रायपुरः छत्तीसगढ़ गौ सेवक संघ (Chhattisgarh Gau Sevak Sangh ) अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन आंदोलन पर है (Chhattisgarh Gau Sevak Sangh on indefinite agitation). इन आंदोलनकारियों में प्राकृतिक कृत्रिम गर्भाधान कार्यकर्ता, गौ सेवक और मैत्री संघ अपनी 2 सूत्रीय मांगों को लेकर 3 दिसंबर से बूढ़ा तालाब धरना स्थल पर बैठे (Gau Sevak Sangh movement at Budha Talab picket site) हुए हैं. इनके प्रदर्शन पर बैठने से छत्तीसगढ़ पशुपालन विभाग (Chhattisgarh Animal Husbandry Department) का सभी काम ठप है
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मासिक मानदेय और संविलियन को लेकर आंदोलन
गौर हो कि रायपुर के बूढ़ा तालाब धरना स्थल पर बीते 3 दिसंबर से पशुपालन विभाग में काम करने वाले कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. इन कर्मचारियों की संख्या पूरे प्रदेश में लगभग 6 हजार है, जो पिछले 21 सालों से अपनी सेवाएं दे रहे हैं. इन्हें विभाग की ओर से 6 महीने या साल भर के दौरान थोड़ा बहुत मानदेय दिया जाता है. जो काफी कम है. पशुपालन विभाग में काम करने वाले इन कर्मचारियों की 2 सूत्रीय मांगें हैं. जिसमें मासिक मानदेय और संविलियन की बात शामिल है.
पशुपालन विभाग का काम ठप
छत्तीसगढ़ गौ सेवक संघ के कार्यकर्ताओं की हड़ताल से प्रदेश में पशुपालन विभाग का काम ठप है. जिससे पशुपालक किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.