रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में अब शह और मात का खेल शुरू हो गया है. सूबे में मुख्य मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच है. लेकिन अब अन्य दलों ने भी मोर्चेबंदी शुरू कर दी है. एक तरफ आम आदमी पार्टी चुनावी मैदान में ताल ठोक रही है. तो दूसरी तरफ सर्व आदिवासी समाज ने भी चुनाव लड़ने का फैसला कर लिया है. पहले से मैदान में मौजूद गोंडवाना गणतंत्र पार्टी और बीएसपी ने अब एक दूसरे के साथ गठबंधन का ऐलान कर दिया है. इस सियासी गठजोड़ की घोषणा दोनों दलों ने सोमवार को रायपुर में की है.
गोंगपा और बीएसपी का चुनावी प्लान समझिए (Alliance Of BSP And GGP In CG): बीएसपी और गोंगपा ने एक चुनावी प्लान के तहत गठजोड़ किया है. जिसके तहत बीएसपी राज्य में 53 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. जबकि गोंगपा यानी की जीजीपी 37 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. बसपा के राज्यसभा सांसद और राष्ट्रीय समन्वयक रामजी गौतम और जीजीपी के राष्ट्रीय महासचिव श्याम सिंह मरकाम ने इसकी घोषणा की है.
कांग्रेस और बीजेपी को मात देने का दावा: दोनों दलों ने दावा किया है कि वह छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 में कांग्रेस और बीजेपी को हरा देंगे. सीट बंटवारे के फॉर्मूले के तहत बीएसपी और जीजीपी 53 और 37 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेंगे. बीएसपी ने छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव को लेकर उम्मीदवारों की पहली सूची भी जारी कर दी है. पहली लिस्ट में कुल 9 उम्मीदवारों को बीएसपी ने मैदान में उतारा.
छत्तीसगढ़ में बीएसपी और गोंगपा का चुनावी इतिहास समझिए: साल 2018 विधानसभा चुनाव में बीएसपी और जोगी कांग्रेस का गठबंधन था. बीएसपी 35 सीटों पर चुनाव लड़ी थी. इसमें जैजैपुर और पामगढ़ विधानसभा सीट पर बसपा ने जीत दर्ज की थी. जबकि 28 सीटों पर उसके उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई थी. तो वहीं उसकी सहयोगी जोगी कांग्रेस पांच सीटें जीतने में सफल रही थी. अब बात गोंगपा की. जीजीपी ने 2018 के छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में 38 सीटों पर चुनावी फाइट की थी. इसमें उसके 36 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई थी. जीजीपी को कुल 1.73 फीसदी वोट मिले थे.