रायपुर: सीएम भूपेश बघेल रविवार को बलौदाबाजार और भाटापारा के दौरे पर हैं. दौरे पर रवाना होने से पहले सीएम भूपेश बघेल ने रायपुर में मीडिया से बात करते हुए बीजेपी पर जमकर कई प्रहार किए. सीएम भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण को लेकर हुए विवाद की घटनाओं को लेकर बीजेपी पर हमला बोला है. सीएम ने कहा है कि बीजेपी को दिल्ली नेताओं से बत्ती पड़ी है. जिसकी वजह से वह छत्तीसगढ़ में माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं.
रासुका केंद्र का कानून है बीजेपी चाहे तो इसमें परिवर्तन करवा दे: पत्रकारों ने पूछा कि छत्तीसगढ़ में लगाए गए रासुका का बीजेपी विरोध कर रही है. बीजेपी की तरफ से छत्तीसगढ़ में धरना प्रदर्शन की तैयारी की गई है. इस मुद्दे पर सीएम बघेल ने कहा कि" बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव वकील है. रमन सिंह 15 साल तक छत्तीसगढ़ के सीएम रहे हैं. रासुका केंद्र सरकार का कानून है वह 6 महीने में रिन्यू किया जाता है. यह देश का कानून है केंद्र में उनकी सरकार है इस कानून को खत्म करवा दें. क्यों नहीं करवाते हैं"
रासुका पर बीजेपी हाय तौबा क्यों मचा रही: सीएम बघेल ने कहा कि" रासुका केंद्र सरकार का कानून है और हर 6 महीने में एक निश्चित अंतराल में उसको रिन्यू करते हैं. यह क्या पहली बार हो रहा है या उनके कार्यकाल में नहीं था. यह अपने आप 6 महीने के अंतराल में रिन्यू होता रहता है. हर प्रदेश में होता है. भाजपा शासित राज्यों में क्या नहीं है. क्योंकि यह केंद्र का कानून है और हर 6 महीने के अंतराल में डीएम को अधिकार दिया जाता है. उसी के तहत किया गया है. उसमें हाय तौबा क्यों मचा रहे हैं"
बीजेपी नेताओं को दिल्ली से पड़ी है बत्ती, छत्तीसगढ़ में क्यों है शांति: सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि "बीजेपी हर वो चीज को लोगों के बीच में ऐसे पहुंचना चाहती है. जैसे पहली बार हो रहा है. हमने क्या रासुका को लेकर विधानसभा में कोई कानून पारित किया है. मंत्रिमंडल का कोई फैसला है. किसके खिलाफ रासुका लगा है बताइए. इनको फिर से बत्ती पड़ी है कि फिर कोई षड्यंत्र करके जाओ. छत्तीसगढ़ में शांति क्यों है. छत्तीसगढ़ के लोग खुशहाल क्यों हैं. छत्तीसगढ़ में अमन-चैन क्यों है. सब वर्गों में समृद्धि कैसे आ रहा है. यह भारतीय जनता पार्टी को पच ही नहीं रहा है इसीलिए यह नए नए षडयंत्र कर रहे हैं"
बीजेपी के पास सिर्फ दो हथियार, धर्मांतरण और सांप्रदायिकता: सीएम बघेल ने बीजेपी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि "बीजेपी के पास सिर्फ दो हथियार है. पहला धर्मांतरण और दूसरा सांप्रदायिकता. इनके पास कोई मुद्दा नहीं है यह समाज में विद्वेष फैलाने का काम करते हैं. ये ना वो पेसा नियम ला सकें , 15 सालों तक सरकार में थे. फॉरेस्ट राइट्स एक्ट के तहत सबको पट्टा वह दे नहीं पाए. उनके लघु वन उपज भाजपा के समय खरीदा नहीं जाता था. इनके कार्यकाल में सबसे ज्यादा चर्च बने.इनके पास दो हथियार है एक धर्मांतरण दूसरा संप्रदायिकता. इसके अलावा इनको आता भी कुछ नहीं है"