रायपुर: प्रदेश के मुख्य सचिव आरपी मंडल ने शनिवार को स्टेट कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में कोविड-19 के नियंत्रण एवं रोकथाम के लिए किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की. उन्होंने कलेक्टर, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, नेशनल हेल्थ मिशन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों, नगर निगम के आयुक्त ,जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के साथ मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल रायपुर के टेली कंसल्टेशन हब, जिला पंचायत कार्यालय में बनाए गए होम आइसोलेशन सेंटर, न्यू सर्किट हाउस में बनाए गए कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग सेंटर,आयुर्वेदिक कॉलेज और इंडोर स्टेडियम के कोविड सेंटर का जायजा लिया.
बैठक के दौरान आर पी मंडल ने कोविड-19 के त्वरित पहचान और निदान के लिए ज्यादा से ज्यादा टेस्ट करने पर जोर दिया. जिससे मरीजों का इलाज शीघ्र शुरू हो सके. उनका इलाज बेहतर रूप से हो सके. उन्होंने आगामी स्थिति को ध्यान में रखते हुए कोविड के प्रभावी नियंत्रण के लिए अभी से चिकित्सा सुविधाओं को बढ़ाने पर जोर दिया. आयुर्वेदिक कॉलेज के परिसर में बनाए गए कोविड अस्पताल को अपग्रेड करते हुए गंभीर रूप से प्रभावित कोविड मरीजों के इलाज के लिए ऑक्सीजन की सुविधा भी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए.
कोविड19 के गंभीर मरीजों से की बातचीत
मुख्य सचिव ने मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल, रायपुर में बनाए गए स्टेट टेलीकंसल्टेशन हब में मेडिकल कॉलेज के डीन डॉक्टर विष्णु दत्त, सुपरिंटेंडेंट डॉक्टर विनीत जैन और चिकित्सकों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बस्तर, मुंगेली और बिलासपुर के अस्पतालों में भर्ती मरीजों से सीधे बातचीत की. मरीजों के साथ सीधा संपर्क कर उनकी समस्याओं का समाधान भी किया. मुख्य सचिव ने ICU में और वार्ड में अपना इलाज करा रहे गंभीर मरीजों से बातचीत के दौरान उनको शुभकामनाएं भी दी. उन्होंने कहा कि वे जल्द ही स्वस्थ होकर अपने घर वापस लौटेंगे. मरीजों ने बताया कि उन्हें ना केवल अच्छी चिकित्सा सुविधाएं मिल रही है. बल्कि सही मार्गदर्शन और दवाइयां भी मिल रही है. मुख्य सचिव ने टेली कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से दूरदराज क्षेत्रों में लगातार मेडिकल की सेवाएं देने वाले समर्पित चिकित्सकों को बधाई दी.
सर्किट हाउस के कोविड ट्रेसिंग कंट्रोल रूम में एडिशनल कलेक्टर पद्मिनी भोई ने बताया कि यह सेंटर 24 घंटे तीन शिफ्ट में कार्य कर रहा है. कोविड के नए मरीजों की पहचान करने के साथ-साथ उनसे संपर्क करने का भी कार्य कर रहा है. जिला पंचायत के होम आइसोलेशन सेंटर में अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी और नोडल अधिकारी विनीत नंदनवार ने बताया कि कोविड मरीजों के लिए मोबाइल ऐप बनाया गया है. जिसके माध्यम से होम आइसोलेशन की अनुमति ली जा सकती है. यहां कंट्रोल रूम के फोन नंबर से कोई भी व्यक्ति चिकित्सकीय मार्गदर्शन ले सकता है. यह सेंटर 24 घंटे, 3 शिफ्ट में कार्यरत है.
मरीजों की सुविधाओं और भोजन का लिया जायजा
मुख्य सचिव ने आयुर्वेदिक कॉलेज और इन्डोर स्टेडियम पहुंचकर यहां की स्थिति का अवलोकन किया. मरीजों को दिए जाने वाले भोजन का कलेक्टर के साथ जायजा भी लिया. मुख्य सचिव ने अवलोकन के दौरान मरीजों की सेवा कर रहे चिकित्सकों और अन्य सेवाएं दे रहे लोगों की तारीफ भी की.