रायपुर: कवर्धा (Kawardha Violence) में चल रहे विवाद के बीच अल्पसंख्यक आयोग (Chairman of Minorities Commission) ने कवर्धा में दंगा (Kawardha Violence) भड़कने की कलेक्टर (Collector) से रिपोर्ट मांगी है. कलेक्टर (Kawardha Collector) से 9 बिंदुओं पर प्रतिवेदन मांगा गया है. जिसमें कई अहम सवाल का जवाब मांगा गया है कि आखिरकार धारा 144 लागू होने के बाद दूसरे जिले के लोग मौके पर कैसे पहुंचे? दंगा भड़कने के क्या कारण है? कितने दंगाइयों को गिरफ्तार किया गया? इस तरह के कई सवालों के जवाब को लेकर अल्पसंख्यक आयोग अध्यक्ष महेंद्र छाबड़ा ने कलेक्टर से रिपोर्ट मांगा है. सीएम भी आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (CM video conferencing) के जरिए हालातों की समीक्षा करेंगे.
शहर में लोगों को अब तक करोड़ों का नुकसान
3 अक्टूबर को कवर्धा (Kawardha) में हुए विवाद के बाद शहर में लोगों को अब तक करोड़ों का नुकसान हो चुका है. प्रशासन ने हालात को देखते हुए 3 अक्टूबर को धारा 144 तो लागू दी थी. बावजूद इसके उपद्रवियों ने उसी दिन रात को कुछ मौहल्लों को टारगेट कर नारेबाजी और पथराव किया. जिसके बाद पुलिस ने कुछ आरोपियों को गिरफ्तार किया. अब तक दो बार शांति समिति की बैठक भी बुलाई जा चुकी है. जिसमें 8 अक्टूबर को शहर में घूमकर शांति संदेश फैलाने पर एकराय बनी है. आज ये समिति शहर में घूम-घूमकर शांति संदेश देगी. इसी के साथ सीएम भूपेश बघेल भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (video conferencing) के जरिए हालांतों की समीक्षा करेंगे.
कवर्धा का माहौल शांत करने CM बघेल करेंगे हालातों की समीक्षा
विहिप ने निकाली रैली
वहीं, 3 अक्टूबर को दो पक्षों में हुए विवाद के बाद पुलिस ने 70 से ज्यादा आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार के बाद मामले में राजनीतिक तूल देते हुए 5 अक्टूबर को विश्व हिंदू परिषद ने चक्काजाम और रैली निकाली. जिसका नेतृत्व सांसद संतोष पांडे और पूर्व सासंद अभिषेक सिंह के नेतृत्व में किया गया. रैली में हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए. जिसमें दूसरे जिले के लोग भी शामिल रहे. जिसके बाद शहर में आदर्शनगर, दर्रीपारा, घोटिया रोड, नवा मोहल्ला में उपद्रवियों ने जमकर उत्पात मचाया. जिसमें दर्जनों, कार, बाइक, मकान, दुकान में तोड़फोड़ और आगजनी का प्रयास किया. हालात को देखते हुए कलेक्टर रमेश कुमार शर्मा ने नगर पालिका क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दिया.