रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा के चौथे दिन की कार्यवाही के दौरान नाबालिग से गैंगरेप मामले में 7 पुलिसकर्मियों हो निलंबित कर दिया गया है. सदन में कार्यवाही के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गैंगरेप मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में पुलिसकर्मियों को निलंबित करने की घोषणा की है.
विधानसभा की कार्यवाही के दौरान कांग्रेस विधायक बृहस्पति सिंह ने बलरामपुर जिले में हुए नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला उठाया था, जिस पर बृहस्पति सिंह ने आरोप लगाया कि इस मामले में पुलिस का रवैया बेहद गैर जिम्मेदाराना था. साथ ही मामले को लेकर टीएस सिंहदेव ने भी पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़े किए थे.
सदन से 7 पुलिसकर्मियों को निलंबित करने की घोषणा
सत्ता पक्ष की ओर से उठाए गए मामले को भूपेश बघेल ने गंभीरता से लिया. लापरवाही बरतने वाले 7 पुलिसकर्मियों को निलंबित करने की सदन में घोषणा की. सीएम बघेल ने यह भी कहा कि 'यदि इसमें अधिकारियों का गुनाह बर्खास्त करने लायक होगा, तो उन्हें बर्खास्त भी किया जाएगा.
12 वर्षीय नाबालिग लड़की के साथ हुआ था गैंगरेप
बता दें कि बीते दिनों बलरामपुर जिले में 12 वर्षीय नाबालिग लड़की के साथ गैंगरेप का मामला सामने आया था, जिस पर पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. वहीं अन्य आरोपी अभी भी फरार हैं. मामले में परिजनों का आरोप था कि थाने में सुबह से लेकर शाम तक बैठे रहने के बाद भी रिपोर्ट नहीं लिखी गई थी. इसके बाद पीड़ित के परिजन स्थानीय विधायक के पास गए. विधायक के थाने में पहुंचने के बाद मामले में रिपोर्ट दर्ज की गई.
ये हुए निलंबित
मुख्यमंत्री के ऐलान के बाद टीआई उमेश बघेल, अखिलेश सिंह, केपी सिंह, जोहान, सुधीर, अजय और शशि तिर्की को निलंबित कर दिया गया है. इन पुलिसकर्मियों ने 12 वर्षीय नाबालिग लड़की के साथ गैंगरेप मामले में लापरवाही बरती थी.