रायपुर: 15 अक्टूबर का दिन नगरी निकाय चुनाव को लेकर महत्वपूर्ण माना जा रहा है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शनिवार को इस बात का इशारा कर दिया था कि मध्य प्रदेश की तर्ज पर छत्तीसगढ़ में भी पार्षदों द्वारा मेयर का चुनाव किया जा सकता है. मंगलवार को इस पर मुहर लग सकती है. कल इस बात का फैसला हो जाएगा कि प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव के दौरान महापौर का चुनाव प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष किस प्रणाली से किया जाए.
इसके लिए सरकार की ओर से एक उपसमिति बनाई गई है, जिसकी बैठक 15 अक्टूबर को रखी गई है. इस समिति में तीन मंत्रियों को शामिल किया गया है. इसमें नगरीय निकाय मंत्री शिव कुमार डहरिया, कृषि मंत्री रविंद्र चौबे और वन मंत्री मोहम्मद अकबर शामिल हैं.
- प्रदेश में महापौर का चुनाव प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष प्रणाली से हो इसको लेकर कुछ बिंदु तैयार किए गए हैं. इन बिंदुओं पर होने वाली बैठक पर विचार विमर्श किया जाएगा और उसके बाद समिति अपना अंतिम निर्णय सुनाएगी.
- हालांकि सीएम कह चुके हैं महापौर का चुनाव अप्रत्यक्ष प्रणाली से कराने में बुराई कोई नहीं है.
- समिति के सदस्य मंत्री मोहम्मद अकबर ने बताया कि महापौर का चुनाव प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष प्रणाली से हो इस पर मंगलवार को फैसला होगा.
- अकबर ने कहा कि मंगलवार को होने वाली बैठक में निर्वाचन व्यय में कमी के बारे में चर्चा की जाएगी. क्या ऐसा करने से क्या निर्वाचन व्यय में कमी आएगी. ऐसा करने से क्या चुनाव का सरलीकरण होगा. इस तरह के दो-तीन सुझाव पर चर्चा बैठक में होगी और उसके बाद यह निर्णय लिया जाएगा कि चुनाव किस तरीके से कराया जाए.
सीएम भूपेश बघेल ने कहा था कि समिति की अनुशंसा पर फैसला लिया जाएगा.