रायपुर: साल 2020 के पद्मश्री पुरस्कारों की घोषणा कर दी गई है, जिसमें छत्तीसगढ़ के सूफी गायक मदन सिंह चौहान का भी नाम शामिल है. इसी क्रम में छत्तीसगढ़ के सूफी गायक मदन सिंह चौहान से ETV भारत ने खास बातचीत की. इस बातचीत में उन्होंने कहा कि 'आज के सिंगर्स को साहित्य पढ़ना चाहिए'.
इस दौरान मदन सिंह चौहान ने बताया कि 'संघर्ष के समय परिवार ने उनका साथ कभी नहीं छोड़ा, जिसका फल आज पद्मश्री पुरस्कार से मिल रहा है. मदन कहते हैं कि 'आजकल का जो ट्रेंड है गानों का उसमें साहित्य को तवज्जो नहीं दिया जा रहा है. आज के कलाकारों को साहित्य के बारे में पढ़ना चाहिए, जितना ज्यादा साहित्य पढ़ेंगे उतना ही अच्छा कर पाएंगे. आज के जमाने में कुछ भी नया नहीं सब वही पुराने नगमे हैं, जिन्हें बार-बार वापस लेकर आ रहे हैं.
मदन सिंह चौहान को पद्मश्री अवॉर्ड से किया जाएगा सम्मानित
आगामी मार्च-अप्रैल के बीच मदन सिंह चौहान को पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. राष्ट्रपति भवन में एक खास आयोजन में देश के राष्ट्रपति उन्हें यह सम्मान देंगे. मदन सिंह चौहान को कला के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए यह पुरस्कार दिया जाएगा. मदन सिंह चौहान ने बताया कि उन्हें बचपन से ही सूफी गायन का शौक था. सूफी गायकी के क्षेत्र में मदन सिंह ने कई मंचों पर अपनी प्रस्तुति दी है.