रायपुर: केंद्र सरकार नोटबंदी के बाद से डिजिटल इंडिया की दिशा में लगातार काम कर रही है. सरकार गांव-गांव तक डिजिटल इंडिया को पहुंचाने के लिए प्रयासरत है. लेकिन छत्तीसगढ़ में इस अभियान का बहुत ज्यादा असर होता नजर नहीं आता, हाल ही में जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक डिजिटल ट्राजेंक्शन के मामले में छत्तीसगढ़ सबसे फिसड्डी है और देश के सभी राज्यों में सबसे आखिरी पायदान पर है. इस रिपोर्ट के मुताबिक ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के मामले में आंध्रप्रदेश देशभर में पहले स्थान पर है, हरियाणा दूसरे और केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली तीसरे स्थान पर काबिज है.
चौंकाने वाली बात ये है कि इस रैकिंग में छत्तीसगढ़ भौगोलिक और आर्थिक दृष्टि से कमजोर माने जाने वाले राज्यों से भी पीछे है. रिपोर्ट के मुताबिक 31 अक्टूबर 2019 तक देशभर में हुए डिजिटल भुगतान का महज 0.419 फीसदी छत्तीसगढ़ में किया गया है, रिपोर्ट से साफ जाहिर है कि छत्तीसगढ़ में लोग लेन-देन के लिए डिजिटल पेमेंट सुविधा का इस्तेमाल बहुत कम करते हैं.
हालांकि साल 2015 में डिजिटल इंडिया सप्ताह के दौरान छत्तीसगढ़ ने उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए देश में पहला स्थान हासिल किया था, जिसके लिए राज्य के तीन जिलों कोंडागांव, कोरिया और गरियाबंद को केंद्र सरकार ने पुरस्कृत भी किया था. जबकि वर्तमान में राज्य में कैशलेस या डिजिटल पेमेंट न के बराबर है. भारत सरकार के पोर्टल डिजिधन डेशबोर्ड में भी छत्तीसगढ़ रेड जोन में रखा गया है. पोर्टल पर भारतीय राष्ट्रीय भुगतान द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट है.
रिपोर्ट के आधार पर 1 अप्रैल 2019 से 31 अक्टूबर 2019 के दौरान देशभर में 2,241 करोड़ रुपए का डिजिटल पेमेंट ट्रांजेक्शन किया गया है. जबकी 2018-19 के पूरे वित्तीय वर्ष के दौरान देशभर में कुल 3,134 करोड़ रुपए का ट्रांजेक्शन किया गया, जिसमें सबसे ज्यादा 17 फीसदी ट्रांजेक्शन भीम आधारित एप के जरिए किया गया.