराने के लिए सब हो रहा है.''
भाजपा पर जांच से डरने का आरोप: स्मार्ट सिटी के फंड पर गड़बड़ी मामले और शिकायत को लेकर सीएम भूपेश बघेल ने कहा " पहले इनके जो भ्रष्टाचार हैं उनकी शिकायत या जांच करवा ले. नान की जांच करना चाहते थे हाईकोर्ट में इसका स्टे लेकर बैठे हैं. झीरम घाटी की जांच करने की बात करते हैं तो एनआईए जांच नहीं करती. कोर्ट में स्टे लेकर बैठ जाते हैं. चिटफंड कंपनी के हजारों करोड़ रुपए डूबे हैं हम लोग उसकी जांच करने बोलते है. छत्तीसगढ़ का हर आदमी बोलता है कि चिटफंड कंपनी में उसके पैसे डूबे हैं. देशभर में पहली सरकार है जो चिटफंड कंपनियों के पैसे जिनके पैसे डूबे हैं उनके खाते में डालने काम कर रहे हैं. लेकिन अभी तक हम लोग जो कि यह बहुत कम किए हैं. हजारों करोड़ों रुपए हैं हम कुछ करोड़ वापस कर पाए हैं. कहीं ना कहीं मनी लॉन्ड्रिंग हुआ है. ईडी उसकी जांच करें. लेकिन वह नहीं करते हैं. वह सिर्फ एक राजनीतिक उद्देश्य से कार्रवाई करते हैं.''
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रावघाट परियोजना पर दिया बयान: बस्तर विकास के लिए लगातार प्रयास के बावजूद रावघाट परियोजना लंबित है. इस सवाल पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा " बस्तर को जोड़ने के लिए सिर्फ एक सड़क मार्ग है और एक फ्लाइट चलती है. रेल मार्ग ओडिसा से होकर जाता हैं वह बहुत लंबा पड़ता है. अगर रेल मार्ग जुड़ जाएगा तो आवागमन के हिसाब से बड़ी सुविधा होगी लोगों को.''
वहीं शरद यादव के निधन पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा "शरद यादव जी ने जबलपुर यूनिवर्सिटी से अपनी राजनीतिक जीवन की शुरूआत की और धीरे-धीरे वह राष्ट्रीय राजनीति में आए. जब तक के वह राजनीति में सक्रिय थे. भारतीय राजनीति को बहुत प्रभावित करते रहे. अपने कार्यों और विचारों से उनके जाने से एक युग की समाप्ति हुई है. एक बड़े राजनेता का जाना निश्चित रूप से देश के लिए समाज के लिए नुकसानदायक है. मैं उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूं."