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हाईटेक छत्तीसगढ़ पुलिस: साइबर ठगों के जबड़े से निकाल लिए 26 लाख रुपये

छत्तीसगढ़ पुलिस (Chhattisgarh Police) साइबर क्राइम के अपराधियों को पकड़ने के लिए हाईटेक तकनीक का सहारा ले रही है. इससे ठगी होने के तुरंत बाद रिपोर्ट कराते ही पैसे रिकवरी के आसार बढ़ जाते हैं. पुलिस ने साइबर क्राइम (Cyber crime) के ऐसे कई केसेस में 26 लाख रुपये तक रिकवर किया है.

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Published : Jul 8, 2021, 11:45 AM IST

Updated : Jul 8, 2021, 1:57 PM IST

रायपुर: बढ़ते डिजिटलाइजेशन digitization में ऑनलाइन फ्राड के केस online fraud cases भी बढ़े हैं. बंद होते कैश प्रथा और तेजी से बढ़ते ऑनलाइन ट्रांजेक्शन में ठग भी अब हाईटेक होते जा रहे हैं. इन दिनों ऑनलाइन ठगी की बाढ़ की आ गई है. हालांकि इसे रोकने के लिए पुलिस भी लगातार अपने आप को हाईटेक करने में जुटी है.

पुलिस के हाईटेक होने से आम लोगों को काफी मदद मिली है. पुलिस अब साइबर क्राइम होते ही एक्शन लेने लगी है. जिससे कई लोग ठगी के शिकार होने के बाद या उससे पहले ही बच जा रहे हैं. छत्तीसगढ़ में साइबर क्राइम को रोकने के लिए सिटीजन फाइनेंशियल फ्राड रिपोर्टिंग सिस्टम शुरू किया गया है. जिसका लाभ अब राज्य के लोगों को मिलना शुरू हो गया है. नई प्रणाली के शुरू होने और पुलिस की त्वरित कार्रवाई की वजह से महज 2 महीने में छत्तीसगढ़ियों के 26 लाख रुपये से अधिक साइबर ठगों के हाथ लगने से पहले बचा लिए गए हैं. यह नई तकनीक साइबर जालसाजों से बचने के लिए संजीवनी की तरह काम कर रहा है.

24 घंटे साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर की सेवा

ऑनलाइन फ्राड के बढ़ते मामले को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सिटीजन फाइनेंशियल फ्राड रिपोर्टिंग सिस्टम शुरू किया था. इसके तहत पूरे देश में हेल्पलाइन नंबर जारी किया था. इसी के मद्देनजर छत्तीसगढ़ पुलिस मुख्यालय स्थित साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर- 155260 शुरू किया गया है. यह नंबर 24 घंटे सप्ताह के 7 दिन चालू रहता है. यहीं वजह है रायपुर से 5 लाख 82 हजार रुपये, राजनांदगांव से 3 लाख 48 हजार रुपये और कबीरधाम से 2 लाख 8 हजार रुपये बचाए जा सके हैं.

जागते रहो: हाईटेक हो रहे हैं साइबर क्रिमिनल, डर और लालच के जरिए बना रहे ठगी का शिकार

साइबर फाइनेंशियल फ्रॉड में आएगी कमी

साइबर फाइनेंशियल फ्राड के शिकार व्यक्ति स्वयं साइबर हेल्पलाइन नंबर पर अपनी शिकायत कर सकता है. नजदीकी थाना के माध्यम से सिटीजन फाइनेंशियल फ्राड रिपोर्टिंग सिस्टम के तहत अपनी शिकायत दर्ज करा सकता है. विशेष पुलिस महानिदेशक (तकनीकी सेवा) आरके विज ने बताया कि इस नई प्रणाली इसे न केवल साइबर फाइनेंशियल फ्राड प्रकरणों में कमी आएगी, बल्कि ऐसे अपराधों में शामिल गिरोह का मनोबल भी टूटेगा. आरके विज ने एक बार फिर लोगों को साइबर क्राइम के मामलों में तत्काल शिकायत दर्ज कराने की लोगों से अपील की है, ताकि समय रहते आर्थिक नुकसान से बचाया जा सके.

साइबर क्राइम: पढ़े-लिखे लोगों के साथ अब चपेट में आ रहे पुलिस के बड़े अधिकारी

28 अप्रैल से 5 जुलाई 2021 तक साइबर फाइनेंशियल फ्राड हेल्पलाइन से बचाये गए पैसे

बालोद- 40,094 रुपये

बलौदा बाजार - 1,995 रुपये

बस्तर- 1,05,505 रुपये

बेमेतरा- 1,39,705

बीजापुर- 12,000

बिलासपुर- 45,443

दंतेवाड़ा- 36,000

धमतरी- 196

दुर्ग- 1,53,226

जशपुर - 1,500

कबीरधाम - 2,08,282

कांकेर - 66,867

कोरिया - 35,000

महासमुंद- 55,236

साइबर हेल्प लाइन नम्बर.155260- 4,46,123

रायगढ़ - 42,146

रायपुर- 5,82,356

राजनांदगांव- 3,47,606

सूरजपुर- 45,969

सिटीजन- 2,39,199

टोटल- 26,04,449 रुपये

रायपुर: बढ़ते डिजिटलाइजेशन digitization में ऑनलाइन फ्राड के केस online fraud cases भी बढ़े हैं. बंद होते कैश प्रथा और तेजी से बढ़ते ऑनलाइन ट्रांजेक्शन में ठग भी अब हाईटेक होते जा रहे हैं. इन दिनों ऑनलाइन ठगी की बाढ़ की आ गई है. हालांकि इसे रोकने के लिए पुलिस भी लगातार अपने आप को हाईटेक करने में जुटी है.

पुलिस के हाईटेक होने से आम लोगों को काफी मदद मिली है. पुलिस अब साइबर क्राइम होते ही एक्शन लेने लगी है. जिससे कई लोग ठगी के शिकार होने के बाद या उससे पहले ही बच जा रहे हैं. छत्तीसगढ़ में साइबर क्राइम को रोकने के लिए सिटीजन फाइनेंशियल फ्राड रिपोर्टिंग सिस्टम शुरू किया गया है. जिसका लाभ अब राज्य के लोगों को मिलना शुरू हो गया है. नई प्रणाली के शुरू होने और पुलिस की त्वरित कार्रवाई की वजह से महज 2 महीने में छत्तीसगढ़ियों के 26 लाख रुपये से अधिक साइबर ठगों के हाथ लगने से पहले बचा लिए गए हैं. यह नई तकनीक साइबर जालसाजों से बचने के लिए संजीवनी की तरह काम कर रहा है.

24 घंटे साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर की सेवा

ऑनलाइन फ्राड के बढ़ते मामले को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सिटीजन फाइनेंशियल फ्राड रिपोर्टिंग सिस्टम शुरू किया था. इसके तहत पूरे देश में हेल्पलाइन नंबर जारी किया था. इसी के मद्देनजर छत्तीसगढ़ पुलिस मुख्यालय स्थित साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर- 155260 शुरू किया गया है. यह नंबर 24 घंटे सप्ताह के 7 दिन चालू रहता है. यहीं वजह है रायपुर से 5 लाख 82 हजार रुपये, राजनांदगांव से 3 लाख 48 हजार रुपये और कबीरधाम से 2 लाख 8 हजार रुपये बचाए जा सके हैं.

जागते रहो: हाईटेक हो रहे हैं साइबर क्रिमिनल, डर और लालच के जरिए बना रहे ठगी का शिकार

साइबर फाइनेंशियल फ्रॉड में आएगी कमी

साइबर फाइनेंशियल फ्राड के शिकार व्यक्ति स्वयं साइबर हेल्पलाइन नंबर पर अपनी शिकायत कर सकता है. नजदीकी थाना के माध्यम से सिटीजन फाइनेंशियल फ्राड रिपोर्टिंग सिस्टम के तहत अपनी शिकायत दर्ज करा सकता है. विशेष पुलिस महानिदेशक (तकनीकी सेवा) आरके विज ने बताया कि इस नई प्रणाली इसे न केवल साइबर फाइनेंशियल फ्राड प्रकरणों में कमी आएगी, बल्कि ऐसे अपराधों में शामिल गिरोह का मनोबल भी टूटेगा. आरके विज ने एक बार फिर लोगों को साइबर क्राइम के मामलों में तत्काल शिकायत दर्ज कराने की लोगों से अपील की है, ताकि समय रहते आर्थिक नुकसान से बचाया जा सके.

साइबर क्राइम: पढ़े-लिखे लोगों के साथ अब चपेट में आ रहे पुलिस के बड़े अधिकारी

28 अप्रैल से 5 जुलाई 2021 तक साइबर फाइनेंशियल फ्राड हेल्पलाइन से बचाये गए पैसे

बालोद- 40,094 रुपये

बलौदा बाजार - 1,995 रुपये

बस्तर- 1,05,505 रुपये

बेमेतरा- 1,39,705

बीजापुर- 12,000

बिलासपुर- 45,443

दंतेवाड़ा- 36,000

धमतरी- 196

दुर्ग- 1,53,226

जशपुर - 1,500

कबीरधाम - 2,08,282

कांकेर - 66,867

कोरिया - 35,000

महासमुंद- 55,236

साइबर हेल्प लाइन नम्बर.155260- 4,46,123

रायगढ़ - 42,146

रायपुर- 5,82,356

राजनांदगांव- 3,47,606

सूरजपुर- 45,969

सिटीजन- 2,39,199

टोटल- 26,04,449 रुपये

Last Updated : Jul 8, 2021, 1:57 PM IST
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