रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा में धान खरीदी और मिलिंग के लिए उठाव को लेकर विपक्ष ने जमकर हंगामा किया. इस मामले में विपक्ष ने सहकारिता विभाग को जमकर घेरा. यहां तक कि विपक्षी के विधायक धर्मजीत सिंह ने कह दिया कि इस विभाग का मालिक कौन है? जिस पर भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि भगवान मालिक है. इसके बाद तत्काल सहकारिता मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कहा कि सरकार मालिक है.
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भाजपा विधायक शिवरतन शर्मा ने प्रश्नकाल के दौरान धान खरीदी मामले उठाते हुए सरकार से सवाल किया है. इस साल हुई धान खरीदी के बाद मिलिंग और सुखत के क्या नियम हैं. इस पर सहकारिता मंत्री प्रेमसाय टेकाम ने कहा कि खरीदी केन्द्रों से जल्द उठाने का नियम है. इस साल हमने 93.5 लाख टन धान खरीदा है और इसमें से अब तक 95 फीसद तक धान का उठाव हो चुका है.
शिवरतन शर्मा ने मंत्री पर गुमराह करने का आरोप लगाते हुए कहा कि 3 दिन के अंदर उठाव के नियम ऐसा नहीं हो रहा है. इससे सुखत बढ़ती जा रही है और समितियों को नुकसान हो रहा है. उन्होंने प्रश्न किया कि अब तक कितना नुकसान हुआ है और समितियों को इसकी भरपाई कौन करेगा?
मंत्री टेकाम ने जवाब दिया कि 3 फीसदी सुखत होने पर समितियों को एक मुश्त भरपाई के लिए 218 करोड़ रूपए सरकार ने दिए हैं. उससे ऊपर का लॉस सरकार वहन करेगी. शिवरतन शर्मा ने कहा समितियों को अब तक एक पैसा नहीं दिया गया हैं. इसके चलते कर्मचारियों का वेतन भी नहीं मिल पा रहा है. मंत्री का जवाब था कि पूर्व के वर्षों में हुए नुकसान की भरपाई करते हुए 115 करोड़ बैंक के जरिए सीधे समितियों को दिए जाएंगे.
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शिवरतन ने फिर प्रश्न किया इस साल अब तक कितना धान मिलिंग के लिए उठाव हो चुका है. सहकारिता मंत्री ने कहा मिलर्स ने 70 लाख टन उठाव कर लिया है और 22.69 लाख टन परिवहन किया जा रहा है. 5 लाख टन का उठाव बाकी है.
शिवरतन ने आरोप लगाया कि इससे समितियों को नुकसान होने वाला है. जोगी कांग्रेस के धर्मजीत सिंह ने कहा कि धान उठाव हर साल की समस्या हो गई है. इससे जुड़े सवाल के जवाब कभी कृषि मंत्री, कभी सहकारिता मंत्री, कभी खाद्य मंत्री दे रहे हैं, इसलिए पहले बताए इस विभाग का मालिक कौन है? इस पर अजय चंद्राकर ने चुटकी ली कि भगवान मालिक है. जिस पर मंत्री टेकाम ने कहा कि "सरकार मालिक" है.