ETV Bharat / state

गौठानों के प्रबंधन के लिए 24.41 करोड़ रुपए की सहायता, CM बघेल ने किया रोका-छेका अभियान का शुभारंभ

author img

By

Published : Jul 1, 2021, 7:00 PM IST

सीएम भूपेश बघेल (cm bhupesh baghel) ने गुरुवार को पशुओं के रोका-छेका अभियान (Roka-Chheka campaign) का वर्चुअल शुभारंभ किया. इस अवसर पर सीएम ने गौठानों के प्रबंधन के लिए 24.41 करोड़ रुपए की सहायता देने की घोषणा की.

chief-minister-bhupesh-baghel-launched-roka-chheka-campaign-in-chhattisgarh
, CM बघेल ने किया रोका-छेका अभियान का शुभारंभ

रायपुर: सीएम भूपेश बघेल (cm bhupesh baghel) ने गुरुवार को अपने निवास कार्यालय में वर्चुअली रोका-छेका अभियान (Roka-Chheka campaign) का शुभारंभ किया. कार्यक्रम में सीएम ने कहा कि, गांवों में बैठक कर रोका-छेका अभियान के लिए चरवाहों को पशुओं को एक जगह रोकने और उन्हें गौठान मे एकत्र करने की जिम्मेदारी दी जाए. सभी गांवों में एक साथ रोका-छेका किया जाए, जिससे फसलों को नुकसान नहीं हो.

'महात्मा गांधी के सपनों का साकार कर रहा छत्तीसगढ़'

सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के स्वावलंबी गांवों के सपनों को साकार करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है. नरवा, गरवा, घुरूवा, बाड़ी योजना के तहत गौठानों में संचालित विभिन्न आर्थिक गतिविधियां संचालित हो रही हैं. महिला स्व सहायता समूह को वर्मी कम्पोस्ट के उत्पादन, बाड़ियों में सब्जियों के उत्पादन से महिलाओं और ग्रामवासियों को रोजगार के साथ आमदनी का जरिया मिला है. वे स्वावलंबन की ओर बढ़ रहे हैं.

गौठान प्रबंधन के लिए 24 करोड़ की राशि की घोषणा

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि, गौठानों के प्रबंधन के लिए राज्य सरकार वित्तीय संसाधन उपलब्ध करा रही है. इस मौके पर सीएम गौठानों को 24 करोड़ 41 लाख 50 हजार रुपए की सहायता देने की घोषणा की. कार्यक्रम में सीएम भूपेश बघेल ने महिला स्व सहायता समूहों के सदस्यों से चर्चा कर उनके कार्यो की सराहना करते हुए उत्साहवर्धन किया.

नियुक्ति के लिए शिक्षक अभ्यर्थियों का हल्लाबोल, सिर मुंडवाया और जूते पॉलिश किए

सीएम भूपेश ने गांवों के विकास के लिए खोला खजाना

सीएम भूपेश बघेल ने आदर्श ग्राम पंचायत रिसामा की सरपंच के आग्रह पर रिसामा में मेन रोड और गलियों में सोलर पावर प्लांट, स्ट्रीट लाइट, तीन चौक चौराहों में हाई मास्ट सोलर संयंत्र की स्थापना की घोषणा की. साथ ही दैहान परिसर में 5 मीट्रिक टन क्षमता के सोलर कोल्ड स्टोरेज संयंत्र की स्थापना के लिए कुल एक करोड़ 61 लाख 93 हजार 705 रुपए की स्वीकृति करने का ऐलान किया.

'फसलों को बचाने के लिए रोका-छेका अभियान महत्वपूर्ण'

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि, फसलों को खुले में चरने वाले पशुओं से बचाने के लिए छत्तीसगढ़ के लिए रोका-छेका अभियान बहुत महत्वपूर्ण हैं. आज से पूरे प्रदेश में एक साथ रोका-छेका अभियान का संचालन कर पशुपालक अपने पशुओं को खुले में चराई के लिए छोड़ने के बजाय उन्हें गौठानों में भेजें, जहां चारे-पानी का प्रबंध किया गया है. उन्होंने कहा कि इस वर्ष प्रदेश में अच्छी बारिश हुई है, फसलों की बुआई और थरहा लगाने का काम तेजी से शुरू हो गया है.

'अभियान से पशुओं से फसलों को बचाने में सफलता मिली'

सीएम ने कहा कि पिछले वर्ष रोका-छेका अभियान के अच्छे परिणाम सामने आए. रोपाई का काम समय से पूरा हुआ और पशुओं से फसलों को बचाने में सफलता मिली. उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष रिकार्ड 92 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी समर्थन मूल्य पर की गई. इस उपलब्धि में राज्य शासन की समर्थन मूल्य पर धान खरीदी, राजीव गांधी किसान न्याय योजना सहित किसान हितैषी योजनाओं के साथ-साथ रोका-छेका अभियान का भी महत्वपूर्ण योगदान है. यह एक शुभ संकेत है कि छत्तीसगढ़ में खेती के प्रति लोगों का रूझान बढ़ रहा है.

VIDEO: पीपीई किट पहनकर कोरोना मरीजों से मिलने कोविड वार्ड पहुंचे सिंहदेव

गांवों के गौठानों में नेपियर घास लगाएं: CM भूपेश

सीएम भूपेश बघेल ने ग्रामीणों से कहा कि वे गांवों के गौठानों में नेपियर घास लगाएं, जिससे पशुओं के लिए हरे चारे की व्यवस्था हो सके. पशुओं के चारे के लिए मक्का चारा का भी उपयोग करना चाहिए. मवेशियों को हरा चारा मिलेगा, तो वे इधर-उधर नही जाएंगे. गौठानों में मवेशियों के लिए चारा, पानी और छांव की व्यवस्था कर दें. उन्होंने कहा कि दुधारू पशुओं को हरा चारा मिलने से उनका दूध बढ़ेगा. पैरा से केवल पेट भरता है. पशुओं को गौठानों में रखने से खेतों की फसलों को बचाने के लिए घेरा करने में होने वाले खर्च की बचत होगी. उन्होंने गौठानों में नस्ल सुधार का कार्यक्रम भी चलाने के लिए कहा.

कार्यक्रम में ये रहे मौजूद

इस अवसर पर गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे, लोकस्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गुरु रुद्रकुमार, मुख्यमंत्री के सलाहकार प्रदीप शर्मा, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, मुख्यमंत्री के सचिव सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी, कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. एम.गीता, कृषि विभाग के विशेष सचिव डॉ. भारतीदासन और कृषि विभाग के संचालक यशवंत कुमार उपस्थित थे.

क्या है रोका छेका अभियान ?

रोका छेका अभियान छत्तीसगढ़ की पुरानी परंपरा है. इसके जरिए पशुओं को खुले में चरने के लिए नहीं छोड़ा जाता है. मवेशियों को घरों, शेड और गौठानों में रखा जाता है. जहां उनके लिए पानी और चारे की व्यवस्था होती है. प्रदेश के लगभग सभी जिलों में मवेशियों को रखने के लिए गौठानों की व्यवस्था की गई है. जहां मवेशियों को रखा जा रहा है. साथ ही उनके चारे की भी व्यवस्था की गई है. मवेशियों को संरक्षित करना फसलों को मवेशियों से बचाना और गोबर से कुदरती खाद बनाना इसका मकसद है.

रायपुर: सीएम भूपेश बघेल (cm bhupesh baghel) ने गुरुवार को अपने निवास कार्यालय में वर्चुअली रोका-छेका अभियान (Roka-Chheka campaign) का शुभारंभ किया. कार्यक्रम में सीएम ने कहा कि, गांवों में बैठक कर रोका-छेका अभियान के लिए चरवाहों को पशुओं को एक जगह रोकने और उन्हें गौठान मे एकत्र करने की जिम्मेदारी दी जाए. सभी गांवों में एक साथ रोका-छेका किया जाए, जिससे फसलों को नुकसान नहीं हो.

'महात्मा गांधी के सपनों का साकार कर रहा छत्तीसगढ़'

सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के स्वावलंबी गांवों के सपनों को साकार करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है. नरवा, गरवा, घुरूवा, बाड़ी योजना के तहत गौठानों में संचालित विभिन्न आर्थिक गतिविधियां संचालित हो रही हैं. महिला स्व सहायता समूह को वर्मी कम्पोस्ट के उत्पादन, बाड़ियों में सब्जियों के उत्पादन से महिलाओं और ग्रामवासियों को रोजगार के साथ आमदनी का जरिया मिला है. वे स्वावलंबन की ओर बढ़ रहे हैं.

गौठान प्रबंधन के लिए 24 करोड़ की राशि की घोषणा

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि, गौठानों के प्रबंधन के लिए राज्य सरकार वित्तीय संसाधन उपलब्ध करा रही है. इस मौके पर सीएम गौठानों को 24 करोड़ 41 लाख 50 हजार रुपए की सहायता देने की घोषणा की. कार्यक्रम में सीएम भूपेश बघेल ने महिला स्व सहायता समूहों के सदस्यों से चर्चा कर उनके कार्यो की सराहना करते हुए उत्साहवर्धन किया.

नियुक्ति के लिए शिक्षक अभ्यर्थियों का हल्लाबोल, सिर मुंडवाया और जूते पॉलिश किए

सीएम भूपेश ने गांवों के विकास के लिए खोला खजाना

सीएम भूपेश बघेल ने आदर्श ग्राम पंचायत रिसामा की सरपंच के आग्रह पर रिसामा में मेन रोड और गलियों में सोलर पावर प्लांट, स्ट्रीट लाइट, तीन चौक चौराहों में हाई मास्ट सोलर संयंत्र की स्थापना की घोषणा की. साथ ही दैहान परिसर में 5 मीट्रिक टन क्षमता के सोलर कोल्ड स्टोरेज संयंत्र की स्थापना के लिए कुल एक करोड़ 61 लाख 93 हजार 705 रुपए की स्वीकृति करने का ऐलान किया.

'फसलों को बचाने के लिए रोका-छेका अभियान महत्वपूर्ण'

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि, फसलों को खुले में चरने वाले पशुओं से बचाने के लिए छत्तीसगढ़ के लिए रोका-छेका अभियान बहुत महत्वपूर्ण हैं. आज से पूरे प्रदेश में एक साथ रोका-छेका अभियान का संचालन कर पशुपालक अपने पशुओं को खुले में चराई के लिए छोड़ने के बजाय उन्हें गौठानों में भेजें, जहां चारे-पानी का प्रबंध किया गया है. उन्होंने कहा कि इस वर्ष प्रदेश में अच्छी बारिश हुई है, फसलों की बुआई और थरहा लगाने का काम तेजी से शुरू हो गया है.

'अभियान से पशुओं से फसलों को बचाने में सफलता मिली'

सीएम ने कहा कि पिछले वर्ष रोका-छेका अभियान के अच्छे परिणाम सामने आए. रोपाई का काम समय से पूरा हुआ और पशुओं से फसलों को बचाने में सफलता मिली. उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष रिकार्ड 92 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी समर्थन मूल्य पर की गई. इस उपलब्धि में राज्य शासन की समर्थन मूल्य पर धान खरीदी, राजीव गांधी किसान न्याय योजना सहित किसान हितैषी योजनाओं के साथ-साथ रोका-छेका अभियान का भी महत्वपूर्ण योगदान है. यह एक शुभ संकेत है कि छत्तीसगढ़ में खेती के प्रति लोगों का रूझान बढ़ रहा है.

VIDEO: पीपीई किट पहनकर कोरोना मरीजों से मिलने कोविड वार्ड पहुंचे सिंहदेव

गांवों के गौठानों में नेपियर घास लगाएं: CM भूपेश

सीएम भूपेश बघेल ने ग्रामीणों से कहा कि वे गांवों के गौठानों में नेपियर घास लगाएं, जिससे पशुओं के लिए हरे चारे की व्यवस्था हो सके. पशुओं के चारे के लिए मक्का चारा का भी उपयोग करना चाहिए. मवेशियों को हरा चारा मिलेगा, तो वे इधर-उधर नही जाएंगे. गौठानों में मवेशियों के लिए चारा, पानी और छांव की व्यवस्था कर दें. उन्होंने कहा कि दुधारू पशुओं को हरा चारा मिलने से उनका दूध बढ़ेगा. पैरा से केवल पेट भरता है. पशुओं को गौठानों में रखने से खेतों की फसलों को बचाने के लिए घेरा करने में होने वाले खर्च की बचत होगी. उन्होंने गौठानों में नस्ल सुधार का कार्यक्रम भी चलाने के लिए कहा.

कार्यक्रम में ये रहे मौजूद

इस अवसर पर गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे, लोकस्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गुरु रुद्रकुमार, मुख्यमंत्री के सलाहकार प्रदीप शर्मा, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, मुख्यमंत्री के सचिव सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी, कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. एम.गीता, कृषि विभाग के विशेष सचिव डॉ. भारतीदासन और कृषि विभाग के संचालक यशवंत कुमार उपस्थित थे.

क्या है रोका छेका अभियान ?

रोका छेका अभियान छत्तीसगढ़ की पुरानी परंपरा है. इसके जरिए पशुओं को खुले में चरने के लिए नहीं छोड़ा जाता है. मवेशियों को घरों, शेड और गौठानों में रखा जाता है. जहां उनके लिए पानी और चारे की व्यवस्था होती है. प्रदेश के लगभग सभी जिलों में मवेशियों को रखने के लिए गौठानों की व्यवस्था की गई है. जहां मवेशियों को रखा जा रहा है. साथ ही उनके चारे की भी व्यवस्था की गई है. मवेशियों को संरक्षित करना फसलों को मवेशियों से बचाना और गोबर से कुदरती खाद बनाना इसका मकसद है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.