रायपुर: भारत सरकार के आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा आयोजित स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 के परिणाम आज (20 अगस्त 2020) घोषित कर दिये गए हैं. जिसमें छत्तीसगढ़ फिर से देश के स्वच्छतम राज्य होने का दर्जा प्राप्त किया है. केंद्रीय आवासन और शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने इसके लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और नगरीय प्रशासन मंत्री शिवकुमार डहरिया को पुरस्कृत किया है.
ऑनलाइन तरीके से पहली बार यह राष्ट्रीय पुरस्कार वितरण किये गए. पुरस्कार वितरण के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी को छत्तीसगढ़ में चलाई जा रही गोधन न्याय योजना और गोबर खरीदी के बारे में भी जानकारी दी. जिसपर केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने छत्तीसगढ़ की गोधन न्याय योजना और गोबर क्रय योजना को 'वेस्ट टू वेल्थ' का अच्छा कमर्शियल मॉडल बताया है.
377 गोबर खरीदी केन्द्रों पर हो रहा काम
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि उनकी कोशिश होगी कि अगले साल भी छत्तीसगढ़ स्वच्छ सर्वेक्षण में प्रथम स्थान पर रहे. उन्होंने केन्द्रीय मंत्री को बताया कि छत्तीसगढ़ में गोबर से खाद बनाई जा रही है. दो रुपये प्रति किलो की दर पर खरीदी कर इससे वर्मी कम्पोस्ट तैयार किया जा रहा है. जिससे गांव और शहरों में गोबर से होने वाली गंदगी पर रोक लगी है. इससे गांव और शहर पहले ज्यादा स्वच्छ हुए हैं. वर्तमान में छत्तीसगढ़ के शहरी क्षेत्रों में स्थापित 377 गोबर खरीदी केन्द्रों में गोबर खरीदी की जा रही है. इस योजना से लोगों की आय में भी वृद्धि हुई है.
छत्तीसगढ़ के शहरों ने भी मारी बाजी
स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 में बतौर राज्य छत्तीसगढ़ ने तो उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है. इसके साथ ही प्रदेश के छोटे-बड़े अनेक शहरों में राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त की है. पाटन नगर पंचायत को 25 हजार से कम जनसंख्या की श्रेणी में देश का स्वच्छ शहर होने का दर्जा मिला है. जशपुर नगर को 25 से 50 हजार की जनसंख्या, धमतरी को 50 हजार से एक लाख की जनसंख्या और अंबिकापुर को एक से 10 लाख जनसंख्या श्रेणी में सबसे स्वच्छ शहरों का दर्जा मिला है.
छत्तीसगढ़ के 10 शहरों को मिले राष्ट्रीय पुरस्कार
छत्तीसगढ़ के 10 अन्य शहरों में भिलाई का रैंक 34, 50 हजार से 01 लाख की जनसंख्या में भिलाई-चरोदा रैंक-02, चिरमिरी रैंक-03, बीरगांव रैंक-04, 25 से 50 हजार की जनसंख्या में कवर्धा का रैंक-02, चांपा रैंक-05, अकलतरा रैंक-74, 25 हजार से कम जनसंख्या श्रेणी में नरहरपुर रैंक-02 सारागांव रैंक-03 और पिपरिया रैंक-04 को भी राष्ट्रीय पुरस्कार मिले हैं.
अंबिकापुर को 5 स्टार शहर का दर्जा
स्वच्छ सर्वेक्षण के लिए पूरे छत्तीसगढ़ का सर्वे किया गया था. सर्वे में सबसे पहले छत्तीसगढ़ का ओडीएफ प्लस प्लस का सर्वे किया गया. ओडीएफ प्लस प्लस के बाद पूरे छत्तीसगढ़ का गार्बेज फ्री सिटी और स्वच्छ सर्वेक्षण का सर्वे किया गया. सर्वे के बाद भारत सरकार के द्वारा छत्तीसगढ़ को ओडीएफ प्लस प्लस प्रदेश घोषित किया गया. भारत में ओडीएफ प्लस प्लस होने वाला छत्तीसगढ़ सबसे पहला राज्य बना है. वहीं गार्बेज फ्री सिटी में भी छत्तीसगढ़ ने बाजी मारी है. भारत सरकार के द्वारा छत्तीसगढ़ के एक शहर अंबिकापुर को 5 स्टार शहर का दर्जा और 9 शहरों को 3 स्टार के साथ 5 शहरों को 1 स्टार का शहर दर्जा दिया गया है.