ETV Bharat / state

Congress Strategy After Bjp First List : बीजेपी की सूची के बाद कांग्रेस में हलचल तेज, किसे होगा फायदा किसे नुकसान, जानिए क्या हो सकती है कांग्रेस की रणनीति ?

Congress Strategy After Bjp First List छत्तीसगढ़ में बीजेपी ने चुनाव से काफी पहले 21 प्रत्याशियों की सूची जारी करके खलबली मचा दी.विरोधियों को जरा भी अंदाजा नहीं था कि बीजेपी ऐसा कुछ कर सकती है.लेकिन सूची जारी होने के बाद जिन सीटों पर प्रत्याशी खड़े किए गए. वहां के कांग्रेस लीडर्स का दावा है कि किसी भी उम्मीदवार की जमानत भी नहीं बचेगी.अब इसे ओव्हर कॉन्फिडेंस कहें या जमीनी हकीकत इसका जवाब भविष्य के गर्त में हैं.लेकिन बीजेपी की सूची पर कांग्रेस के दिग्गज नेता बयानबाजी से जरा भी नहीं चूक रहे हैं. राजनीति के जानकारों का भी मानना है कि बीजेपी ने सूची जारी करके कांग्रेस के उम्मीदवारों पर दबाव बना दिया है.

Chhattisgarh Election 2023
बीजेपी की सूची के बाद कांग्रेस में हलचल तेज
author img

By

Published : Aug 19, 2023, 5:08 PM IST

Updated : Aug 19, 2023, 5:20 PM IST

रायपुर : छत्तीसगढ़ में इन दिनों विधानसभा चुनाव की तैयारियां चल रही हैं.अभी तक चुनाव आयोग ने तारीखों का ऐलान भी नहीं किया है. फिर भी ऐसा माना जा रहा है कि प्रदेश में चुनाव में अभी तीन महीने का वक्त है.ऐसे में बीजेपी ने 21 प्रत्याशियों की सूची जारी करके सभी को चौंका दिया है.क्योंकि जिन 21 सीटों पर प्रत्याशी खड़े किए गए हैं,उनमें से कई सीटों पर कांग्रेस के दिग्गज काबिज हैं.पाटन,खरसिया,रामानुजगंज,बस्तर,अभनपुर,प्रतापपुर, प्रेमनगर जैसी सीटों पर कांग्रेस की पकड़ मजबूत है.ऐसे में इन सीटों पर प्रत्याशियों को खड़ा करके कहीं ना कहीं बीजेपी ने चुनाव से पहले ही एक बड़ा दांव खेला है.

वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस का मानना है कि बीजेपी ने सूची तो जारी कर दी है.लेकिन जिन सीटों पर प्रत्याशी खड़े किए गए हैं.उनका अंजाम क्या होगा,ये वो खुद जानते हैं. कांग्रेस की माने तो उनकी पार्टी के अंदर टिकट का चुनाव प्रजातांत्रिक तरीके से होता.ब्लॉक स्तर से आवेदन लेकर आलाकमान तक जानकारी पहुंचाई जाती है.सूची को लेकर सीएम भूपेश बघेल ने बीजेपी पर कड़ा प्रहार किया है.



''हमारी पहली बैठक हुई है. अब 17 तारीख से लेकर 22 तारीख तक ब्लॉक में आवेदन करना है. मैं भी करूंगा. उसके बाद फिर जिले की बैठक होगी. उसके बाद प्रदेश की. हम लोग तो खुले तौर पर बात कर रहे हैं. लेकिन उनकी बैठक कब हो गई, कब उनके मंडल की बैठक हो गई, कब जिला की बैठक हो गई, कब प्रदेश की बैठक हो गई, कब अनुशंसा कर दी गई, यह किसी को पता नहीं चला. हमारे यहां कम से कम प्रजातांत्रिक प्रक्रिया से जिसको आवेदन करना है वो कर सकते हैं.'' भूपेश बघेल, मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़



इस मीडिया विभाग के प्रदेश अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि पिछली बार जोगी कांग्रेस ने भी एक महीने पहले सूची जारी किया था.उसका हश्र क्या हुआ. इससे कोई फर्क नहीं पड़ता.

'' पहले सूची जारी करने का भाजपा कारण ये था कि इन 21 सीटों पर उन्हें मालूम है कि उनकी जमानत भी नहीं बचने वाली है.इसलिए यहां पर पहले सूची जारी करके अपने आप को आगे दिखाने की कोशिश की जा रही है. लेकिन उन्हें भी मालूम है यहां पर जिन लोगों का नाम उन्होंने घोषित किया है. इनके अलावा दूसरे उम्मीदवार उनके पास नहीं थे.''-सुशील आनंद शुक्ला, मीडिया प्रभारी कांग्रेस

बीजेपी ने कांग्रेस पर किया पलटवार : वहीं बीजेपी ने कांग्रेस की बयानबाजी की तुलना डर से की है. बीजेपी मीडिया विभाग के सह प्रभारी अनुराग अग्रवाल के मुताबिक सीएम भूपेश ने 71 सीटों पर विधायकों के परफॉर्मेंस अच्छी होने की बात कही थी.तो सभी 71 सीटों के विधायकों को टिकट बांट दें.

''मुख्यमंत्री को चैलेंज देते हैं कि यदि 71 विधायक शानदार काम कर रहे हैं, तो उन्हें वह प्रत्याशी घोषित कर दें. यदि 71 विधायकों को प्रत्याशी घोषित करना है, तो 2 महीने या 3 महीने का समय क्यों. वह स्वयं कह रहे हैं कि हम ब्लॉक स्तर पर विधानसभा स्तर पर लोगों से आवेदन मांगा रहे हैं. मतलब वो जानते हैं कि उनकी विधायकों का परफॉर्मेंस खराब है. अनुराग अग्रवाल ,सह मीडिया प्रभारी , भाजपा

बीजेपी के मुताबिक पहले सूची जारी कर कांग्रेस से मानसिक और राजनीतिक बढ़त पार्टी ने हासिल की है. 5 साल बघेल वर्सेस सिंहदेव, पुनिया वर्सेस जयसिंह अग्रवाल, मोहन मरकाम वर्सेस प्रेम सिंह टेकाम ही चला है. इनकी आपसी फूट की स्वीकृति खुद मुख्यमंत्री ने जगदलपुर के संकल्प शिविर में दी थी.जिसमें सीएम भूपेश ने आपस में नहीं बल्कि बीजेपी से लड़ने की बात कही थी.

क्या है राजनीति के जानकार का कहना? : वहीं राजनीति के जानकार अनिरुद्ध दुबे की माने तो बीजेपी की पहली सूची ने विरोधियों के खेमे में हलचल तेज करने का काम किया है. बीजेपी की पहली सूची में कई नए प्रत्याशी है.ऐसे में कांग्रेस के भी उन दावेदारों के अंदर उम्मीद की किरण जगी है जो पहली बार चुनाव में टिकट पाने की राह तक रहे हैं. अब कांग्रेस के दावेदार भी चाहेंगे कि जल्दी टिकट्स मिले ताकि चुनाव में तैयारी का समय मिल सके.

''अभी देखने वाली बात है कि कांग्रेस कैसे कैंडिडेट को मैदान में उतारती है.क्योंकि बीजेपी के पास अभी पूरा मौका है. यदि कोई असंतुष्ट है तो उसे मनाने के लिए उनके पास पर्याप्त समय होगा. दूसरी बात जो कैंडिडेट है उसकी तैयारी के लिए बहुत ही समय मिल गया है. तीसरा ये भी है कि यदि चुनाव से पहले पता चलता है कि कैंडिडेट कमजोर हैं तो उसे बदलने का मौका मिलेगा.ये तीनों ही बातें बीजेपी के पक्ष में हैं.'' अनिरुद्ध दुबे,राजनीति के जानकार

Congress Political Affairs Committee: छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पॉलिटिकल अफेयर कमेटी की घोषणा, कुमारी शैलजा अध्यक्ष, भूपेश बघेल सहित 9 मंत्रियों के नाम
Chhattisgarh Polls: पाटन विधानसभा से भाजपा का टिकट मिलने के बाद विजय बघेल का बड़ा बयान
Chhattisgarh Election 2023 : बीजेपी की पहली सूची में जाति और समाज का दिखा तालमेल, महिलाओं को भी मौका, हाईप्रोफाइल सीटों पर पहले फोकस

क्या कांग्रेस भी जल्दी जारी करेगी सूची ? : अनिरुद्ध दुबे के मुताबिक कांग्रेस उम्मीदवारों की सूची देरी से जारी करेगी,इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता.क्योंकि कांग्रेस के पास 71 विधायक हैं.उनमें से कुछ विधायकों के परफॉर्मेंस कमजोर हैं. 20 से 30 टिकट कटने की चर्चा है.अब किनकी टिकट कटेगी आगे देखना होगा.लेकिन कांग्रेस जो भी पहली सूची जारी करेगी उस सूची में कांग्रेस के जीतने वाले ज्यादा उम्मीदवार ही होंगे.

रायपुर : छत्तीसगढ़ में इन दिनों विधानसभा चुनाव की तैयारियां चल रही हैं.अभी तक चुनाव आयोग ने तारीखों का ऐलान भी नहीं किया है. फिर भी ऐसा माना जा रहा है कि प्रदेश में चुनाव में अभी तीन महीने का वक्त है.ऐसे में बीजेपी ने 21 प्रत्याशियों की सूची जारी करके सभी को चौंका दिया है.क्योंकि जिन 21 सीटों पर प्रत्याशी खड़े किए गए हैं,उनमें से कई सीटों पर कांग्रेस के दिग्गज काबिज हैं.पाटन,खरसिया,रामानुजगंज,बस्तर,अभनपुर,प्रतापपुर, प्रेमनगर जैसी सीटों पर कांग्रेस की पकड़ मजबूत है.ऐसे में इन सीटों पर प्रत्याशियों को खड़ा करके कहीं ना कहीं बीजेपी ने चुनाव से पहले ही एक बड़ा दांव खेला है.

वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस का मानना है कि बीजेपी ने सूची तो जारी कर दी है.लेकिन जिन सीटों पर प्रत्याशी खड़े किए गए हैं.उनका अंजाम क्या होगा,ये वो खुद जानते हैं. कांग्रेस की माने तो उनकी पार्टी के अंदर टिकट का चुनाव प्रजातांत्रिक तरीके से होता.ब्लॉक स्तर से आवेदन लेकर आलाकमान तक जानकारी पहुंचाई जाती है.सूची को लेकर सीएम भूपेश बघेल ने बीजेपी पर कड़ा प्रहार किया है.



''हमारी पहली बैठक हुई है. अब 17 तारीख से लेकर 22 तारीख तक ब्लॉक में आवेदन करना है. मैं भी करूंगा. उसके बाद फिर जिले की बैठक होगी. उसके बाद प्रदेश की. हम लोग तो खुले तौर पर बात कर रहे हैं. लेकिन उनकी बैठक कब हो गई, कब उनके मंडल की बैठक हो गई, कब जिला की बैठक हो गई, कब प्रदेश की बैठक हो गई, कब अनुशंसा कर दी गई, यह किसी को पता नहीं चला. हमारे यहां कम से कम प्रजातांत्रिक प्रक्रिया से जिसको आवेदन करना है वो कर सकते हैं.'' भूपेश बघेल, मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़



इस मीडिया विभाग के प्रदेश अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि पिछली बार जोगी कांग्रेस ने भी एक महीने पहले सूची जारी किया था.उसका हश्र क्या हुआ. इससे कोई फर्क नहीं पड़ता.

'' पहले सूची जारी करने का भाजपा कारण ये था कि इन 21 सीटों पर उन्हें मालूम है कि उनकी जमानत भी नहीं बचने वाली है.इसलिए यहां पर पहले सूची जारी करके अपने आप को आगे दिखाने की कोशिश की जा रही है. लेकिन उन्हें भी मालूम है यहां पर जिन लोगों का नाम उन्होंने घोषित किया है. इनके अलावा दूसरे उम्मीदवार उनके पास नहीं थे.''-सुशील आनंद शुक्ला, मीडिया प्रभारी कांग्रेस

बीजेपी ने कांग्रेस पर किया पलटवार : वहीं बीजेपी ने कांग्रेस की बयानबाजी की तुलना डर से की है. बीजेपी मीडिया विभाग के सह प्रभारी अनुराग अग्रवाल के मुताबिक सीएम भूपेश ने 71 सीटों पर विधायकों के परफॉर्मेंस अच्छी होने की बात कही थी.तो सभी 71 सीटों के विधायकों को टिकट बांट दें.

''मुख्यमंत्री को चैलेंज देते हैं कि यदि 71 विधायक शानदार काम कर रहे हैं, तो उन्हें वह प्रत्याशी घोषित कर दें. यदि 71 विधायकों को प्रत्याशी घोषित करना है, तो 2 महीने या 3 महीने का समय क्यों. वह स्वयं कह रहे हैं कि हम ब्लॉक स्तर पर विधानसभा स्तर पर लोगों से आवेदन मांगा रहे हैं. मतलब वो जानते हैं कि उनकी विधायकों का परफॉर्मेंस खराब है. अनुराग अग्रवाल ,सह मीडिया प्रभारी , भाजपा

बीजेपी के मुताबिक पहले सूची जारी कर कांग्रेस से मानसिक और राजनीतिक बढ़त पार्टी ने हासिल की है. 5 साल बघेल वर्सेस सिंहदेव, पुनिया वर्सेस जयसिंह अग्रवाल, मोहन मरकाम वर्सेस प्रेम सिंह टेकाम ही चला है. इनकी आपसी फूट की स्वीकृति खुद मुख्यमंत्री ने जगदलपुर के संकल्प शिविर में दी थी.जिसमें सीएम भूपेश ने आपस में नहीं बल्कि बीजेपी से लड़ने की बात कही थी.

क्या है राजनीति के जानकार का कहना? : वहीं राजनीति के जानकार अनिरुद्ध दुबे की माने तो बीजेपी की पहली सूची ने विरोधियों के खेमे में हलचल तेज करने का काम किया है. बीजेपी की पहली सूची में कई नए प्रत्याशी है.ऐसे में कांग्रेस के भी उन दावेदारों के अंदर उम्मीद की किरण जगी है जो पहली बार चुनाव में टिकट पाने की राह तक रहे हैं. अब कांग्रेस के दावेदार भी चाहेंगे कि जल्दी टिकट्स मिले ताकि चुनाव में तैयारी का समय मिल सके.

''अभी देखने वाली बात है कि कांग्रेस कैसे कैंडिडेट को मैदान में उतारती है.क्योंकि बीजेपी के पास अभी पूरा मौका है. यदि कोई असंतुष्ट है तो उसे मनाने के लिए उनके पास पर्याप्त समय होगा. दूसरी बात जो कैंडिडेट है उसकी तैयारी के लिए बहुत ही समय मिल गया है. तीसरा ये भी है कि यदि चुनाव से पहले पता चलता है कि कैंडिडेट कमजोर हैं तो उसे बदलने का मौका मिलेगा.ये तीनों ही बातें बीजेपी के पक्ष में हैं.'' अनिरुद्ध दुबे,राजनीति के जानकार

Congress Political Affairs Committee: छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पॉलिटिकल अफेयर कमेटी की घोषणा, कुमारी शैलजा अध्यक्ष, भूपेश बघेल सहित 9 मंत्रियों के नाम
Chhattisgarh Polls: पाटन विधानसभा से भाजपा का टिकट मिलने के बाद विजय बघेल का बड़ा बयान
Chhattisgarh Election 2023 : बीजेपी की पहली सूची में जाति और समाज का दिखा तालमेल, महिलाओं को भी मौका, हाईप्रोफाइल सीटों पर पहले फोकस

क्या कांग्रेस भी जल्दी जारी करेगी सूची ? : अनिरुद्ध दुबे के मुताबिक कांग्रेस उम्मीदवारों की सूची देरी से जारी करेगी,इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता.क्योंकि कांग्रेस के पास 71 विधायक हैं.उनमें से कुछ विधायकों के परफॉर्मेंस कमजोर हैं. 20 से 30 टिकट कटने की चर्चा है.अब किनकी टिकट कटेगी आगे देखना होगा.लेकिन कांग्रेस जो भी पहली सूची जारी करेगी उस सूची में कांग्रेस के जीतने वाले ज्यादा उम्मीदवार ही होंगे.

Last Updated : Aug 19, 2023, 5:20 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.