रायपुर: छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का आज समापन है. रायपुर के बलबीर सिंह जुनेजा इंडोर स्टेडियम में छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के समापन समारोह में सीएम भूपेश बघेल शामिल होंगे. कार्यक्रम में पारंपरिक खेलों के विजेताओं को पुरस्कार बांटे जाएंगे. खेल एवं युवा कल्याण मंत्री उमेश पटेल की अध्यक्षता में कार्यक्रम का समापन होगा.
रायपुर में छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का फाइनल: छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के अंतर्गत 16 पारंपरिक खेलों में प्रतियोगिताएं हो रही हैं. 25 सितंबर से शुरू हुई खेल प्रतियोगिताएं रायपुर के 4 खेल मैदानों में चल रही है. सरदार बलबीर सिंह जुनेजा इंडोर स्टेडियम बुढ़ापारा में फुगड़ी, बिल्लस, भंवरा, बांटी (कांचा), रस्सीकूद और कबड्डी का आयोजन हो रहा है. युवा कल्याण रायपुर परिसर के खुले मैदान में संखली, रस्साकसी, लंगड़ी, गिल्ली डंडा, पिट्ठुल और गेड़ी दौड़, स्वामी विवेकानंद स्टेडियम कोटा में 100 मीटर दौड़, लंबी कूद कुश्ती और नेताजी सुभाष स्टेडियम में खो-खो कॉम्पटीशन चल रहा है. इससे पहले मंगलवार को राज्य स्तरीय छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के दूसरे दिन प्रदेशभर के खिलाड़ियों ने पूरा दमखम दिखाया.
छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के 5 संभागों के लगभग 1900 खिलाड़ी: राज्य स्तरीय छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में 5 संभागों से आए 1906 खिलाड़ी भाग ले रहे हैं. जिसमें रायपुर संभाग के 383 खिलाड़ियों में से 18 वर्ष तक के 122, 18 से 40 वर्ष तक के 133 और 40 वर्ष से ज्यादा के 128 खिलाड़ी शामिल हुए हैं. बिलासपुर संभाग के 384 खिलाड़ियों में से 18 वर्ष तक के 128, 18 से 40 वर्ष तक के 128 और 40 साल से ज्यादा उम्र के 128 खिलाड़ी, दुर्ग संभाग के 379 खिलाड़ियों में से 18 वर्ष तक के 125, 18 से 40 वर्ष तक के 128 और 40 वर्ष से ज्यादा के 126 खिलाड़ी शामिल हुए. सरगुजा संभाग के 380 खिलाड़ियों में से 18 वर्ष तक के 127, 18 से 40 वर्ष तक के 127 और 40 वर्ष से ज्यादा के 126 खिलाड़ी. बात करें बस्तर संभाग की तो यहां के 380 खिलाड़ियों में से 18 वर्ष तक के 127, 18 से 40 वर्ष तक के 128 और 40 साल से ज्यादा उम्र के 125 खिलाड़ी 16 खेल विधा में शामिल होकर अपना दमखम दिखा रहे हैं.