रायपुर : छत्तीसगढ़ में भानुप्रतापपुर उपचुनाव होने वाले हैं. इसी बीच भाजपा प्रत्याशी ब्रह्मानंद नेताम पर लगे दुष्कर्म के मामले में उनकी मुश्किलें बढ़ती जा रही है.वहीं अब झारखंड पुलिस भी उनकी गिरफ्तारी को लेकर कांकेर में सर्च अभियान कर रही है.वहीं अब भाजपा ने पीसीसी चीफ मोहन मरकाम की गिरफ्तारी की मांग की है.
क्यों मोहन मरकाम की गिरफ्तारी की मांग : बीजेपी का आरोप है कि मोहन मरकाम ने नाबालिग पीड़िता का नाम उजागर किया है. सुप्रीम कोर्ट का सख्त निर्देश है कि पॉक्सो एक्ट के तहत किसी भी पीड़िता का नाम उजागर नहीं होना चाहिए. इसके बावजूद भी उन्होंने नाम उजागर किया. उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.
पॉक्सो एक्ट के उल्लंघन का आरोप : भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता देवराज ठाकुर ने कहा कि " कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने पॉक्सो एक्ट नियम का उल्लंघन किया है, उन्होंने सार्वजनिक तौर पर आदिवासी पीड़िता का नाम उजागर कर दिया. जबकि ऐसे मामले पर सुप्रीम कोर्ट का सख्त निर्देश है कि पीड़िता की पहचान और नाम उजागर नहीं करना है. अगर कोई ऐसा करते पाया गया तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी. छत्तीसगढ़ की सरकार चुप क्यों बैठी है. राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग से भी नोटिस आ चुका है. छत्तीसगढ़ की सरकार अपराधियों को कम नहीं करना चाह रही है क्यों उन्हें बचाना चाह रही है.''
ये भी पढ़ें- छत्तीसगढ़ी परंपरा को बढ़ाएगा नया छत्तीसगढ़ी कैलेंडर
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग से नोटिस : 25 नवंबर के राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के रजिस्ट्रार अनु चौधरी ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम के खिलाफ नोटिस जारी किया है.आयोग ने कांकेर के एसपी को नोटिस भेजकर कार्रवाई करने कहा था.मोहन मरकाम के खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं होने के कारण भाजपाई कांग्रेस सरकार से सवाल कर रहे हैं.