रायपुर: मध्य प्रदेश में सियासी घमासान जारी है. ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने और 22 विधायकों के इस्तीफे के बाद कमलनाथ सरकार पर खतरा मंडरा रहा है. वहीं भाजपा सरकार बनाने की तैयारी करती दिख रही है. इधर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दिल्ली दौरे पर रवाना हो गए हैं. सीएम के दिल्ली दौरे पर सियासी गलियारों में हलचल तेज हो गई है.
ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस्तीफे के बाद छत्तीसगढ़ को लेकर भी कयास लगाए जाने लगे हैं. सिंधिया को मध्य प्रदेश में 'महाराज' कहा जाता है. छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव भी सरगुजा राजपरिवार से हैं. जिस तरह सिंधिया मुख्यमंत्री की रेस में थे, वैसे ही सिंहदेव का नाम भी सीएम के लिए चर्चा में था. सिंधिया के इस्तीफे को लोग सोशल मीडिया में सिंहदेव से जोड़ने लगे हैं.
सीएम पद की रेस में थे टीएस सिंहदेव
भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव के रिश्तों को लेकर भी तमाम तरह की चर्चाएं होती रहती हैं. सिंहदेव, बघेल के साथ सीएम पद की रेस में सबसे ताकतवर चेहरा थे. सरगुजा में उनकी पकड़ भी बेहद मजबूत है. व्यवहार और काम देखा जाए तो कैबिनेट में वे सभी मंत्रियों पर बीस साबित होते हैं. ऐसे में सोशल मीडिया 'बाबा' और सिंधिया को जोड़कर बघेल को नसीहत देने लगा.
राज्यसभा प्रत्याशी पर चर्चा की बात कही
हालांकि मीडिया ने जब बघेल से इस बात को लेकर चर्चा की, तो उन्होंने कहा कि राज्यसभा के प्रत्याशी तय करना है, जिसके लिए चर्चा की जाएगी, 13 तारीख अंतिम तारीख है.
बघेल ने सिंधिया पर कसा तंज
सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि 'बिल्ली के भाग से छींका नहीं फूटता, कांग्रेस से लोग शोर करते हुए जाते हैं और दुम दबा कर वापस आते हैं'. वहीं सीएम बघेल ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी ज्वॉइन करने को लेकर कहा कि 'कुछ तो मजबूरी रही होगी, यूं ही कोई बेवफा नहीं होता'. कमलनाथ सरकार के जाने या बचने के सवाल पर कहा कि 'अभी कमलनाथ का पत्ता खुलना बाकी है' मुख्यमंत्री ने कहा कि 'अभी राज्य सभा सीट के दावेदारों के नामों की चर्चा के लिए जा रहे हैं.