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VIDEO: 'फिजूलखर्ची' को लेकर बघेल का इशारों-इशारों में रमन पर तंज

सीएम भूपेश बघेल ने रमन सिंह पर इशारों तंज कसा है, उन्होंने कहा कि पुराने लोग आज भी उसी तर्ज पर काफिला लेकर चलते हैं, जिससे फिजूलखर्च हो रहा है.

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Published : Oct 9, 2019, 4:35 PM IST

Updated : Oct 9, 2019, 4:44 PM IST

सीएम भूपेश का रमन पर तंज

रायपुर: सुरक्षा को लेकर सूबे के वर्तमान और पूर्व मुख्यमंत्रियों में ठनती दिख रही है. काफिले के खर्च को लेकर सीएम भूपेश बघेल ने इशारों-इशारों में पूर्व सीएम रमन सिंह पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि 'मैंने फिजूलखर्चों पर रोक लगाने के लिए अपनी सुरक्षा में लगी गाड़ियों में भी कटौती की है, लेकिन पुराने लोग अभी भी उसी तर्ज पर चल रहे हैं'.

भूपेश बघेल, सीएम, छग

दरअसल, पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के काफिले के वाहनों की संख्या आज भी उतनी ही है, जितनी तब थी, जब वे मुख्यमंत्री हुआ करते थे. इसको लेकर सीएम भूपेश बघेल ने काफिले के वाहनों की संख्या और उससे संबंधित हो रहे खर्चों की ओर इशारा किया है. इधर रमन सिंह ने बघेल के बयान पर पलटवार किया है. रमन सिंह ने कहा कि मैंने कभी सुरक्षा की मांग नहीं की, सीएम बघेल को इसकी चिंता क्यों हो रही है. रमन ने कहा कि मैंने कभी सुरक्षा नहीं मांगी, जितना केंद्र को लगता है, उतना उन्होंने दिया है.

'सरकार ने ऋणमाफी की'
साथ ही उन्होंने कहा कि हमने फिजूलखर्चों को कम कर जनता के हित में काम किया है. बघेल ने कहा कि हमारी सरकार ने किसानों की ऋणमाफी की, बिजली बिल हाफ किया, हर परिवार को 35 किलो चावल दे रहे हैं. ये सब वित्तीय अनुशासन संभव हुआ है.

सरकार को सख्त निर्णय लेने की जरुरत
अब देखने वाली बात है कि मितव्ययिता कि बात करने वाली कांग्रेस सरकार आने वाले समय में शासन-प्रशासन स्तर पर हो रहे फिजूलखर्चों को रोकने के लिए क्या ठोस कदम उठाती है.

रायपुर: सुरक्षा को लेकर सूबे के वर्तमान और पूर्व मुख्यमंत्रियों में ठनती दिख रही है. काफिले के खर्च को लेकर सीएम भूपेश बघेल ने इशारों-इशारों में पूर्व सीएम रमन सिंह पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि 'मैंने फिजूलखर्चों पर रोक लगाने के लिए अपनी सुरक्षा में लगी गाड़ियों में भी कटौती की है, लेकिन पुराने लोग अभी भी उसी तर्ज पर चल रहे हैं'.

भूपेश बघेल, सीएम, छग

दरअसल, पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के काफिले के वाहनों की संख्या आज भी उतनी ही है, जितनी तब थी, जब वे मुख्यमंत्री हुआ करते थे. इसको लेकर सीएम भूपेश बघेल ने काफिले के वाहनों की संख्या और उससे संबंधित हो रहे खर्चों की ओर इशारा किया है. इधर रमन सिंह ने बघेल के बयान पर पलटवार किया है. रमन सिंह ने कहा कि मैंने कभी सुरक्षा की मांग नहीं की, सीएम बघेल को इसकी चिंता क्यों हो रही है. रमन ने कहा कि मैंने कभी सुरक्षा नहीं मांगी, जितना केंद्र को लगता है, उतना उन्होंने दिया है.

'सरकार ने ऋणमाफी की'
साथ ही उन्होंने कहा कि हमने फिजूलखर्चों को कम कर जनता के हित में काम किया है. बघेल ने कहा कि हमारी सरकार ने किसानों की ऋणमाफी की, बिजली बिल हाफ किया, हर परिवार को 35 किलो चावल दे रहे हैं. ये सब वित्तीय अनुशासन संभव हुआ है.

सरकार को सख्त निर्णय लेने की जरुरत
अब देखने वाली बात है कि मितव्ययिता कि बात करने वाली कांग्रेस सरकार आने वाले समय में शासन-प्रशासन स्तर पर हो रहे फिजूलखर्चों को रोकने के लिए क्या ठोस कदम उठाती है.

Intro:रायपुर मंत्री नेताओं का स्टेटस उनके काफिले में मौजूद गाड़ी की संख्याओं से पता चलता है और यही वजह है कि ज्यादातर नेता और मंत्री अधिक से अधिक संख्या में वाहनों के साथ चलते हैं जो कहीं ना कहीं फिजूलखर्ची की श्रेणी में आता है. इसके अलावा भी कई ऐसे खर्चे हैं जिन्हें रोक कर सरकार जनता के लिए दूसरी जनकल्याणकारी योजनाओं को संचालित कर सकती है कुछ इसी तरह का संदेश देने की कोशिश मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज की है




Body:मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज पत्रकारों से चर्चा के दौरान कहा कि मितव्ययिता ही एकमात्र ऐसा तरीका है जिससे फिजूलखर्ची रोकी जा सकती है और इस राशि का इस्तेमाल जनता के हित में किया जा सकता है और यह सब संभव है वित्तीय अनुशासन से।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने फिजूलखर्ची रोकने पहल की है यहां तक कि अपनी सुरक्षा में लगी गाड़ियों में भी कटौती की है लेकिन पुराने लोग अभी उसी तर्ज पर चल रहे हैं उन्होंने कहा कि मैं किसी को सलाह नहीं देता लेकिन उन्हें खुद को भी असिस्ट करना चाहिए
बाइट भूपेश बघेल मुख्यमंत्री

बता दें कि कांग्रेस सरकार के द्वारा लगातार खर्चे में कटौती करने की अपील की जाती रही है बावजूद इसके नेता मंत्री और पूर्व मंत्रियों के द्वारा अपने खर्चों में कटौती नहीं की जा रही है ।

यहां तक की पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह के काफिले के वाहनों की संख्या आज भी उतनी ही है जितनी कि वे मुख्यमंत्री हुआ करते थे तब थी । मुख्यमंत्री का आज का यह बयान कहीं ना कहीं पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह के काफिले के वाहनों की संख्या और उससे संबंधित हो रहे खर्च हो पर भी की ओर भी इशारा करता है।




Conclusion:बहरहाल अब देखने वाली बात है मितव्ययिता कि बात करने वाली कांग्रेस सरकार आने वाले समय में शासन प्रशासन स्तर पर हो रहे फिजूलखर्ची को रोकने क्या ठोस कदम उठाती है क्योंकि सिर्फ काफिले वाहनों की संख्या कम करने से फिजूलखर्ची नहीं रुकेगी इसके लिए और भी कई सख्त निर्णय लेने की जरूरत है
Last Updated : Oct 9, 2019, 4:44 PM IST
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