रायपुर: बिजली बिल के मामले को लेकर एक बार फिर कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर झूठ फैलाने का आरोप लगाया है. कांग्रेस का कहना है कि राज्य सरकार के द्वारा बिजली बिल हाफ योजना में किसी तरह की कटौती नहीं की गई है. यह योजना पहले की भांति ही जारी है और बढ़ी हुई दर भी नाम मात्र की है. यह जानकारी आज कांग्रेस प्रदेश कार्यालय राजीव भवन में आयोजित एक पत्रकार वार्ता के दौरान कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष गिरीश देवांगन और कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने दी है.
बिजली के मामले में झूठा भ्रम फैला रही बीजेपी
शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा कि बिजली बिल हाफ योजना यथावत है. इसमें किसी तरह का छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा बदलाव नहीं किया गया है. बिजली बिल में जो 1.1% की मामूली वृद्धि दिखाई दे रही है. इसमें भी बिजली बिल हाफ योजना का लाभ दिया जा रहा है. भारतीय जनता पार्टी भ्रम ओर झूठ फैलाने का खेल खेल रही है. शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा कि मेरे ख्याल से दलगत आधार पर कोई भेदभाव बिजली बिल भेजने में नहीं किया जाता है. स्वभाविक रूप से वे भी इस योजना से लाभान्वित हो रहे हैं सारे उपभोक्ता एक जैसे हैं. चाहे फिर वह किसी भी राजनीतिक दल के हो.
केंद्र सरकार के कारण प्रदेश में बढे बिजली के दाम
शैलेश ने बताया कि कोयला के दामों में बढ़ोतरी, रेल किराया बढ़ाया गया, डीजल पेट्रोल के दाम बढ़ाए गए इसके अलावा अन्य चीजों की कीमतें बढ़ाई गई. लेकिन तब बीजेपी वाले कुछ नहीं बोले. अभी बिजली की कीमत में मामूली वृद्धि की गई है तो बीजेपी वाले परेशान हो रहे हैं.
गिरीश देवांगन ने बोला हमला
इस दौरान गिरीश देवांगन ने कहा कि भाजपा के दो पूर्व मंत्रियों के द्वारा कल एक पत्रकार वार्ता के दौरान कहा गया है कि पहले निवेदन, फिर आवेदन, फिर ईंट से ईंट से बजा देंगे, फिर दनादन की बात. मुझे लगता है बृजमोहन और मूणत की फितरत ही दे दना दन वाली रही है. जिसको उन्होंने प्रेस वार्ता में प्रमाणित किया है. देवांगन ने बताया कि साल 2000 की बात है कि जब एकात्म परिसर में भी बृजमोहन अग्रवाल ने दे दना दन की बात कहीं गई थी. अभी भी जिस प्रकार से भाजपा में स्थिति दिख रही है आगे जाकर फिर यह दोनों नेता जरूर अपने भारतीय जनता पार्टी की ईंट से ईंट बजाएंगे.
बता दें कि भाजपा के द्वारा मंगलवार को एक पत्रकार वार्ता ली गई थी उस दौरान भाजपा ने राज्य सरकार के खिलाफ प्रदेश बिगड़ती कानून व्यवस्था बिजली के दाम में बढ़ोत्तरी सहित अन्य मुद्दों को लेकर आंदोलन की जानकारी दी थी