रायपुर: छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल की सरकार ने प्रदेश में ‘मुख्यमंत्री वृक्ष सम्पदा योजना’ लागू करने की घोषणा की है. इस योजना से आर्थिक लाभ के साथ-साथ पर्यावरण भी शुद्ध रहेगा. इस योजना की घोषणा के बाद वन विभाग छत्तीसगढ़ में इस योजना के क्रियान्वयन की तैयारी में जुट गया है. वन विभाग ने अब तक 19 हजार से अधिक लाभार्थियों को 30 हजार एकड़ की निजी भूमि में वृक्षारोपण को लेकर पंजीयन किया है.
वृक्षों का होगा व्यवसायिक उपयोग: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश में वृक्षों के व्यवसायिक उपयोग को बढ़ावा देने की अपार संभानाओं को देखते हुए इस योजना को लागू किया है. इस योजना के अंतर्गत किसानों के आय को बढ़ाने के उद्देश्य से किसानों के सहमति से उनके जमीन पर वाणिज्यिक वृक्षारोपण किया जाएगा, जिसका सीधा लाभ किसानों को मिलेगा.
जगदलपुर में सबसे अधिक पंजीकरण: इस विषय में वन विभाग का कहना है कि छत्तीसगढ़ में अब तक 19 हजार 653 लोगों के 30 हजार 142 एकड़ निजी भूमि में इस योजना का पंजीकरण हो चुका है.सबसे अधिक जगदलपुर वनमंडल में 1 हजार 999 हितग्राहियों के 4 हजार 730 एकड़ भूमि में पंजीयन किया गया है.
12 प्रजाति के वृक्ष का रोपण: इस विषय में मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख संजय शुक्ला ने जानकारी दी कि मुख्यमंत्री वृक्ष सम्पदा योजनांतर्गत राज्य में इस साल 12 प्रकार के प्रजाति के वृक्ष का रोपण किया जाएगा. इस योजना के तहत लाभार्थियों को 5 एकड़ तक की जमीन पर अधिक से अधिक 5 हजार पौधे लगाने होंगे.