रायपुर: लद्दाख में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प में कांकेर का लाल गणेश कुंजाम शहीद हो गया. शहीद का पार्थिव शरीर गुरुवार को राजधानी लाया गया. जहां मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पूर्व सीएम रमन सिंह ने श्रद्धाजंलि अर्पित की. सीएम बघेल ने शहीद को कंधा दिया. शहीद जवान के पार्थिव शव को उनके गृह गांव गिधाली के लिए रवाना किया गया है.
सीएम भूपेश बघेल ने शहीद को श्रद्धाजंली देने के बाद घोषणा की कि जिस स्कूल में वे पढ़ते थे उस स्कूल का नाम शहीद गणेशराम कुंजाम के नाम पर रखा जाएगा. उनके परिवार के सदस्य को सरकारी और 20 लाख रुपए शासन की ओर से दिए जाएंगे. इसके साथ ही परिवार के एक सदस्य को शासकीय नौकरी दी जाएगी.
गलवान घाटी में शहीद हुआ कांकेर का लाल, 2011 में फौज में भर्ती हुआ था. उसकी बहादुरी को देखते हुए उसे 16 बिहार रेजीमेंट में शामिल किया गया था. परिजनों बेटे ने बेटे को याद करते हुए बताया कि देश की सीमा पर कितना भी तनाव हो वे इस बात का जिक्र परिवार से कभी नहीं करते थे. वह अक्सर वादियों की खूबसूरती के बारे में परिवार वालों को बताया करते थे.
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रायपुर एयरपोर्ट पर दिया गया गार्ड ऑफ ऑनर
बता दें कि गुरुवार को शहीद गणेश राम कुंजाम को रायपुर एयरपोर्ट पर गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. इस दौरान सीएम भूपेश बघेल, पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह, गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, नगरीय प्रशासन मंत्री शिव डहरिया के साथ रायपुर के विधायक मौजूद रहे. शहीद के पार्थिव शरीर को हेलीकॉप्टर के माध्यम से कांकेर ले जाया गया है, जहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.