रायपुर: स्वच्छता के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ को पुरस्कार मिले हैं. दिल्ली में भारत मंडपम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने पुरस्कार ग्रहण किया. इस कार्यक्रम में डिप्टी सीएम अरुण साव भी मौजूद है. देश के सबसे स्वच्छ राज्यों में छत्तीसगढ़ को तीसरा स्थान मिला है. इसके अलावा 1 लाख से कम आबादी वाले शहरों में दुर्ग जिले के पाटन को देश में दूसरा नंबर की पोजिशन मिली है. सीएम विष्णुदेव साय ने राष्ट्रपति के हाथों ये पुरस्कार ग्रहण किया.
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सफाई में फिर छत्तीसगढ़ को पुरस्कार: स्वच्छता के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर छत्तीसगढ़ ने देश में एक बार फिर बाजी मारी है. केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय की तरफ से आयोजित स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 में देश के टॉप 3 राज्यों में छत्तीसगढ़ तीसरे नंबर पर है. पहले नंबर पर महाराष्ट्र और दूसरे नंबर पर मध्य प्रदेश हैं.
1 लाख से कम आबादी में पाटन को पुरस्कार: 1 लाख से कम आबादी में छत्तीसगढ़ का पाटन को दूसरे सबसे स्वच्छ शहर का खिताब जीता है. पहले नंबर पर महाराष्ट्र का शासवड़ है. तीसरे नंबर पर भी महाराष्ट्र का लोनावला है.
देश के स्वच्छ शहरों का अवॉर्ड: इंदौर एक बार फिर देश में स्वच्छ शहरों में टॉप पर है. सूरत को दूसरे नंबर का सबसे स्वच्छ शहर का अवॉर्ड मिला है. गार्बेज फ्री रेटिंग में 7 स्टार मिला है. सूरत को पहली बार यह पुरस्कार मिला है. नवी मुंबई महाराष्ट्र को स्वच्छ शहर में तीसरा नंबर मिला है. दूसरी बार पुरस्कार मिला है.
छत्तीसगढ़ में 3 लाख से ज्यादा टॉयलेट्स का का निर्माण: छत्तीसगढ़ साल 2017 में ओडीएफ राज्य होने का दर्जा हासिल कर चुका है. प्रदेश में तीन लाख से ज्यादा घरों में शौचालयों का निर्माण पूरा हो चुका है. मिशन क्लीन के तहत 10 हजार से ज्यादा स्वच्छता दीदियों को अप्वाइंट किया गया है जो ना सिर्फ घर घर से कचरा इकट्ठा करती है बल्कि इस कचरे से खाद बनाकर भी बेचती है. प्रदेश के पांच निकायों का नाम स्वच्छता की लिस्ट में होना बड़ी उपलब्धि है.