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छत्तीसगढ़ में हुआ 5127 करोड़ का चावल घोटाला, बीजेपी का सरकार पर आरोप

भारतीय जनता पार्टी ने भूपेश सरकार पर केंद्र सरकार से मिलने वाले चावल के घोटाले का आरोप लगाया है. सोमवार पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने सरकार पर गरीबों का हक छीनने का आरोप लगाया. राजेश मूणत ने कहा कि सरकार ने प्रदेश का सबसे बड़ा चावल घोटाला करके गरीबों के मुंह से निवाला छीनने का काम किया है. BJP alleges to congress crore rice scam in Chhattisgarh

Rice scam alleges
छत्तीसगढ़ में चावल घोटाला का आरोप
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Published : Dec 19, 2022, 5:44 PM IST

रायपुर : छत्तीसगढ़ में अब तक का सबसे बड़ा चावल घोटाला हुआ है. इस घोटाले में पूरी सरकार की संलिप्तता है. ये कहना है भारतीय जनता पार्टी का. पार्टी के वरिष्ठ नेता और प्रवक्ता राजेश मूणत ने खुलासा करते हुए बताया कि कोरोना संक्रमण काल में केंद्र सरकार ने प्रति व्यक्ति 5 किलो चावल देने की घोषणा की थी. लेकिन उस चावल को नहीं बांटा गया. जितना चावल केंद्र सरकार की ओर से भेजा गया. उतना चावल नहीं बांटा गया.चावल की हेराफेरी की गई है. BJP alleges to congress crore rice scam in Chhattisgarh


कितने करोड़ का हुआ घोटाला : राजेश मूणत ने दावा करते हुए कहा है कि "केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना Pradhan Mantri Garib Kalyan Yojana के अंतर्गत छत्तीसगढ़ में रहने वाले गरीब परिवारों के लिए 11 लाख 53 हजार 380 क्विंटल प्रति माह समर राज्य सरकार को आवंटित किया गया. केंद्र सरकार ने 33 माह तक (अप्रैल 2020 से दिसंबर 2020 तक) राज्य सरकार को 3 करोड़ 80 लाख 61 हजार 540 क्विंटल चावल का अतिरिक्त आबंटन किया है. राज्य सरकार द्वारा अप्रैल 2020 से दिसंबर 2022 तक 2 करोड़ 29 लाख 80 हजार 711 क्विंटल चावल का वितरण किया गया, लेकिन बाकी बचे 1 करोड़ 50 लाख 80 हजार 829 क्विंटल चावल का वितरण नहीं किया है. राजेश मूणत ने कहा कि राज्य सरकार ने 5 हजार 127 करोड़ रुपए के चावल का घोटाला किया है. गरीबों के हक का निवाला छीनने का काम किया है."



सरकार पर हेराफेरी का आरोप : राजेश मूणत ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि '' सरकार ने आकड़ों का खेल खेला है. प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना का चावल नहीं दिया गया.सरकार ने आंकड़ों के साथ हेराफेरी की है. लगभग 4 साल से वेयरहाउस और पीडीएस दुकानों के स्टॉक भी ऑडिट नहीं हुए हैं.''

ये भी पढ़ें- राज्यपाल अनुसूईया उईके दिल्ली के दौरे पर

बीजेपी ने सरकार से मांगी जानकारी : मूणत ने कहा कि '' प्रधानमंत्री की घोषणा के बाद राज्य सरकार ने भी गरीब परिवारों को 5 किलो सामान देने की घोषणा की थी.हम राज्य सरकार से जानना चाहते है कि केंद्र सरकार द्वारा दिए गए चावल को कब और किस जिले में बांटा गया और उसका कितना स्टॉक बचा है. वहीं राज्य सरकार ने जिन चावलों को बांटने की घोषणा की थी उनके द्वारा कितना चावल बांटा गया है और कितना स्टॉक बचा है.राजेश मूणत ने बताया कि ''साल 2022 में गरीबी रेखा के जीवन यापन करने वाले परिवारों को राशन कार्ड संख्या 63 लाख 73 हजार 834 है इनमें कुल सदस्य 2 करोड़ 33 लाख 18 हजार 715 है.''

रायपुर : छत्तीसगढ़ में अब तक का सबसे बड़ा चावल घोटाला हुआ है. इस घोटाले में पूरी सरकार की संलिप्तता है. ये कहना है भारतीय जनता पार्टी का. पार्टी के वरिष्ठ नेता और प्रवक्ता राजेश मूणत ने खुलासा करते हुए बताया कि कोरोना संक्रमण काल में केंद्र सरकार ने प्रति व्यक्ति 5 किलो चावल देने की घोषणा की थी. लेकिन उस चावल को नहीं बांटा गया. जितना चावल केंद्र सरकार की ओर से भेजा गया. उतना चावल नहीं बांटा गया.चावल की हेराफेरी की गई है. BJP alleges to congress crore rice scam in Chhattisgarh


कितने करोड़ का हुआ घोटाला : राजेश मूणत ने दावा करते हुए कहा है कि "केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना Pradhan Mantri Garib Kalyan Yojana के अंतर्गत छत्तीसगढ़ में रहने वाले गरीब परिवारों के लिए 11 लाख 53 हजार 380 क्विंटल प्रति माह समर राज्य सरकार को आवंटित किया गया. केंद्र सरकार ने 33 माह तक (अप्रैल 2020 से दिसंबर 2020 तक) राज्य सरकार को 3 करोड़ 80 लाख 61 हजार 540 क्विंटल चावल का अतिरिक्त आबंटन किया है. राज्य सरकार द्वारा अप्रैल 2020 से दिसंबर 2022 तक 2 करोड़ 29 लाख 80 हजार 711 क्विंटल चावल का वितरण किया गया, लेकिन बाकी बचे 1 करोड़ 50 लाख 80 हजार 829 क्विंटल चावल का वितरण नहीं किया है. राजेश मूणत ने कहा कि राज्य सरकार ने 5 हजार 127 करोड़ रुपए के चावल का घोटाला किया है. गरीबों के हक का निवाला छीनने का काम किया है."



सरकार पर हेराफेरी का आरोप : राजेश मूणत ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि '' सरकार ने आकड़ों का खेल खेला है. प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना का चावल नहीं दिया गया.सरकार ने आंकड़ों के साथ हेराफेरी की है. लगभग 4 साल से वेयरहाउस और पीडीएस दुकानों के स्टॉक भी ऑडिट नहीं हुए हैं.''

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बीजेपी ने सरकार से मांगी जानकारी : मूणत ने कहा कि '' प्रधानमंत्री की घोषणा के बाद राज्य सरकार ने भी गरीब परिवारों को 5 किलो सामान देने की घोषणा की थी.हम राज्य सरकार से जानना चाहते है कि केंद्र सरकार द्वारा दिए गए चावल को कब और किस जिले में बांटा गया और उसका कितना स्टॉक बचा है. वहीं राज्य सरकार ने जिन चावलों को बांटने की घोषणा की थी उनके द्वारा कितना चावल बांटा गया है और कितना स्टॉक बचा है.राजेश मूणत ने बताया कि ''साल 2022 में गरीबी रेखा के जीवन यापन करने वाले परिवारों को राशन कार्ड संख्या 63 लाख 73 हजार 834 है इनमें कुल सदस्य 2 करोड़ 33 लाख 18 हजार 715 है.''

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