रायपुर: छत्तीसगढ़ में धान खरीदी लेकर सियासत गरमाई हुई है. एक तरफ जहां धान खरीदी में देरी को लेकर प्रदेश सरकार ने केंद्र पर बारदाना उपलब्ध न कराने का आरोप लगाया है. वहीं बीजेपी ने इस मामले पर भूपेश सरकार पर निशाना साधा है. बीजेपी ने कहा है कि भूपेश सरकार दिवाली के बाद यदि धान खरीदी शुरू नहीं करती, तो प्रदेश में बड़ा आंदोलन किया जाएगा.
बीजेपी किसान मोर्चा के प्रदेश महामंत्री ने कहा है कि इस वर्ष धान की बंपर आवक होने के बाद भी नवंबर में खरीदी शुरू नहीं की जा सकी है. जबकि बीजेपी सरकार में एक नवंबर से धान खरीदी की जाती थी. श्रीवास ने कहा कि कृषि मंत्री रविंद्र चौबे लगातार किसानों को गुमराह करने का काम कर रहे हैं. अब जब पूरे प्रदेश में धान की बंपर खेती होकर धान की कटाई हो रही है. ऐसे में किसानों के संकट को भी नजरअंदाज किया जा रहा है.
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दिवाली के बाद होगा आंदोलन
बीजेपी किसान मोर्चा के प्रदेश महामंत्री गौरीशंकर श्रीवास ने कहा कि इतने बड़े पैमाने पर धान की कटाई होने के बाद किसानों के सामने संकट है कि वह धान को कहां रखे. सरकार बारदाना की कमी का हवाला देकर एक दिसंबर से धान खरीदी करने की बात कह रही है. श्रीवास ने कहा कि प्रदेश में बारदाना की कमी नहीं है. सरकार चाहे तो राइस मिलरों, पीडीएस सिस्टम और मध्यान भोजन में सप्लाई में उपयोग आ रहे बारदाना से धान की खरीदी शुरू की जा सकती है. उन्होंने कहा कि दिवाली के बाद यदि सरकार धान खरीदी शुरू नहीं करती है तो बीजेपी प्रदेश भर में आंदोलन करेगी.
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गौरतबल है कि छत्तीसगढ़ में धान खरीदी में हो रही देरी को लेकर कांग्रेस सरकार ने बरदाना न होने के हवाला दिया था. राज्य के कृषि मंत्री रविंद्र चौबे, खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने केंद्र सरकार पर बारदाना उपलब्ध न कराने का आरोप लगाया था. बीजेपी ने भी आरोपों का जवाब देते हुए मंत्रियों के घर बारदाना स्पीड पोस्ट के जरिए भेजवाया था.