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Chhattisgarh Tourism: जानिए 22 सालों में कितना बदला छत्तीसगढ़ का पर्यटन

CG Tourism Board मध्य प्रदेश से अलग होने के बाद छत्तीसगढ़ ने 22 साल में पर्यटन के क्षेत्र में काफी विकास किया है. यहीं वजह है कि पर्यटकों के साथ ही फिल्म इंडस्ट्री भी अब यहां शूटिंग करने पहुंच रही है. छत्तीसगढ़ के जंगल, बांध, मंदिर लोगों को पहली ही नजर में पर्यटकों को लुभाने लगे हैं. यहीं वजह है कि दूर दूर से लोग छत्तीसगढ़ की खूबसूरती को निहारने पहुंच रहे हैं. Chhattisgarh Rajyotsava 2022

tourism of Chhattisgarh
छत्तीसगढ़ राज्योत्सव 2022
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Published : Oct 29, 2022, 7:42 PM IST

रायपुर: छत्तीसगढ़ राज्य बने 22 साल पूरे हो चुके हैं. पिछले 22 वर्षों में छत्तीसगढ़ ने सभी क्षेत्रों में विकास किया है. दो दशक से अधिक समय होने के बाद पर्यटन क्षेत्र में कितना विकास हुआ. ETV भारत ने छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड की जनसंपर्क अधिकारी अनुराधा दुबे से बातचीत की. Anuradha Dubey PRO of CG Tourism Board

छत्तीसगढ़ के पर्यटन का विकास

सवाल- राज्य निर्माण के बाद से अब तक पर्यटन में कितना बदलाव आया. 22 सालो में कैसी यात्रा रही ?

जवाब- पहले छतीसगढ़ शैशवावस्था में था. उसके बाद वह बड़ा हुआ और अब राज्य पूरी तरह से युवावस्था में आ चुका है. इस दौरान छत्तीसगढ़ का पर्यटन क्षेत्र काफी विस्तारित हुआ है. 22 सालों में छत्तीसगढ़ के पर्यटन ने एक आकार ले लिया है. ताकि किस दिशा में आगे बढ़ाना है. इसके साथ ही तीर्थ पर्यटन क्षेत्र में हमें किस तरह से आगे बढ़ना है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की एक महत्वकांशी योजना है. रामवन गमन पर्यटन परिपथ जिसका कार्य छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड के माध्यम से किया जा रहा है. छत्तीसगढ़ के 9 स्थलों पर पहले चरण में विकास के कार्य किए जा रहे हैं. जिसके अंतर्गत चंदखुरी जिला रायपुर और जांजगीर चांपा जिले का शिवरीनारायण विकसित हो चुका है. उसका लोकार्पण भी हो चुका है. इसी तरह से वॉटर स्पोर्ट्स और एडवेंचर टूरिज्म, इको टूरिज्म होमस्टे, फिल्म टूरिज्म के लिए बहुत सारी चीजें हो रही है. जो छत्तीसगढ़ को निश्चित रूप से नया रूप दे रही है. विश्व के मानचित्र पर छत्तीसगढ़ का बस्तर तो था ही लेकिन छत्तीसगढ़ का समग्र अंचल जशपुर से लेकर बस्तर ने विश्व मानचित्र में एक निश्चित स्थान बना लिया है.

सवाल - जब राज्य का निर्माण हुआ उस समय टूरिज्म की क्या स्थिति और वर्तमान में क्या स्थिति है ?

जवाब- पर्यटन विभाग शुरू से ही मध्यप्रदेश के समय से यहां काम कर रहा था. क्योंकि मध्य प्रदेश एक बहुत बड़ा राज्य था और उसका एक छोटा सा हिस्सा छत्तीसगढ़ था लेकिन इतना ज्यादा विकास यहां नहीं हो पा रहा था. लेकिन अब राज्य बनने के बाद धीरे धीरे हमारे जिले बढ़ते जा रहे है. जिससे निश्चित तौर पर सभी क्षेत्रों में विकास की गति तेज हुई है.आने वाले समय में हम एक अच्छे मुकाम पर पहुचेंगे यह मेरा विश्वास है.

सवाल- छत्तीसगढ़ में ऐसे कौन से पर्यटन क्षेत्र है जहां पर लोग जाना ज्यादा पसंद कर रहे हैं ?

जवाब - छत्तीसगढ़ के सभी पर्यटन स्थल लोग जाना पसन्द कर रहे हैं. सोशल मीडिया के माध्यम से पर्यटकों को जानकारियां दे रहे. हम अपने पांचों संभागों के पर्यटन स्थल को समान रूप से विकसित किया जा रहा है. पर्यटक को इसकी जानकारी दी जा रही है. हम अपने युवाओ को भी जानकारी दे रहे हैं. हमारे राज्य के और राज्य के बाहर के ट्रैवल ब्लॉगर का सहयोग मिल रहा है.

सवाल - छत्तीसगढ़ में आने वाले टूरिस्ट की संख्या कितनी बड़ी है. एवरेज कितने टूरिस्ट के यहां पहुंच रहे हैं ?

जवाब - साल भर के अगर आंकड़ों की बात की जाए तो राज्य में आने वाले टूरिस्ट की संख्या 1 करोड़ पर जा रही है. अगर तीर्थ पर्यटन की बात की जाए तो सबसे बड़ा उदाहरण राम वन गमन पर्यटन के अंतर्गत चंदखुरी माता कौशल्या धाम का विकास किया गया है. पहले जहां सप्ताह में 500 -700 की संख्या में लोग जाया करते थे. अब उनकी संख्या 2.50 लाख हो गई है. मंदिर समिति के लोगों ने और गांव के लोगों ने यह बात बताई कि लगातार पर्यटकों का आना जारी है. धार्मिक पर्यटन क्षेत्र में चंदखुरी और शिवरीनारायण में भी 10 गुना पर्यटकों की वृद्धि हुई है. इसके साथ ही राज्य के सभी पर्यटन स्थलों में बढ़ोतरी हुई है.

सवाल - आने वाले समय में छत्तीसगढ़ के टूरिज्म में क्या नया कलेवर देखने को मिलने वाला है ?

जवाब - नया अभी वॉटर टूरिज्म की अपार संभावनाएं है. छत्तीसगढ़ नदियों और तालाबों का राज्य है. नदियों और तालाबों की प्रचुरता है. इसके साथ ही यहां डैम है. पहले चरण में डैम वाटर टूरिज्म और सपोर्ट टूरिज्म को बढ़ाने का काम किया जा रहा है. छत्तीसगढ़ के गोवा के नाम से गंगरेल डेम को माना जाता है. उसी तरह से छत्तीसगढ़ का मॉरीशस सतरेगा को कहा जाता है. हाल ही में हम मॉडम सिल्ली डैम के आसपास की जगह को वाटर टूरिज्म के रूप में विकसित करने का काम कर रहे है. इसके साथ ही छत्तीसगढ़ में होमस्टे डेवलप किया जा रहा है. देश विदेश से जो टूरिस्ट आते हैं. ग्रामीण इलाकों में रहकर उनकी जीवन शैली को जानना चाहते हैं. उसके लिए भी होमस्टे की गाइडलाइन तैयार हो गई है. बहुत जल्द इसे लागू कर दिया जाएगा.

रायपुर: छत्तीसगढ़ राज्य बने 22 साल पूरे हो चुके हैं. पिछले 22 वर्षों में छत्तीसगढ़ ने सभी क्षेत्रों में विकास किया है. दो दशक से अधिक समय होने के बाद पर्यटन क्षेत्र में कितना विकास हुआ. ETV भारत ने छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड की जनसंपर्क अधिकारी अनुराधा दुबे से बातचीत की. Anuradha Dubey PRO of CG Tourism Board

छत्तीसगढ़ के पर्यटन का विकास

सवाल- राज्य निर्माण के बाद से अब तक पर्यटन में कितना बदलाव आया. 22 सालो में कैसी यात्रा रही ?

जवाब- पहले छतीसगढ़ शैशवावस्था में था. उसके बाद वह बड़ा हुआ और अब राज्य पूरी तरह से युवावस्था में आ चुका है. इस दौरान छत्तीसगढ़ का पर्यटन क्षेत्र काफी विस्तारित हुआ है. 22 सालों में छत्तीसगढ़ के पर्यटन ने एक आकार ले लिया है. ताकि किस दिशा में आगे बढ़ाना है. इसके साथ ही तीर्थ पर्यटन क्षेत्र में हमें किस तरह से आगे बढ़ना है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की एक महत्वकांशी योजना है. रामवन गमन पर्यटन परिपथ जिसका कार्य छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड के माध्यम से किया जा रहा है. छत्तीसगढ़ के 9 स्थलों पर पहले चरण में विकास के कार्य किए जा रहे हैं. जिसके अंतर्गत चंदखुरी जिला रायपुर और जांजगीर चांपा जिले का शिवरीनारायण विकसित हो चुका है. उसका लोकार्पण भी हो चुका है. इसी तरह से वॉटर स्पोर्ट्स और एडवेंचर टूरिज्म, इको टूरिज्म होमस्टे, फिल्म टूरिज्म के लिए बहुत सारी चीजें हो रही है. जो छत्तीसगढ़ को निश्चित रूप से नया रूप दे रही है. विश्व के मानचित्र पर छत्तीसगढ़ का बस्तर तो था ही लेकिन छत्तीसगढ़ का समग्र अंचल जशपुर से लेकर बस्तर ने विश्व मानचित्र में एक निश्चित स्थान बना लिया है.

सवाल - जब राज्य का निर्माण हुआ उस समय टूरिज्म की क्या स्थिति और वर्तमान में क्या स्थिति है ?

जवाब- पर्यटन विभाग शुरू से ही मध्यप्रदेश के समय से यहां काम कर रहा था. क्योंकि मध्य प्रदेश एक बहुत बड़ा राज्य था और उसका एक छोटा सा हिस्सा छत्तीसगढ़ था लेकिन इतना ज्यादा विकास यहां नहीं हो पा रहा था. लेकिन अब राज्य बनने के बाद धीरे धीरे हमारे जिले बढ़ते जा रहे है. जिससे निश्चित तौर पर सभी क्षेत्रों में विकास की गति तेज हुई है.आने वाले समय में हम एक अच्छे मुकाम पर पहुचेंगे यह मेरा विश्वास है.

सवाल- छत्तीसगढ़ में ऐसे कौन से पर्यटन क्षेत्र है जहां पर लोग जाना ज्यादा पसंद कर रहे हैं ?

जवाब - छत्तीसगढ़ के सभी पर्यटन स्थल लोग जाना पसन्द कर रहे हैं. सोशल मीडिया के माध्यम से पर्यटकों को जानकारियां दे रहे. हम अपने पांचों संभागों के पर्यटन स्थल को समान रूप से विकसित किया जा रहा है. पर्यटक को इसकी जानकारी दी जा रही है. हम अपने युवाओ को भी जानकारी दे रहे हैं. हमारे राज्य के और राज्य के बाहर के ट्रैवल ब्लॉगर का सहयोग मिल रहा है.

सवाल - छत्तीसगढ़ में आने वाले टूरिस्ट की संख्या कितनी बड़ी है. एवरेज कितने टूरिस्ट के यहां पहुंच रहे हैं ?

जवाब - साल भर के अगर आंकड़ों की बात की जाए तो राज्य में आने वाले टूरिस्ट की संख्या 1 करोड़ पर जा रही है. अगर तीर्थ पर्यटन की बात की जाए तो सबसे बड़ा उदाहरण राम वन गमन पर्यटन के अंतर्गत चंदखुरी माता कौशल्या धाम का विकास किया गया है. पहले जहां सप्ताह में 500 -700 की संख्या में लोग जाया करते थे. अब उनकी संख्या 2.50 लाख हो गई है. मंदिर समिति के लोगों ने और गांव के लोगों ने यह बात बताई कि लगातार पर्यटकों का आना जारी है. धार्मिक पर्यटन क्षेत्र में चंदखुरी और शिवरीनारायण में भी 10 गुना पर्यटकों की वृद्धि हुई है. इसके साथ ही राज्य के सभी पर्यटन स्थलों में बढ़ोतरी हुई है.

सवाल - आने वाले समय में छत्तीसगढ़ के टूरिज्म में क्या नया कलेवर देखने को मिलने वाला है ?

जवाब - नया अभी वॉटर टूरिज्म की अपार संभावनाएं है. छत्तीसगढ़ नदियों और तालाबों का राज्य है. नदियों और तालाबों की प्रचुरता है. इसके साथ ही यहां डैम है. पहले चरण में डैम वाटर टूरिज्म और सपोर्ट टूरिज्म को बढ़ाने का काम किया जा रहा है. छत्तीसगढ़ के गोवा के नाम से गंगरेल डेम को माना जाता है. उसी तरह से छत्तीसगढ़ का मॉरीशस सतरेगा को कहा जाता है. हाल ही में हम मॉडम सिल्ली डैम के आसपास की जगह को वाटर टूरिज्म के रूप में विकसित करने का काम कर रहे है. इसके साथ ही छत्तीसगढ़ में होमस्टे डेवलप किया जा रहा है. देश विदेश से जो टूरिस्ट आते हैं. ग्रामीण इलाकों में रहकर उनकी जीवन शैली को जानना चाहते हैं. उसके लिए भी होमस्टे की गाइडलाइन तैयार हो गई है. बहुत जल्द इसे लागू कर दिया जाएगा.

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