रायपुर: महाधिवक्ता विवाद पर पहली बार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का बयान आया है. कनक तिवारी को महाधिवक्ता पद से हटाए जाने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि, 'मैं उनके पैर छूता हूं लेकिन ये फैसला विधि विभाग ने लिया है.'
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि, 'कनक तिवारी जी मेरे ससुर के साथ पढ़े हैं.' कनक तिवारी की जगह सतीश चंद्र वर्मा को नया महाधिवक्ता बनाया गया है. कनक तिवारी ने इस्तीफे की बात से साफ इनकार कर दिया था लेकिन सरकार ने वर्मा को नई नियुक्ति दे दी. विधि मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा था कि कनक तिवारी ने काम के लिए अनिच्छा जताई थी इसलिए ये फैसला लिया गया.
रमन सिंह पर किया पलटवार
सरकार के इस फैसले पर विपक्ष ने जमकर निशाना साधा था. भारतीय जनता पार्टी और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) दोनों ने इसे संवैधानिक संकट की स्थिति कहा है. पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने भी बघेल सरकार पर संवैधानिक संकट खड़ा करने के आरोप लगाए थे और पूछा था जब कनक तिवारी ने इस्तीफा दिया नहीं तो सीएम ने मंजूर कैसे किया.
रमन सिंह के बयान पर पलटवार करते हुए कहा सीएम ने कहा कि, 'उन्हें इतनी तकलीफ क्यों हो रही है.' रमन सिंह ने आज फिर ट्वीट कर बघेल से कहा है कि जनादेश के बाद जिस संविधान की आपने शपथ ली थी उसका पालन करें.