रायपुर: रेलवे मंत्रालय वर्ष 2030 तक जीरो कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य हासिल करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है. इस दिशा में काम करते हुए रेलवे ने छ्त्तीसगढ़ में बड़ी उपलब्धि हासिल की है. प्रदेश में बड़ी लाइनों के विद्युतीकरण का काम पूरा कर लिया गया है. इससे न केवल कोयला या डीजल पर रेलवे की निर्भरता कम होगी, बल्कि जीरो कार्बन के लक्ष्य के करीब पहुंचने में भी आसानी होगी.
मुंबई और हावड़ा को जोड़ता है बिलासपुर: छत्तीसगढ़ के प्रमुख रेलवे स्टेशन बिलासपुर, रायपुर, दुर्ग और कोरबा हैं. बिलासपुर न केवल छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन है, बल्कि यह मुंबई और हावड़ा लाइन को जोड़ता है. इसके अलावा यह दिल्ली, चेन्नई, हैदराबाद और बेंगलुरू जैसे प्रमुख शहरों से भी जुड़ा है.
देश में सबसे ज्यादा माल ढुलाई छत्तीसगढ़ से: रेल मंत्रालय के मुताबिक "देश में सबसे अधिक माल ढुलाई छत्तीसगढ़ राज्य में होती है. यहां से रेलवे को सबसे ज्यादा राजस्व भी मिलता है. रेलवे नेटवर्क छत्तीसगढ़ से देश के अन्य हिस्सों में खनिज, कृषि उत्पाद और अन्य सामानों को पहुंचाने में निर्णायक भूमिका निभाता है. इलेक्ट्रिक लोको के परिचालन ने रखरखाव और लागत को कम कर दिया है. आयातित कच्चे तेल पर निर्भरता कम करने के साथ यह परिवहन का एक बेहतरीन माध्यम है."
जानिए, किसे कहते हैं ब्राॅड गेज: बड़ी लाइन को ब्राॅडगेज या चौड़ी लाइन कहा जाता है. इस लाइन में दोनों समानांतर पटरियों के बीच 1676 मिमी का फासला होता है. इसे दूसरे शब्दों में कहें तो मानक गेज 1435 मिमी से ज्यादा चौड़ा गेज ब्राॅड गेज कहलाता है.
स्त्रोत-एएनआई