ETV Bharat / state

EXCLUSIVE: छत्तीसगढ़ में सहकारिता को लेकर काफी संभावनाएं: बैजनाथ चंद्राकर

author img

By

Published : Nov 20, 2020, 10:59 PM IST

छत्तीसगढ़ सरकार ने बैजनाथ चंद्राकर को सहकारिता के क्षेत्र में ठाकुर प्यारेलाल सिंह राज्य अलंकरण से सम्मानित किया है. बैजनाथ चंद्राकर ने ETV भारत से खास चर्चा में कहा है कि छत्तीसगढ़ में सहकारिता को लेकर काफी संभावनाएं हैं. सहकारिता लोगों को आसपास के संसाधनों के जरिए ही सीधे तौर पर रोजगार दिलाने में अहम भूमिका अदा कर सकता है. लिहाजा छत्तीसगढ़ जैसे कृषि प्रधान राज्य में सहकारिता के लिए काफी काम हैं.

chhattisgarh-state-cooperative-bank-apex-bank-president-baijnath-chandrakar-interview-in-raipur
अपेक्स बैंक के अध्यक्ष बैजनाथ चंद्राकर ने ETV भारत से खास बातचीत पार्ट-2

रायपुर: छत्तीसगढ़ सरकार ने पूर्व विधायक बैजनाथ चंद्राकर को छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी बैंक अपेक्स बैंक का अध्यक्ष का दायित्व सौंपा है. इसके पहले से भी वो सालों से सहकारिता के क्षेत्र में काम करते रहे हैं. अविभाजित मध्य प्रदेश के दौर से बैजनाथ चंद्राकर 1982 से जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के उपाध्यक्ष रूप में लगातार सहकारिता क्षेत्र को काफी करीब से समझते हैं. छत्तीसगढ़ सरकार ने उन्हें सहकारिता के क्षेत्र में सराहनीय कार्य के लिए ठाकुर प्यारेलाल सिंह राज्य अलंकरण से सम्मानित किया है. बैजनाथ चंद्राकर ने ETV भारत से खास चर्चा करते हुए आगामी कार्यों को लेकर कई जानकारी दी.

अपेक्स बैंक के अध्यक्ष बैजनाथ चंद्राकर ने ETV भारत से खास बातचीत की
अपेक्स बैंक के अध्यक्ष बैजनाथ चंद्राकर ने कहा कि छत्तीसगढ में सहकारिता को लेकर काफी संभावनाएं हैं. सहकारिता लोगों को आसपास की संसाधनों के माध्यम से ही सीधे तौर पर रोजगार दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकता है. ऐसे में छत्तीसगढ़ जैसे कृषि प्रधान राज्य में सहकारिता के लिए काफी काम है. वे कहते हैं कि अविभाजित मध्यप्रदेश के दौर से ही नहीं बल्कि आजादी के दौर से ही छत्तीसगढ़ में सहकारिता को लेकर काफी जागरुकता रही है. छत्तीसगढ़ के तमाम शहरों में पुराने सहकारी संस्थाएं बनी हुई है. बड़े शहरों में तो सहकारी बैंक भी है. ऐसे में सहकारिता में लोगों को जोड़ने में ज्यादा दिक्कत नहीं है.
अपेक्स बैंक के अध्यक्ष बैजनाथ चंद्राकर ने ETV भारत से खास बातचीत की पार्ट-2

EXCLUSIVE: महिलाएं शिक्षित होंगी तभी अपने अधिकारों को समझेंगी-शहाना कुरैशी

छत्तीसगढ सरकार कर रही है किसानों और आम लोगो पर फोकस
बैजनाथ चंद्राकर ने छत्तीसगढ़ सरकार की नीतियों को लेकर भी काफी बातें कही है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में किसानों और आम गरीब लोगों की तकलीफों को दूर करने की कोशिश की जा रही है. किसानों की समस्या को प्रदेश के मुखिया खुद बेहद करीब से समझते हैं. यही वजह की मुख्यमंत्री की शपथ लेने के बाद सबसे पहला काम किसानों का कर्जा माफ और बोनस देने का एलान किया. यह ऐसी मांगी थी जो पिछले 15 सालों के सरकार में कभी पूरी नहीं हो पाई थी. ऐसे में आगे भी लगातार बनी योजनाओं के केंद्र में किसान गरीब भी है. सहकारी क्षेत्र में भी लगातार काम किया जा रहे हैं. साथ ही आने वाले समय में और भी कई सेक्टर को सहकारिता से जोड़ा जा सकता है.

SI दिव्या शर्मा EXCLUSIVE: 'महिलाओं को डरने की जरूरत नहीं, समस्याओं का डटकर मुकाबला करें'

ठाकुर प्यारे लाल जी के नाम से मिला सम्मान मेरे लिए सौभाग्य
अपेक्स बैंक के अध्यक्ष बैजनाथ चंद्राकर को छत्तीसगढ सरकार ने ठाकुर प्यारेलाल सिंह की स्मृति में छत्तीसगढ़ राज्य अलंकरण से सम्मानित किया है. यह सम्मान उन्हें सहकारिता क्षेत्र में किए गए कार्यों को ले कर दिया गया है. ETV भारत से चर्चा करते हुए वे भावुक हो गए. उन्होंने कहा कि ठाकुर प्यारे लाल जी के नाम से मिला सम्मान मेरे लिए सौभाग्य है. वह हमारे आदर्श है, उनके दिखाएं रास्ते पर ही हम सब चलकर सहकारिता आंदोलन के उनके सपने को आगे बढ़ा रहे हैं.

बैजनाथ चंद्राकर ने कहा कि ठाकुर प्यारेलाल सिंह छत्तीसगढ़ में सहकारिता के पितृ पुरुष के रूप में जाने जाते हैं. ठाकुर प्यारेलाल जी ने 1945 में छत्तीसगढ़ बुनकर सहकारी संघ की नींव डाली थी. छत्तीसगढ़ ही नहीं बल्कि अविभाजित मध्य प्रदेश के कई जिलों में बुनकरो कि सहकारी संस्थाओं का निर्माण किया था. इसके कारण अनगिनत बुनकर परिवार गरीबी से ऊपर उठें हैं.

अर्जुन सिंह के साथ काम करने का तजुर्बा

  • बैजनाथ चंद्राकर लोरमी क्षेत्र से और विधायक रह चुके हैं. लोरमी क्षेत्र में किसानों, महिलाओं और खेतीहर मजदूरों के आर्थिक समृद्धि के लिए लगातार सक्रिय रहे.
  • इसी का परिणाम रहा कि उन्हें 1980 से 1985 में लोरमी विधानसभा के विधायक के रूप में प्रतिनिधित्व की जवाबदारी मिली.
  • पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह के साथ लम्बे समय तक काम करने का तजुर्बा रहा है.
  • 1981 से 1983 और 1993 से 1995 तक मध्यप्रदेश पिछड़ा वर्ग आयोग में भी काम करने का जिम्मा मिला.
  • उसके बाद 1982 से 1980 तक जिला सहकारी केंद्रीय बैंक बिलासपुर में उपाध्यक्ष पद पर अंकित गए.
  • इसके बाद जिला सहकारी केंद्रीय बैंक बिलासपुर के अध्यक्ष पद पर दो बार 1984- 1985 और 1997- 2003 में निर्वाचित हुए.
  • मध्य प्रदेश राज्य सहकारी बैंक के संचालक पद पर भी छत्तीसगढ़ विभाजन तक काम करते रहे.
  • इतना ही नहीं मध्यप्रदेश राज्य सहकारी बैंक एसोसिएशन के अध्यक्ष पद पर 1997 में निर्वाचित हुए.

रायपुर: छत्तीसगढ़ सरकार ने पूर्व विधायक बैजनाथ चंद्राकर को छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी बैंक अपेक्स बैंक का अध्यक्ष का दायित्व सौंपा है. इसके पहले से भी वो सालों से सहकारिता के क्षेत्र में काम करते रहे हैं. अविभाजित मध्य प्रदेश के दौर से बैजनाथ चंद्राकर 1982 से जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के उपाध्यक्ष रूप में लगातार सहकारिता क्षेत्र को काफी करीब से समझते हैं. छत्तीसगढ़ सरकार ने उन्हें सहकारिता के क्षेत्र में सराहनीय कार्य के लिए ठाकुर प्यारेलाल सिंह राज्य अलंकरण से सम्मानित किया है. बैजनाथ चंद्राकर ने ETV भारत से खास चर्चा करते हुए आगामी कार्यों को लेकर कई जानकारी दी.

अपेक्स बैंक के अध्यक्ष बैजनाथ चंद्राकर ने ETV भारत से खास बातचीत की
अपेक्स बैंक के अध्यक्ष बैजनाथ चंद्राकर ने कहा कि छत्तीसगढ में सहकारिता को लेकर काफी संभावनाएं हैं. सहकारिता लोगों को आसपास की संसाधनों के माध्यम से ही सीधे तौर पर रोजगार दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकता है. ऐसे में छत्तीसगढ़ जैसे कृषि प्रधान राज्य में सहकारिता के लिए काफी काम है. वे कहते हैं कि अविभाजित मध्यप्रदेश के दौर से ही नहीं बल्कि आजादी के दौर से ही छत्तीसगढ़ में सहकारिता को लेकर काफी जागरुकता रही है. छत्तीसगढ़ के तमाम शहरों में पुराने सहकारी संस्थाएं बनी हुई है. बड़े शहरों में तो सहकारी बैंक भी है. ऐसे में सहकारिता में लोगों को जोड़ने में ज्यादा दिक्कत नहीं है.
अपेक्स बैंक के अध्यक्ष बैजनाथ चंद्राकर ने ETV भारत से खास बातचीत की पार्ट-2

EXCLUSIVE: महिलाएं शिक्षित होंगी तभी अपने अधिकारों को समझेंगी-शहाना कुरैशी

छत्तीसगढ सरकार कर रही है किसानों और आम लोगो पर फोकस
बैजनाथ चंद्राकर ने छत्तीसगढ़ सरकार की नीतियों को लेकर भी काफी बातें कही है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में किसानों और आम गरीब लोगों की तकलीफों को दूर करने की कोशिश की जा रही है. किसानों की समस्या को प्रदेश के मुखिया खुद बेहद करीब से समझते हैं. यही वजह की मुख्यमंत्री की शपथ लेने के बाद सबसे पहला काम किसानों का कर्जा माफ और बोनस देने का एलान किया. यह ऐसी मांगी थी जो पिछले 15 सालों के सरकार में कभी पूरी नहीं हो पाई थी. ऐसे में आगे भी लगातार बनी योजनाओं के केंद्र में किसान गरीब भी है. सहकारी क्षेत्र में भी लगातार काम किया जा रहे हैं. साथ ही आने वाले समय में और भी कई सेक्टर को सहकारिता से जोड़ा जा सकता है.

SI दिव्या शर्मा EXCLUSIVE: 'महिलाओं को डरने की जरूरत नहीं, समस्याओं का डटकर मुकाबला करें'

ठाकुर प्यारे लाल जी के नाम से मिला सम्मान मेरे लिए सौभाग्य
अपेक्स बैंक के अध्यक्ष बैजनाथ चंद्राकर को छत्तीसगढ सरकार ने ठाकुर प्यारेलाल सिंह की स्मृति में छत्तीसगढ़ राज्य अलंकरण से सम्मानित किया है. यह सम्मान उन्हें सहकारिता क्षेत्र में किए गए कार्यों को ले कर दिया गया है. ETV भारत से चर्चा करते हुए वे भावुक हो गए. उन्होंने कहा कि ठाकुर प्यारे लाल जी के नाम से मिला सम्मान मेरे लिए सौभाग्य है. वह हमारे आदर्श है, उनके दिखाएं रास्ते पर ही हम सब चलकर सहकारिता आंदोलन के उनके सपने को आगे बढ़ा रहे हैं.

बैजनाथ चंद्राकर ने कहा कि ठाकुर प्यारेलाल सिंह छत्तीसगढ़ में सहकारिता के पितृ पुरुष के रूप में जाने जाते हैं. ठाकुर प्यारेलाल जी ने 1945 में छत्तीसगढ़ बुनकर सहकारी संघ की नींव डाली थी. छत्तीसगढ़ ही नहीं बल्कि अविभाजित मध्य प्रदेश के कई जिलों में बुनकरो कि सहकारी संस्थाओं का निर्माण किया था. इसके कारण अनगिनत बुनकर परिवार गरीबी से ऊपर उठें हैं.

अर्जुन सिंह के साथ काम करने का तजुर्बा

  • बैजनाथ चंद्राकर लोरमी क्षेत्र से और विधायक रह चुके हैं. लोरमी क्षेत्र में किसानों, महिलाओं और खेतीहर मजदूरों के आर्थिक समृद्धि के लिए लगातार सक्रिय रहे.
  • इसी का परिणाम रहा कि उन्हें 1980 से 1985 में लोरमी विधानसभा के विधायक के रूप में प्रतिनिधित्व की जवाबदारी मिली.
  • पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह के साथ लम्बे समय तक काम करने का तजुर्बा रहा है.
  • 1981 से 1983 और 1993 से 1995 तक मध्यप्रदेश पिछड़ा वर्ग आयोग में भी काम करने का जिम्मा मिला.
  • उसके बाद 1982 से 1980 तक जिला सहकारी केंद्रीय बैंक बिलासपुर में उपाध्यक्ष पद पर अंकित गए.
  • इसके बाद जिला सहकारी केंद्रीय बैंक बिलासपुर के अध्यक्ष पद पर दो बार 1984- 1985 और 1997- 2003 में निर्वाचित हुए.
  • मध्य प्रदेश राज्य सहकारी बैंक के संचालक पद पर भी छत्तीसगढ़ विभाजन तक काम करते रहे.
  • इतना ही नहीं मध्यप्रदेश राज्य सहकारी बैंक एसोसिएशन के अध्यक्ष पद पर 1997 में निर्वाचित हुए.
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.