रायपुर: कहीं सड़क की समस्या तो कहीं पानी की किल्लत, कहीं घरेलू झगड़ा तो कहीं सरकारी अधिकारियों की मनमानी. कुछ ऐसी शिकायत लेकर जनता मुख्यमंत्री आवास पहुंची थी और मौका था मुख्यमंत्री आवास में प्रत्येक बुधवार को आयोजित की जाने वाली मुख्यमंत्री के जन चौपाल का. इस दौरान मुख्यमंत्री ने पीड़ितों से उनकी समस्याएं सुनी और आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए.
बालोद के डौंडीलोहारा ब्लॉक के कमकापार गांव से आए ग्रामीणों गांव में एक पक्की सड़क बनाने की मांग मुख्यमंत्री से की. ग्रामीणों ने बताया कि कमकापार इलाके की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत है. यहां करीब 10 गावों के लिए सामूहिक साप्ताहिक बाजार लगता है. यदि यहां सड़क बनती है, तो इससे सभी को सहूलियत होगी. मुख्यमंत्री के निर्देश पर ग्रामीणों का आवेदन लोक निर्माण विभाग को भेज दिया गया है.
कंडरा जनजाति को चाहिए भवन
कांकेर से आए कंडरा जनजाति समाज के लोगों ने मुख्यमंत्री से उनके समाज के लिए एक सामाजिक सामुदायिक भवन बनवाने का आग्रह किया. समाज के मुखिया ने मुख्यमंत्री को इस संबंध में आवेदन दिया. मुख्यमंत्री ने उन्हें प्राधिकरण के माध्यम से इसके लिए स्वीकृति दिलाने का आश्वासन दिया है.
नई राजधानी प्रभावित किसानों ने लगाई गुहार
नई राजधानी यानी कि नवा रायपुर बनने से प्रभावित किसानों के संगठन किसान कल्याण समिति ने भी मुख्यमंत्री से मुलाकात कर अपनी अलग-अलग मांगों को लेकर उन्हें ज्ञापन सौंपा. मुख्यमंत्री ने उनकी मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया है. मुख्यमंत्री के निर्देश पर किसान कल्याण समिति द्वारा सौंपा गया ज्ञापन परीक्षण के लिए मुख्य सचिव को भेजा गया है.
इसके साथ ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से दंतेश्वरी मैय्या शक्कर कारखाना कर्मचारी यूनियन बालोद के प्रतिनिधि मंडल ने मुलाकात की. उन्होंने कर्मचारियों के नियमितीकरण के संबंध में ज्ञापन सौंपा. मुख्यमंत्री ने उनके ज्ञापन पर सहानुभूति पूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया है.