रायपुर: बीजापुर जिले के तर्रेम के जंगलों में नक्सलियों ने जवानों को घेर रखा था. कोबरा (COBRA) कमांडो बलराज सिंह फायरिंग के बीच नक्सलियों से लोहा ले रहे थे. इसी बीच उनके साथी अभिषेक पांडेय को गोली लगी और खून निकलने लगा. बलराज ने फौरन अपनी पगड़ी उतारी और अभिषेक को बांध दी. बाद में वे खुद भी जख्मी हुए. छत्तीसगढ़ के विशेष पुलिस महानिदेशक आरके विज ने अस्पताल पहुंचकर बलराज सिंह को नई पगड़ी सौंपी है.
छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने ये जानकारी अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर की है. उन्होंने ट्वीट किया कि मैं ये पगड़ी कोबरा कमांडो बलराज सिंह को सौंपते हुए सम्मानित महसूस कर रहा हूं. उन्होंने अपने साथी की जान बचाने के लिए अपनी पगड़ी बांध दी. वे इसे पाकर बहुत खुश थे और उन्होंने अपने अटेंडर को एक तस्वीर लेने के लिए कहा. मुश्किल वक्त की खूबसूरत तस्वीर.
ETV भारत से बताई थी मुठभेड़ की कहानी
कोबरा बटालियन के जवान बलराज सिंह ने ETV भारत को बताया था कि नक्सलियों के पास इंप्रोवाइज बम थे. जिन्हें लॉन्चर के जरिए वे उन पर दाग रहे थे. उन्होंने बताया था कि नक्सलियों की पूरी बटालियन थी जिसमें करीब 300 से 400 नक्सली थे. इसके साथ ही स्थानीय लोग भी वहां मौजूद थे. इंप्रोवाइज बम से ज्यादा फायरिंग की गई जिसकी वजह से जवानों को ज्यादा नुकसान हुआ. जवानों ने बहादुरी से लड़कर नक्सलियों के एंबुश को तोड़ा और वहां से आगे निकले.
वीर जवानों की जुबानी, बीजापुर मुठभेड़ की कहानी
घायल जवानों का इलाज जारी
छत्तीसगढ़ के बीजापुर में हुई मुठभेड़ में 22 जवान शहीद हो गए और 31 जवान घायल हैं. जवान राकेश्वर सिंह मनहास लापता हैं. एनकाउंटर में डीआरजी, कोबरा बटालियन और एसटीएफ के कई जवान घायल हुए हैं. घायल जवानों का इलाज बीजापुर, जगदलपुर और रायपुर में चल रहा है.