रायपुर: छत्तीसगढ़ 1 नवंबर को स्थापना दिवस मनाता है. राज्योत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है. पहले दिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मुख्य अतिथि थे, तो दूसरे दिन राज्यपाल भी पहुंची. लेकिन इस दौरान नहीं पहुंचा तो विपक्ष. सरकार इसे छत्तीसगढ़िया टच वाला राज्योत्सव बता रही है, तो विपक्ष ने कहा कि ये महज एक व्यक्ति का उत्सव है.
राज्योत्सव से विपक्ष की दूरी पर रार मचा हुआ है. एक तरफ जहां मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि, 'सबकी अपनी-अपनी दृष्टि है. निमंत्रण सभी को भेजा गया है और सभी को आना चाहिए'. वहीं नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि, 'राज्योत्सव, किसी व्यक्ति विशेष का उत्सव बन गया है. उन्होंने कहा कि महज एक कार्ड आया था, किसी का कॉल न्योते के लिए नहीं आया'. कौशिक ने कहा कि, 'सरकार राज्य के जन्मदाता अटल बिहारी वाजपेयी को ही भूल गई'.
भेजा गया था न्योता: अमरजीत भगत
राज्योत्सव में भाजपा के प्रतिनिधियों के न पहुंचने पर संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि 'हमने सभी को आमंत्रित किया है. सभी विधायकों और पदाधिकारियों को आमंत्रण भेजा गया था. मैंने खुद भी जानकारी ली थी. अब वे नहीं आये तो ये उनकी इच्छा है'.
बृजमोहन अग्रवाल ने साधा निशाना
इसके जवाब में पूर्व संस्कृति मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि, 'विपक्ष को फोन तक नहीं किया गया. सिर्फ नाप छपवाने से क्या होता है. कोई बुलावा नहीं आया है. अग्रवाल ने कहा कि किसी जिम्मेदार ने कॉल तक नहीं किया. अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस फेयर तरीके से कोई काम नहीं करती है'.
भारतीय जनता पार्टी का कोई भी नेता या विधायक राज्योत्सव के कार्यक्रम में शामिल होने नहीं पहुंचा.